TOP STORIESमध्य प्रदेश

कोरोना की संभावित तीसरी लहर के लिए नहीं छोड़ेंगे कोई कसर – मुख्यमंत्री श्री चौहान

भोपाल.Desk/ @www.rubarunews.com>>मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान और केन्द्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस तथा इस्पात मंत्री  धर्मेन्द्र प्रधान ने शनिवार को सागर के बीना में भारत ओमान रिफ़ाइनरी के पास 200 बिस्तरों का ऑक्सीजन युक्त अस्थाई कोविड अस्पताल का लोकर्पण एवं ऑक्सीजन बॉटलिंग एवं रीफ़िलिंग प्लांट का शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर के लिये हम कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे। इसके लिये अग्रिम रूप से सभी व्यवस्थाएँ सुनिश्चित की जा रही हैं। इसी क्रम में आज बीना में अस्पताल का लोकार्पण किया गया है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि यहाँ अल्प समय में बनाये गये ऑक्सीजन युक्त 200 बिस्तरों के अस्थाई कोविड अस्पताल के निर्माण में प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी और भारत सरकार के पेट्रोलियम मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान का भरपूर सहयोग रहा है। यह अस्थाई अस्पताल अत्यंत कम समय में विकसित कर सर्व सुविधायुक्त मेडिकल फेसिलिटी का बेहतरीन उदाहरण है। पूर्व में भी श्री प्रधान इस अस्पताल का निरीक्षण करने आये थे और आज लोकार्पण के अवसर पर यहाँ मौजूद हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना वायरस वेरिएंट बदलता रहता है। दूसरी लहर के वक्त हम सभी ने खतरनाक संक्रमण का सामना किया। भविष्य की किसी भी संभावना को ऩजरअंदाज न करते हुए हमें हर परिस्थिति के लिए तैयार रहना है। इसके चलते सभी आवश्यक व्यवस्थाएँ सुनिश्चित की जा रही हैं।  उन्होंने कहा कि ईश्वर से प्रार्थना है कि इस अस्पताल की आवश्यकता कभी न पड़े, परंतु इस अस्पताल का निर्माण सावधानी के तौर पर किया गया है।

 

मध्यप्रदेश ऑक्सीजन के मामले में होगा आत्म-निर्भर

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि इसी क्रम में बीना रिफाइनरी के सहयोग से बॉटलिंग एवं रीफ़िलिंग प्लांट का निर्माण किया जा रहा है, जिससे कोरोना संक्रमण के इलाज के लिए आवश्यक ऑक्सीजन उपलब्ध हो सकेगी। साथ ही यहाँ रीफ़िलिंग के माध्यम से अन्य जगहों में भी ऑक्सीजन सिलेंडर भेजे जा सकेंगे और मध्यप्रदेश ऑक्सीजन के मामले में होगा आत्म-निर्भर।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में करोना संक्रमण अब नियंत्रण में है। आज प्रदेश में कोरोना संक्रमण की पॉजिटिविटी दर 0.46 प्रतिशत है। प्रदेश के 24 जिले ऐसे हैं जहाँ आज एक भी कोरोना का प्रकरण नहीं आया है। आज की स्थिति में सागर में तीन और पूरे बुन्देलखंड में 15 प्रकरण हैं परंतु हमें न ही निश्चिंत होना है और न ही सावधानियाँ छोड़नी हैं। बल्कि लगातार कोविड एप्रोप्रियेट बिहेवियर अर्थात कोविड संक्रमण रोकने जैसा व्यवहार अपनाना है, जिसमें मास्क लगाना, सेनेटाईजर अथवा साबुन का इस्तेमाल करना, भीड़ एकत्रित न करना तथा अत्यावश्यक रूप से वैक्सीनेशन कराना शामिल है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि यह समय संयम एवं धैर्य का परिचय देने का है। फ़िलहाल किसी भी प्रकार के बड़े आयोजन जैसे – शादी, धार्मिक अनुष्ठान और अन्य कार्यक्रम आयोजित नहीं किए जा सकेंगे। लापरवाही और ढिलाई के चलते ही संक्रमण बढ़ता है। संक्रमण रोकने में संयम और सावधानियाँ ही काम आएँगी। उन्होंने कहा कि मीडिया भी जनता को शिक्षित करने में अपनी भूमिका निभाए। साथ ही कोरोना वॉरियर भी जनता को जागरूक करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों के अनुसार सभी को नियमों का पालन करना आवश्यक है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताए संक्रमण को रोकने के तीन उपाय

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कोरोना संक्रमण को रोकने के तीन उपाय बताए। इसमें सरकार, जनता एवं क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी का सक्रिय सहयोग शामिल है। उन्होंने कहा कि भविष्य में भी क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी के सक्रिय सहयोग की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि शासन द्वारा प्रतिदिन 80 हज़ार टेस्ट कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। कोरोना टेस्ट के बाद पॉज़िटिव और संदिग्ध व्यक्तियों को तत्काल कोविड केयर सेंटर में आइसोलेट किया जा रहा है। इसी प्रकार किल कोरोना अभियान में डोर-टू-डोर सर्वे एवं फीवर क्लीनिक के माध्यम से भी संक्रमण पर नियंत्रण बना हुआ है।

प्रदेश का कोविड नियंत्रण मॉडल सम्पूर्ण देश में अनुकरणीय

केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री  धर्मेंद्र प्रधान ने मध्यप्रदेश की पूरी टीम को बधाई देते हुए बताया कि प्रदेश का कोविड नियंत्रण मॉडल सम्पूर्ण देश में अनुकरणीय योग्य है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण तेज़ी से घटना शुरू हुआ और आज यहाँ संक्रमण की दर कम होकर 0.46 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि यहाँ सभी ने मिलकर करोना जैसी विषम परिस्थिति को संभाला और मध्यप्रदेश में जिस सक्रियता से स्थिति सँभाली गई वह एक कुशल नेतृत्व एवं संवेदनशीलता को दर्शाती है। यहाँ शासन ने पूरी ज़िम्मेदारी से कार्य किया। इसके साथ ही क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी की सक्रियता से गाँव, तहसील, विकासखंड और ज़िले स्तर पर जनता को जागरुक कर उनका भी सक्रिय सहयोग सुनिश्चित किया गया।

 

केन्द्रीय मंत्री श्री प्रधान ने कहा कि मध्यप्रदेश ने देश को एक नया मॉडल दिया है, जिसे सम्पूर्ण देश में अपनाया जा सकता है। यहाँ घर-घर पहुँचकर सर्वे कार्य किया गया और संक्रमण पर काबू पाया गया। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण रोकने के लिए कोरोना वैक्सीनेशन एक रामबाण उपाय है। सभी व्यक्तियों को वैक्सीनेशन अवश्य कराना चाहिए। उन्होंने जानकारी दी कि भारत में क़रीब 100 करोड़ व्यक्तियों को कोरोना का टीका लगना है। इस प्रकार हमें 200 करोड़ डोज़ की आवश्यकता होगी। इसके लिए भारत सरकार, वैज्ञानिकों एवं फ़ार्मा कंपनियों द्वारा लगातार कार्य किया जा रहा है। जून से जुलाई के मध्य तक रोज़ाना एक करोड़ व्यक्तियों को टीका लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि 21 जून से देश में टीकाकरण का महा-अभियान चलाया जाएगा।

 

केन्द्रीय मंत्री श्री प्रधान ने मुख्यमंत्री श्री चौहान को बधाई देते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी ने जिस प्रकार मोर्चा संभाला वह अनुकरणीय है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री श्री चौहान का लक्ष्य मार्च 2022 तक मध्यप्रदेश की सम्पूर्ण जनता को टीकाकृत करने का है।

केन्द्रीय मंत्री श्री प्रधान ने बीना रिफ़ाइनरी के अधिकारियों को भी बधाई दी और बताया कि सागर में ऑक्सीजन सप्लाई एवं रीफ़िलिंग की कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं थी। बीना रिफ़ाइनरी के सहयोग से यहाँ ऑक्सीजन बॉटलिंग एवं रिफिलिंग स्टेशन का निर्माण प्रारंभ किया गया है। इससे यहाँ प्रतिदिन 25 टन ऑक्सीजन की क्षमता विकसित की गई है। यहाँ 64 फ़िलिंग पॉइंट्स भी बनाए गए हैं, जिनके माध्यम से क़रीब 2500 से 3 हज़ार बड़े ऑक्सीजन सिलेंडर भरे जा सकेंगे। इस प्रकार सागर के साथ अन्य ज़िलों में भी ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सकेगी।

 

सांसद  राज बहादुर सिंह ठाकुर ने कहा कि इस कोविड अस्पताल से सागर के साथ रायसेन, अशोकनगर, विदिशा, कुरवाई के नागरिकों को भी लाभ होगा और इस अस्पताल में वैक्सीनेशन भी आसानी से कराया जा सकेगा। लोक निर्माण मंत्री  गोपाल भार्गव ने कहा कि इस कोविड अस्पताल से भविष्य की तैयारियाँ सुनिश्चित होगी। भगवान न करे कभी कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर भी आए। नगरीय विकास मंत्री  भूपेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि यह अस्पताल बुंदेलखंड के लिए मील का पत्थर साबित होगा। इस अस्पताल के बन जाने से ऑक्सीजन की आवश्यकता सुनिश्चित होगी। विधायक  महेश राय ने भी अपने विचार व्यक्त किए।

 

अस्पताल का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं की ली जानकारी

मुख्यमंत्री श्री चौहान और केंद्रीय मंत्री श्री प्रधान ने अस्पताल का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं के संबंध में अधिकारियों एवं डॉक्टर्स से चर्चा की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा अभी प्रारंभिक तौर पर 200 ऑक्सीजन युक्त बेडेड अस्पताल का शुभारंभ हुआ हैं। जरूरत के मुताबिक यहाँ बेड बढ़ाये जायँगे। मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने अस्पताल में उपलब्ध दवाइयाँ, ऑक्सीजन, बेड, इंजेक्शन, पैरामेडिकल स्टाफ की उपलब्धता आदि की विस्तृत जानकारी ली। अस्पताल में 7 वार्ड तैयार किए गए हैं, जिसमें तीस-तीस बिस्तर के 6 वार्ड एवं 20 बिस्तर का एक वार्ड तैयार किया गया है। सभी वार्डों में डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ 24 घंटे मौजूद रहेंगे। अस्पताल परिसर में सभी प्रकार की जाँच के लिए पैथोलॉजी लैब, एक्स-रे मशीन, पोषण युक्त भोजन के लिए भोजनशाला भी तैयार की गई है।

 

फीवर क्लीनिक और वैक्सीनेशन सेंटर भी

अस्पताल में फीवर क्लीनिक एवं वैक्सीनेशन सेंटर भी संचालित किया जाएगा। फीवर क्लीनिक में सर्दी, खांसी, बुखार से पीड़ित व्यक्तियों की जाँच की जाएगी एवं कोरोना संक्रमण की जाँच की जाएगी। साथ ही अस्पताल में वैक्सीनेशन का कार्य किया जाएगा।

कार्यक्रम का संचालन डॉ. अरविंद जैन ने किया एवं आभार जिला अध्यक्ष श्री गौरव सिरोठिया ने माना। कार्यक्रम में सहकारिता मंत्री  अरविंद भदौरिया, विधायक  हरिसिंह सप्रे, संभागायुक्त  मुकेश शुक्ला, डीआईजी  राम शंकर डेहरिया, कलेक्टर  दीपक सिंह, भारत ओमान रिफाइनरी के अधिकारी एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।