एसपी की कार्रवाई से नशा माफियाओं में मचा हडकंप, एंटी माफिया के तहत शराब माफिया का मकान किया जमीदोज 6 आरोपी गिरफ्तार
-आरोपी धर्मवीर ने अवैध कमाई से खड़ा कर रहा था, मकान प्रशासन ने मांगे दस्तावेज तो नहीं मिला रिकॉर्ड, इसलिए चली जेसीबी
भिण्ड। पुलिस प्रशासन ने शराब माफिया के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। रविवार को जिला प्रशासन ने जहरीली शराब कांड के आरोपी धर्मवीर बघेल के निर्माणाधीन मकान पर बुलडोजर चला दिया तथा उसका मकान जमींदोज कर दिया। जिले में जहीरीली शराब कांड के बाद जिला व पुलिस प्रशासन पूरी तरह से हरकत में आ गया है। प्रशासन ने एन्टी माफिया कार्रवाई शुरु कर दी तथा शराब माफिया के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इसकी शुरुआत आरोपी धर्मवीर बघेल के निर्माणाधीन मकान पर बुलडोजर चला कर की है। प्रशासन ने पुलिस की मदद से स्वतंत्र नगर स्थित अवैध शराब फैक्ट्री के सामने बन रहे मकान को तोड़ने की कार्रवाई की।
पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र सिंह चौहान के आने के बाद करीब डेढ़ माह में नशा माफिया, ड्रग्स माफिया सहित अवैध काले कारोबार करने वालो के खिलाफ रिकॉर्ड तोड़ कार्रवाई की, जिसमें फिर चाहे नशा माफिया हो या रेत माफिया या बदमाश सभी को जमींदोज कर दिया है। एसपी की कार्रवाई अवैध काले कारनामे करने वालो को रास नहीं आई, इसलिए षडयंत्र पूर्वक उनके खिलाफ कई साजिशें रची गई थी जो नाकाम साबित हुई। ज्ञात हो कि पुलिस अधीक्षक ने जहरीली शराब कांड को गंभीरता से लेते हुए तुरंत दो थानेदार सहित पुलिस जवान पर कार्रवाई की, जिसके बाद मामले की जांच करते हुए जहरीली शराब बनाने वाले चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। फिर उन्होंने काली कमाई से जुटाई गई संपत्ति की जांच करायी, जिसमें आरोपी धर्मवीर बघेल ने काली कमाई से मकान का निर्माण करा रहा था, जिसकी जांच करायी गई तो नगर पालिका में किसी तरह की बिना परमिशन, दस्तावेज के लिए अवैध शराब की कमाई से निर्माण चल रहा था, जिस पर पुलिस प्रशासन ने अपनी जेसीबी चलाकर माफियाओं को सबक सिखाया कि जो भी अवैध कमाई से घर, मकान या संपत्ति एकत्रित करेगा, उसके विरुद्ध इसी तरह की कार्रवाई की जायेगी। पुलिस अधीक्षक शैलेन्द्र सिंह अभी आगे मामले में जांच पड़ताल करने में जुटे हुए है और जो भी नशा के कारोबार में सक्रिय है उसके खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी।
पुलिस अधीक्षक की कार्रवाई की सराहना कांग्रेस के पूर्व मंत्री डॉ.गोविन्दसिंह भी तारीफ कर चुके है कि अभी तक नशा पर किसी ने लगाम नहीं लगाई थी जो अल्प समय में इतनी बडी-बडी कार्रवाई को अंजाम देकर नशा का कारोबार करने वाले माफियाओं की कमर तोड़कर रख दी जो तारीफे काबिल है।
परिजनों ने लगाया आबकारी विभाग पर आरोप
वही बात की जाए शराब से मरने वालों की तो उनके परिजनों का कहना है कि काश आबकारी विभाग ने एक्शन लिया होता तो इन मासूमों की जानें नहीं जाती वही भिंड एसपी की कार्यवाही की सराहना की तो फिर क्यों एसपी को ही टारगेट बनाया जा रहा है, इससे स्पष्ट होता है कि एसपी शैलेंद्र सिंह चौहान की छवि को धूमिल करने की साजिश रची जा रही है। उनके अवैध कारोबार पूरी तरह से ठप हो गई है। इसलिए उनके खिलाफ कई साजिशें रची जा रही है।
अब क्यों दिया जा रहा मामले को तूल
एसपी ने अब तक शराब कांड मामले को गंभीरता से लेते हुए लापरवाही बरतने वाले दो थानेदारों को सस्पेंड किया, पांच जवानों को लाइन हाजिर किया। वहीं अवैध शराब बनाने वाले चार आरोपियों की भी गिरफ्तारी हो चुकी है। और जो शराब बनाई जा रही थी वह भी जप्त हो चुकी है फिर अब मामले को तूल देना कहीं ना कहीं यह जाहिर करता है कि एसपी की कार्रवाई से तमाम बदमाश माफिया और उनसे संबंध रखने वाले बौखला गए हैं।
इनका कहना है
शराब कांड मामले के 6 आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं जिनके द्वारा अवैध काली कमाई से जुटाई गई संपत्ति की जांच करा रहे हैं और जिनके पास भी अवैध काली कमाई से जुटाई गई संपत्ति पाई गई तो मामले की जांच कराकर करवाही की जायेगी, जैसे आज की गई है, इसी तरह करवाही की जाएगी
शैलेंद्र सिंह चौहान पुलिस अधीक्षक भिंड