विवाह की वर्षगांठ पर दंपती ने लिया नेत्रदान का संकल्प
बून्दी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com- पुलिस लाइन रोड निवासी एक दंपति ने विवाह की 48वीं वर्षगांठ पर नैत्रदान का संकल्प लेकर अनुकरणीय उदाहरण पेश किया। पुलिस लाइन रोड निवासी दंपति कैलाशचंद जेथल्या और गीता माहेश्वरी ने विवाह की वर्षगांठ पर पुत्र पंकज और डॉ. अंकुर की सहमति से शाइन इंडिया फाउंडेशन के ज्योति मित्र इदरीस बोहरा को अपना नेत्रदान का संकल्प पत्र भरकर दिया। किराना व्यवसायी कैलाश ने कहा कि यदि मृत्यु के बाद ईश्वर के दिए गए शरीर के अंगों से किसी को जीवन मिलता है या उनका जीवन बेहतर होता है तो, हमें सकारात्मक प्रयास करना चाहिए की मृत्यु के बाद शरीर राख हो उससे बेहतर है कि किसी के जीवन में रोशनी आए। गीता माहेश्वरी ने कहा कि यह जानते हुए भी कि हमारी मृत्यु के बाद हमारी आंखें किसी के अंधेरे जीवन में रोशनी ला सकती है। उसके बाद भी हमारे परिजन हमारे मृत शरीर के साथ इन आंखों को जला देते हैं। यदि हम इस तरह के पुण्य कार्य से वंचित रहते हैं, तो हमारा मनुष्य होना बेकार है।