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यमन में निमिषा प्रिया का जीवन बचाने के लिये भारत के राष्ट्रपति सचिवालय का एक्शन

 

बूंदी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com- भारतीय महिला निमिषा प्रिया को यमन में फांसी से बचाने के लिये राष्ट्रपति सचिवालय में भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के नाम दायर याचिका पर राष्ट्रपति सचिवालय ने एक्शन लिया है।राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के नाम निमिषा प्रिया को फांसी से बचाने के लिये विदेश में संकटग्रस्त भारतीयों की सहायता के लिये कार्य करने वाले राजस्थान बीज निगम के पूर्व निदेशक कांग्रेस नेता चर्मेश शर्मा की ओर से दायर याचिका पर राष्ट्रपति सचिवालय ने भारत सरकार के विदेश मंत्रालय को कार्यवाही के निर्देश दिये है।याचिका में राष्ट्रपति से भारतीय महिला का जीवन बचाने के लिये भारत सरकार को निर्देश देने और भारत सरकार द्वारा अंतराष्ट्रीय स्तर पर कूटनीतिक व वैधानिक प्रयासों से भारतीय महिला का जीवन बचाने की मांग की गयी है।

*राष्ट्रपति भवन के हस्तक्षेप के बाद कार्यवाही का दबाव बढ़ा*

भारतीय महिला निमिषा प्रिया को 16 जुलाई को यमन में फांसी दी जानी थी।विभिन्न स्तर पर कूटनीतिक प्रयासो के बाद फांसी फिलहाल टल गयी है।लेकिन अभी भी फांसी की सजा को रद्द नहीं किया गया है।ऐसे में भारतीय महिला निमिषा प्रिया के जीवन पर खतरा अभी बना हुआ है।राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के नाम भारतीय नागरिक का जीवन बचाने की याचिका पर राष्ट्रपति भवन द्वारा भारत सरकार के विदेश मंत्रालय को कार्यवाही के निर्देश के बाद विदेश मंत्रालय के साथ समूची भारत सरकार पर भारतीय महिला का स्थायी रूप से जीवन बचाने के लिये प्रभावी कूटनीतिक व वैधानिक कार्यवाही करने का दबाव बढ़ गया है।

*याचिका में की गयी है यह मांग*

भारतीय महिला निमिषा प्रिया के मामले में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के नाम विदेश में संकटग्रस्त भारतीयों की सहायता के लिए कार्य करने वाले राजस्थान बीज निगम के पूर्व निदेशक व कांग्रेस नेता चर्मेश शर्मा के द्वारा राष्ट्रपति सचिवालय में दायर याचिका में भारतीय महिला का जीवन बचाने की गुहार लगायी गयी है।राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के नाम दायर याचिका में कहा गया है कि भारतीय नागरिक के जीवन से जुड़े हुई इस इस गम्भीर मानवीय विषय पर राष्ट्रपति सचिवालय और भारत सरकार की ओर से तत्काल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कूटनीतिक और वैधानिक हस्तक्षेप किया जाना चाहिये और निमिषा प्रिया का जीवन बचाया जाना चाहिये।

*तारीख टली पर अभी फांसी की सजा बरक़रार*

भारतीय महिला निमिषा प्रिया पर यमन में यमन नागरिक व अपने क्लीनिक पार्टनर तलाल आबदो मेहदी को ओवरडोज़ नशे का इंजेक्शन लगाकर हत्या का आरोप है।निमिषा प्रिया को 16 जुलाई को यमन की सना जेल में फांसी दी जानी थी।विभिन्न स्तर पर अंतराष्ट्रीय कूटनीतिक व मानवीय प्रयासो से फिलहाल फांसी देना कुछ दिन के लिये टाला गया है लेकिन अभी तक फांसी की सजा रद्द नही की गयी है और भारतीय महिला निमिषा प्रिया के जीवन को खतरा बना हुआ है।

*इंजेक्शन से अनजाने में हो गयी यमन नागरिक की म्रत्यु*

उल्लेखनीय है कि भारतीय नर्स निमिषा प्रिया केरल की रहने वाली है और रोजगार के लिये यमन गयी थी।वहाँ पर किसी भी विदेशी नागरिक को साथ मे किसी यमन नागरिक के बिजनेस पार्टनर होने पर संस्थान खोलने की अनुमति देने का अनिवार्य नियम है।इस नियम के कारण भारतीय महिला निमिषा प्रिया ने यमन नागरिक तलाल अबदो मेहदी की पार्टनरशिप में क्लीनिक खोला था। यमन में 2016 में भारतीय महिला का पासपोर्ट उक्त यमन नागरिक के द्वारा छीन लिया गया था और वह भारतीय महिला को जबरन वहीं पर रखना चाहता था और भारत नही आने दे रहा था।भारतीय महिला ने यमन में पुलिस में भी शिकायत की थी लेकिन पुलिस ने कार्यवाही कर महिला की मदद करने के बजाय उल्टा पीड़ित भारतीय महिला को ही 6 दिन के लिये जेल मे बंद कर दिया था।इसके बाद अपना पासपोर्ट व दस्तावेज वापस लेने के लिये भारतीय महिला निमिषा प्रिया ने यमन नागरिक तलाल आबदो मेहदी को नशे का इंजेक्शन लगाया था नशे की ओवरडोज़ से अनजाने में यमन नागरिक की मृत्यु हो गयी थी। जिसके बाद पिछले 8 वर्ष से अधिक समय से भारतीय नागरिक निमिषा प्रिया यमन की सना जेल में है।