जल स्त्रोतों का संरक्षण हमारा सामाजिक दायित्व-प्रभारी मंत्री श्री शुक्ला
श्योपुर.Desk/ @www.rubarunews.com-नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री मप्र शासन एवं श्योपुर जिले के प्रभारी मंत्री राकेश शुक्ला ने कहा कि जनभागीदारी से जल संचयन के संकल्प के साथ जल स्त्रोतों का संरक्षण हमारे सामाजिक दायित्व भी है और नैतिक जिम्मेदारी भी, यह कार्य हमारी आने वाली पीढीयों के लिए एक मार्गदर्शक की तरह होगा। वे आज जिला पंचायत सभागार में आयोजित जल गंगा संवर्धन अभियान अंतर्गत संचालित कार्यो की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे।
बैठक के दौरान सहरिया विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं कैबीनेट मंत्री दर्जा तुरसनपाल बरैया, उपाध्यक्ष एवं राज्य मंत्री दर्जा सीताराम आदिवासी, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती गुड्डी बाई आदिवासी, विधायक श्योपुर बाबू जण्डेल, भाजपा जिला अध्यक्ष शंशाक भूषण, नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती रेणु सुजीत गर्ग, पूर्व विधायक बृजराज सिंह चौहान, भाजपा प्रदेश कार्य समिति सदस्य महावीर सिंह सिसौदिया, भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष सुरेन्द्र जाट एवं अशोक गर्ग, अरविन्द जादौन, भाजपा मंडल अध्यक्ष कराहल हरनाथ देवरिया, सुजीत गर्ग, दिनेश दुबोलिया, मनीष नागौरी, जगदीश यादव, जयदीप तोमर सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे। इसके साथ ही कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट अर्पित वर्मा, डीएफओ सामान्य केएस रंधा, कूनो आर थिरूकुराल, सीईओ जिला पंचायत अतेन्द्र सिंह गुर्जर सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
कैबीनेट मंत्री राकेश शुक्ला ने सभी जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों से अपेक्षा की कि शासन की मंशानुरूप जल संरक्षण के कार्यो को प्राथमिकता दी जायें और जन समुदाय को इसके संरक्षण से जोडा जायें। प्राचीन बावडियों, कुओं एवं तालाबों की मरम्मत तथा साफ-सफाई के साथ ही उनके प्राकृतिक जल स्त्रोतों को पुर्नविकसित करने के उद्देश्य से किये जा रहे कार्यो में सामाजिक सहभागिता के लिए लोगों को प्रेरित किया जायें। खेत का पानी खेत में और गांव का पानी गांव में रोकने के संकल्प पर चलते हुए वर्षा जल को रोकने, सहेजने के लिए सामाजिक रूप से कार्य किया जायें।
इस अवसर पर उन्होने जिले में संचालित कार्यो की समीक्षा करते हुए निर्देश दिये कि अभियान की समाप्ति 30 जून तक सभी कार्य पूर्ण कर लिये जायें तथा चिन्हित स्थानों पर पौधरोपण का कार्य करते हुए उन्हें वृ़क्ष के रूप में विकसित करने के उपाय सुनिश्चित किये जायें।
इस अवसर पर कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट अर्पित वर्मा ने बताया कि श्योपुर जिले में भू-जलस्तर बढाने के लिए जिले में पहली बार 85 स्थानों पर रिचार्ज शाफ्ट बनाये जा रहे है, इसमें से 77 कार्य पूर्ण कर लिये गये है तथा 8 प्र्रगतिरत है। इसके साथ ही प्राचीन तथा एतिहासिक महत्व की बावडियों के संरक्षण की दिशा में भी जिले में कार्य करते हुए उन बावडियों को पुर्नजीवन प्रदान करने का कार्य किया गया है। ग्रामीण क्षेत्र की 24 बावडियों में से 14 बावडियों को रिनोवेट कर उपयोगी बनाया गया है, शेष 10 का कार्य प्रगति पर है।
सीईओ जिला पंचायत अतेन्द्र सिंह गुर्जर ने जानकारी दी कि जिले में 12 अमृत सरोवर का निर्माण कराया जा रहा है, इसके अलावा 708 खेत तालाबों का निर्माण संचालित है, जिनमें से 65 कार्य पूर्ण कर लिये गये है। 155 कुओं के कूप रिचार्ज का कार्य भी संचालित है। तालाब मरम्मत के 110 कार्य लिये गये है, जिनमे ंसे 33 पूर्ण कर लिये गये है। 343 रूफवाटर हार्वेस्टिंग सरंचनाओं, 99 परकोलेशन टैक एवं 175 सोकपिट का निर्माण भी संचालित है। इसके साथ ही आगामी समय में प्रत्येक ग्राम पंचायत में वृक्षारोपण के कार्य भी किये जायेगे। 1780 जलदूतों का रजिस्ट्रेशन माय भारत पोर्टल पर किया जा चुका है।