8 वर्ष की उम्र में ही सभी वेदों का ज्ञान प्राप्त कर चुके थे आदि गुरू शंकराचार्य-श्री शर्मा Adi Guru Shankaracharya had attained the knowledge of all the Vedas at the age of 8-Mr. Sharma
श्योपुर.Desk/ @www.rubarunews.com>>शासकीय पीजी कॉलेज में मप्र जन अभियान परिषद द्वारा आदिगुरू आचार्य शंकराचार्य की जयंती के उपलक्ष्य में एकात्म पर्व का आयोजन किया गया। स्वामी विवेकानंद कैरियर प्रकोष्ठ के संयोजक डॉ विपिन बिहारी की अध्यक्षता में आयोजित उक्त कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कॉलेज प्राचार्य डॉ. एसडी राठौर उपस्थित थे। मुख्य वक्ता के रूप में हिन्दी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. एसएन शर्मा मौजूद रहें। इस मौके पर सर्व प्रथम आदि गुरू शंकराचार्य के चित्र पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि दी गई। इस अवसर पर मुख्य वक्ता डॉ. एसएन शर्मा ने कहा कि आदि गुरु शंकराचार्य ने 8 साल की उम्र में सभी वेदों का ज्ञान हासिल कर लिया था। ऐसा माना जाता है कि 820 ईस्वी में सिर्फ 32 साल की उम्र में शंकराचार्य जी ने हिमालय क्षेत्र में समाधि ली थी। आदि गुरु शंकराचार्य का जन्म स्थान केरल का कालड़ी गांव माना जाता है।
8 वर्ष की उम्र में ही सभी वेदों का ज्ञान प्राप्त कर चुके थे आदि गुरू शंकराचार्य-श्री शर्मा Adi Guru Shankaracharya had attained the knowledge of all the Vedas at the age of 8-Mr. Sharma
इस अवसर पर प्राचार्य डॉ. एसडी राठौर ने कहा कि आदि गुरू शंकराचार्य ने सनातन धर्म की पुर्नस्थापना में अहम योगदान दिया, उन्होंने वैदिक ज्ञान से अनेकों शास्त्रार्थ में विजय प्राप्त की, उन्होंने भारत की यात्रा की और चारों दिशाओं में चार पीठों की स्थापना की। इनका जन्म दक्षिण भारत के नम्बूदरी ब्राह्मण वंश में हुआ था। आज इसी वंश के ब्राह्मण बद्रीनाथ मंदिर के रावल होते हैं। ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य की गद्दी पर नम्बूदरी ब्राह्मण ही बैठते हैं। शंकराचार्य जी ने गोवर्धन पुरी मठ (जगन्नाथ पुरी), श्रंगेरी पीठ (रामेश्वरम्), शारदा मठ (द्वारिका) और ज्योतिर्मठ (बद्रीनाथ धाम) की स्थापना की थी। इस मौके पर डॉ विपिन बिहारी शर्मा ने भी अपने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम का संचालन नवांकुर संस्था मुक्तिबोध युवक मंडल के गिर्राज किशोर शर्मा द्वारा किया गया। नवांकुर संस्था शंकरपुर के राजा खान ने आभार प्रकट किया। इस मौके पर प्रमुख रूप से नवांकुर संस्था प्रतिनिधि श्री राजेश मीणा, अविनाश माहौर, मेंटर भगवानलाल शर्मा, श्रीमति अंजना मारवाडी, श्रीमती ममता मित्तल, प्रो. लक्ष्मीकांत राय, डॉ. साजिद, जयप्रकाश प्रजापति सहित बडी संख्या में महाविद्यालय स्टॉफ एवं युवा मौजूद रहे।
कराहल में भी मना एकात्म पर्व
मप्र जन अभियान परिषद द्वारा कराहल विकासखंड में ब्लॉक समन्वयक श्रीमती नीतू सिंह गौतम के मार्गदर्शन में आदि गुरू शंकराचार्य जी की जयंती के उपलक्ष्य में कार्यक्रम आयोजित हुआ जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में भाजपा नेता देवकीनंदन पालीवाल मौजूद रहे। उन्होनें कहा कि शंकराचार्य हिन्दू धर्म में सर्वोच्च धर्म गुरु का पद है, इस पद की परम्परा आदि गुरु शंकराचार्य ने आरम्भ की। इस अवसर पर प्रस्फुटन समिति, नवांकुर संस्थाऐं, परामर्शदाता, सीएमसीएलडीपी छात्र आदि उपस्थित रहे।