दर्शकों को अपनी सिनेमा की दुनिया का हिस्सा बनाना चाहता हूं: फिलिपिनो निर्देशक लव डियाज Want to make audience a part of my world of cinema- Filipino director Luv Diaz
गोवा.Desk/ @www.rubarunews.com>> 53वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह में फिलिपिनो लेखक लव डियाज़ द्वारा निर्देशित फिल्म व्हैन द वेव्स आर गॉन अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता श्रेणी में गोल्डन पीकॉक पुरस्कार की दावेदारी में शामिल है। बदला लेने और हिंसा के दौर की अंधेरी दुनिया से बाहर निकलने की गाथा से जुड़ी फिल्म व्हैन द वेव्स आर गॉन का वेनिस फिल्म फेस्टिवल 2022 में प्रीमियर हुआ था। समाज को ‘अपराध मुक्त’ करने के नाम पर पुलिस द्वारा चलाई गई ‘नार्को वॉर्स’, जिसके परिणामस्वरूप बहुत सी न्यायिक हत्याएं भी की गईं, कथावस्तु से जुड़ी इस फिल्म को 16 एमएम के पर्दे पर ब्लैक एंड वाइट में बनाया गया है। फिल्म महोत्सव से इतर पीआईबी द्वारा आयोजित इफ्फी वार्ता में मीडिया और प्रतिनिधियों के साथ बात करते हुए, ‘फिलिपिनो मास्टर ऑफ स्लो सिनेमा’ के नाम से मशहूर लव डियाज ने कहा कि वह चाहते हैं कि दर्शक उनके सिनेमा जगत का हिस्सा बनें।
दर्शकों को अपनी सिनेमा की दुनिया का हिस्सा बनाना चाहता हूं: फिलिपिनो निर्देशक लव डियाज Want to make audience a part of my world of cinema: Filipino director Luv Diaz
लव डियाज़ ने इसके बारे में अधिक जानकारी देते हुए कहा कि वह दर्शकों के साथ हेराफेरी नहीं करते हैं और केवल एक पर्यवेक्षक बनना चाहते हैं। उन्होंने कहा, “जो लोग मेरे सिनेमा से जुड़े हैं वह स्क्रीन और दर्शक के बीच के विभाजन को दूर करते हैं। वे सिनेमा का हिस्सा हैं। दर्शकों को पूरी तरह से फिल्म में बांधे रखने की प्रक्रिया लंबे शॉट्स और लंबी अवधि के साथ पूरी होती है”।
लव डियाज ने हॉलीवुड फिल्मों के दृष्टिकोण की आलोचना की जहां सारी विषयवस्तु मुख्य अभिनेता के इर्द-गिर्द घूमती है। उन्होंने कहा, “ऐसी फिल्में समाप्ति तक मुख्य अभिनेता पर ही आधारित रहती हैं। इनमें आप जीवन्तता का अहसास नहीं करते हैं। मेरी फिल्मों में आप पेड़ों, पक्षियों, लोगों को जीवन्त और जीवन से जुड़े सभी रूपों में देखेंगे।
लव डियाज की फिल्में लंबी अवधि के लिए उल्लेखनीय हैं। इवोल्यूशन ऑफ ए फिलिपिनो फैमली लगभग 11 घंटे की फिल्म है जबकि द वुमन हू लेफ्ट 3 घंटे 48 मिनट की फिल्म है। कल इफ्फी में प्रदर्शित की गई व्हैन द वेव्स आर गॉन भी 3 घंटे और 7 मिनट की फिल्म है। इस लंबे कैनवस को अपनी फिल्मों के लिए चुनने को सही ठहराते हुए लव डियाज ने कहा कि 2 या 2.5 घंटे की फिल्मों की अवधारणा पूंजीवाद और व्यापार की देन है। उन्होंने आगे कहा कि सिनेमा उनके लिए अभिव्यक्ति का एक स्वतंत्र रूप है।
उन्होंने कहा, “मेरे लिए सिनेमा एक सांस्कृतिक गतिविधि और कला का अधिक रूप है। मैं खुद को अभिव्यक्त करना चाहता हूं, मैं अपनी संस्कृति का प्रतिनिधित्व करना चाहता हूं। मैं अपने सिनेमा के जरिए जिंदगी की पड़ताल करना चाहता हूं। मैं सिनेमा को वैसा ही बनाना चाहता हूं जैसा मैं चाहता हूं।
फिल्म निर्माण पर बात करते हुए, लव डियाज़ ने कहा कि सात साल पहले व्हैन द वेव्स आर गॉन का शुभारंभ एक गैंगस्टर फिल्म के रूप में हुआ था। उन्होंने कहा, ”फिल्म के लिए अभिनेताओं को ढ़ूंढ़ने और बजट के कारण इसमें देरी हुई”। उन्होंने कहा कि फिलीपींस में ड्रग्स युद्ध के नाम पर हो रहे मानवाधिकारों के उल्लंघन की एक प्रतिक्रिया के तौर पर तीन साल पहले इस फिल्म को निर्माताओं के लिए आगे बढ़ाया था।
फिल्मों की लंबी अवधि को देखते हुए, किसी को भी यह हैरानी हो सकती है कि क्या लव डियाज़ के पास वास्तव में उनकी फिल्मों के लिए एक एडिटर है? इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि फिल्म का संपादन वे खुद करते हैं। “मेरे शॉट लंबे हैं। मैं उन्हें जोड़ता हूं। यह वास्तव में कठिन कार्य है। आपको ताल ढूंढनी चाहिए और उन्हें धड़कनों से मापना चाहिए। संपादन के लिए एक लयबद्ध प्रक्रिया है। एक संगीतकार के तौर पर मैं यह कर सकता हूं।”
फिल्म निर्माण में संगीत की भूमिका पर लव डियाज की राय है कि संगीत वास्तव में उनकी फिल्म का एक अन्य महत्वपूर्ण अंग है। उन्होंने कहा, “आप फिल्मों में कविता, संगीत, संघर्ष, नृत्य और पूरे यूनिवर्स को शामिल कर सकते हैं। सिनेमा में जीवन को समाहित करने की शक्ति है ”।
हालांकि एक माध्यम के रूप में सिनेमा कभी-कभी जीवन की घटनाओं और सच्चाई को श्रृंखलाबद्ध तरीके से दिखाने में काफी विलम्ब कर देता है, फिर भी लव डायज ने इस बदलाव को लाने के लिए सिनेमा की ताकत में अपना विश्वास बनाये रखा है। निर्देशक ने मणि कौल, सत्यजीत रे और ऋत्विक घटक की भारतीय फिल्मों के प्रति अपना प्यार भी व्यक्त किया।
व्हैन द वेव्स आर गॉन पर अधिकांश समीक्षाओं ने फिल्म को एलेक्जेंडर डुमास की ‘द काउंट ऑफ मॉन्टे क्रिस्टो’ के लचर रूपांतरण के रूप में वर्णित किया है लेकिन लव डियाज ने स्पष्ट किया कि उन्होंने फिल्म बनाते समय ‘द काउंट ऑफ मोंटे क्रिस्टो’ के बारे में नहीं सोचा था, हालांकि उनके काम पर लियो टॉल्स्टॉय और फ्योडोर दोस्तोवस्की जैसे रूसी लेखकों के कार्यों ने साहित्यिक प्रभाव डाला है।
सारांश
फिलीपींस के सबसे अच्छे जांचकर्ताओं में से एक, लेफ्टिनेंट हर्मीस पापौरन नैतिकता के एक दौराहे पर खड़े हैं। पुलिस बल के एक सदस्य के रूप में, वह जानलेवा नशीली दवाओं के विरोधी अभियान के प्रत्यक्ष गवाह है जिसे उसकी संस्था समर्पण के साथ लागू कर रही है। अत्याचार हर्मीस को शारीरिक और आध्यात्मिक रूप से पीड़ित कर रहे हैं, जिससे उन्हें चिंता और अपराधबोध के कारण एक गंभीर त्वचा रोग हो जाता है और वह इससे खुद को स्वस्थ करने की कोशिश करते हैं, लेकिन उनका एक काला अतीत उन्हें निरंतर परेशान करता है, आखिरकार उन्हें अपनी आशा के अनुरूप नतीजे हासिल होते हैं।
निर्देशक के बारे में
फिलिपिनो निर्देशक लव डायज अपनी फिल्मों की अवधि के लिए जाने जाते हैं। डियाज़ की फिल्में समय समय सीमा से परे होती हैं (3-10 घंटे से लेकर कहीं भी) लेकिन इनमें प्रकृति और अंतराल का शानदार समन्वय होता है। उन्होंने 18 फिल्मों का निर्देशन किया है, और लोकार्नो गोल्डन लेपर्ड (‘फ्रॉम व्हाट इज बिफोर’, 2014), द बर्लिनेल सिल्वर बियर (‘ए लूलाबी टू द सोर्रोफुल मिस्ट्री’, 2016) और वेनिस गोल्डन लायन (‘द विमन हू लेफ्ट, 2016) सहित कई पुरस्कार जीते हैं।