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पथ विक्रेता सम्मान से करें अपने काम-धंधे – मुख्यमंत्री श्री चौहान

श्योपुर.Desk/ @www.rubarunews.com>> मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मेरा हर संभव प्रयास है कि प्रदेश के बेटा-बेटी, भाई-बहन अपने स्वयं के काम-धंधे संचालित करें और सम्मान से जीवन जिएं। यह हो गया तो मानूँगा कि मेरा मुख्यमंत्री बनना सार्थक हुआ। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने गत दिवस मिंटो हाल में 40 हजार ग्रामीण पथ विक्रेताओं को एक साथ दस-दस हजार रुपये के ऋण उपलब्ध कराने के लिए पट्टिका का अनावरण किया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी द्वारा शहरी पथ व्रिकेताओं के लिए योजना आरंभ की गई थी। इससे प्रेरणा लेकर कोरोना काल में प्रभावित हुए छोटे कारोबारियों की मदद के लिए प्रदेश में ग्रामीण क्षेत्र के पथ विक्रेताओं के लिए भी योजना आरंभ की गई है। छोटे स्तर पर संचालित काम- धंधों के लिए पूँजी के साथ-साथ आवश्यक प्रशिक्षण देने की व्यवस्था भी की जा रही है, जिससे पथ विक्रेता अपने कार्य को अधिक कुशलता से संचालित कर सकेंगे, उसमें लगातार विस्तार भी होगा। अब-तक प्रदेश में 1 लाख 41 हजार से अधिक हितग्राहियों के ऋण प्रकरण स्वीकृत किए जा चुके हैं।
कोरोना से सतर्क रहें – मुख्यमंत्री श्री चौहान
आरंभ में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेशवासियों से कोरोना से सतर्क रहने की अपील की। उन्होंने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए आवश्यक सावधानियों जैसे मास्क लगाना, दो गज की दूरी, बार-बार हाथ धोना और सेनेटाईजर का उपयोग जरूरी है। इसमें लापरवाही न बरती जाए। केरल और महाराष्ट्र में लगातार मामले बढ़ रहे हैं। आवश्यक सावधानियाँ अपनाकर ही कोरोना से बचा जा सकता है। कोरोना चला गया है, यह मानकर लापरवाह होने का समय नहीं है।
ग्राम स्तर पर लोगों को सशक्त करना मेरी प्राथमिकता – मुख्यमंत्री श्री चौहान
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि गाँव-कस्बों में छोटी पूँजी से संचालित हो सकने वाले कार्यों में उद्योगपति अपनी घुसपैठ न बना पाएं। इसके लिए ही ग्रामीण पथ विक्रेताओं को सरलता से ऋण उपलब्ध कराने और सूदखोरों के चंगुल से मुक्त रखने के लिए यह योजना संचालित की गई है। ग्राम स्तर पर लोग सशक्त हों, इस उद्देश्य से ही शाला यूनिफार्म की सिलाई का कार्य और पोषण आहार का कार्य स्व-सहायता समूहों को सौंपा गया है।
मेहनत की इज्जत सुनिश्चित होगी-पथ विक्रेताओं को मिलेंगे पहचान-पत्र
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पथ विक्रेताओं को पहचान-पत्र जारी किए जाएंगे। उनके काम के स्थान के निर्धारण के साथ-साथ पंजीयन प्रक्रिया भी अपनाई जाएगी। इस दिशा में और क्या नवाचार हो सकता है, इस संबंध में भी सुझाव आमंत्रित किए जाएंगे।
जिंदगी आसान बनाना है
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि रोटी-कपड़ा और मकान, पढ़ाई-लिखाई और बीमारी में दवाई का इंतजाम सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। प्रदेश के लोगों की जिन्दगी को आसान बनाना है। इस दिशा में अगले तीन साल में गाँवों के सभी घरों में नल से जल उपलब्ध कराने की योजना है।     ग्रामीण पथ विक्रेता योजना के ऋण वितरण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने योजना के हितग्राहियों से वर्चुअल संवाद भी किया।
बहनें ठीक तो मामा खुश
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने देवास के रालामंडल की श्रीमती पिंकी से पूछा कि योजना की जानकारी कैसे मिली और पैसे मिलने में कोई परेशानी तो नहीं आई। श्रीमती पिंकी ने बताया कि योजना में मिले ऋण से सिलाई का काम बढ़ा है और अब स्वयं की दुकान खोलने और इंटरलॉक की मशीन लेने की योजना है। श्रीमती पिंकी ने मुख्यमंत्री श्री चौहान से उनका हाल पूछा तो श्री चौहान ने कहा कि- बहनें ठीक तो मामा खुश
रामा टी-स्टॉल पर पिएंगे चाय
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि श्री रैकवार की कहानी से प्रदेश के बहुत से लोगों को मदद मिलेगी। दमोह के ग्राम बांदकपुर में रामा टी-स्टॉल चाय की दुकान चला रहे  रामचरण रैकवार से मुख्यमंत्री ने कहा कि वे उसकी दुकान पर चाय पीने जरूर आएंगे। श्री रैकवार ने ऋण लेने और उससे अपने काम को बढ़ाने की प्रक्रिया की विस्तार से जानकारी दी।
कोरोना काल में पूरी तरह बन्द हो गई थी किराना दुकान
विदिशा जिले के ग्राम इमलिया के  वीरेन्द्र सिंह ने बताया कि- कोरोना काल में किराना दुकान पूरी तरह बन्द हो गई थी। इस योजना में मिले ऋण से उन्होंने सब्जी और फल की दुकान शुरू की। दुकान से अब प्रतिदिन लगभग पाँच सौ रुपये की आय हो जाती है। वे अब हर रोज किराने का एक आयटम अपनी दुकान में शामिल करते जा रहे हैं।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने रायसेन जिले के  नमन कुशवाह,  सत्येन्द्र सोनी, श्रीमती मुन्नी बाई, सीहोर जिले की श्रीमती सीमा बाई,  ज्ञान सिंह और  देवराज सिंह को ऋण राशि के चेक प्रदान किये।
मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ विक्रेता योजना
मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ विक्रेता योजना के अंतर्गत राज्य शासन की क्रेडिट गारंटी पर पथ विक्रेताओं को  रोजगार की बेहतरी के लिए बैंकों से दस-दस हजार रुपये का ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है। इसमें ऋण का ब्याज अनुदान भी राज्य शासन द्वारा दिया जाता है। उल्लेखनीय है कि कोविड-19 लॉकडाउन की वजह से छोटे कारोबारियों की आजीविका पर विपरीत प्रभाव पड़ा। उनके व्यवसाय पुनरू प्रारंभ कराने के लिए आसान कार्यशील पूँजी उपलब्ध कराने की दृष्टि से राज्य शासन द्वारा यह योजना आरंभ की गई। योजना में अभी तक 14 लाख 15 हजार से अधिक हितग्राहियों का पंजीयन कामगार सेतु पोर्टल से कराया जा चुका है।
जिला स्तर पर जिला पंचायत की अध्यक्ष ने हितग्राहियों को दी जानकारी
जिला पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती कविता मीणा ने जिला स्तरीय कार्यक्रम कलेक्ट्रेट सभागार श्योपुर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान कहा कि मुख्यमंत्री पथ-विक्रेता योजना को सरल एवं पारदर्शी बनाने के लिए राज्य सरकार द्वारा कामगार सेतु पोर्टल बनाने की व्यवस्था की है। उन्होने कहा कि श्योपुर जिले के विकासखण्ड श्योपुर, कराहल, विजयपुर के अंतर्गत इस योजना में 4910 हितग्राहियों को लाभान्वित करने का लक्ष्य रखा गया है। जिसमें से 2044 हितग्राहियो के प्रकरण स्वीकृत किये गये है। साथ ही 1277 हितग्राहियों को जिला स्तरीय कार्यक्रम में लाभान्वित किया गया है।
अतिरिक्त सीईओ ने भी योजना से अवगत कराया
जिला पंचायत के अतिरिक्त सीईओ  एमके जैन ने इस अवसर पर बताया कि मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ-विक्रेता योजना का कियान्वयन श्योपुर जिले में किया जा रहा है। योजना के अंतर्गत 13756 आवेदन अनुमोदित किये गये थे। जिसमें 12579 बैंको को भिजवाये गये। उन्होने बताया कि शेष आवेदनों पर प्रभावी कार्यवाही की जा रही है। जिसमें पात्रतानुसार हितग्राहियों को लाभान्वित करने की सुविधा प्रदान की जावेगी।
वर्चुअल कार्यक्रम के दौरान श्योपुर में उपस्थित अधिकारी
जिला स्तरीय वीसी में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती कविता मीणा, किसान मोर्चा अध्यक्ष  महावीर मीणा, अतिरिक्त सीईओ जिला पंचायत  एमके जैन, जनपद श्योपुर के सीईओ  सुधीर खाडेकर, डीपीएम आजीविका मिशन  एसके मुदगल, विभागीय अधिकारी/कर्मचारी एवं हितग्राही उपस्थित थे।

इस अवसर पर वित्त मंत्री  जगदीश देवड़ा, खनिज साधन एवं श्रम मंत्री  बृजेन्द्र प्रताप सिंह और अपर मुख्य सचिव ग्रामीण एवं पंचायत विकास  मनोज श्रीवास्तव भी उपस्थित थे। राज्य स्तरीय कार्यक्रम का अनुश्रवण कलेक्टर  राकेश कुमार श्रीवास्तव के निर्देशन में कलेक्टर कार्यालय श्योपुर के सभागार में उपस्थित अधिकारी और हितग्राहियों ने किया। इसी प्रकार कार्यक्रम को देखा और सुना। इस योजना के अंतर्गत श्योपुर जिले में 1277 हितग्राहियों को वर्चुअल वीसी के माध्यम से लाभान्वित किया।