खेलताजातरीनमध्य प्रदेश

विश्व भर में स्थापित हो पावन खिण्ड दौड

भिण्डrubarudesk/@www.rubarunews.com> छत्रपति शिवाजी के शौर्य पराक्रम का प्रतीक बनने पावन खिण्ड दौड़ के नाम से यह दौड़ अब विश्वभर में स्थापित हो , ऐसा प्रयास पावन खिण्ड दौड़ आयोजन समिति करने जा रही है। मैराथन लंबी दूरी की दौड़ प्रतियोगिता है जिसकी आधिकारिक दूरी 42.195 किलोमीटर (26 मील और 385 गज) है, यह आमतौर पर सडक़ दौड़ के तौर पर दौड़ी जाती है। वहीं शिवाजी की शौर्य गाथा से जुड़ी यह दौड़ 66 किलोमीटर से 68 किलोमीटर के युद्ध के भीषण संग्राम की कहानी कहती है। जिसमें घोड़ाखिंडी के जंगल के मध्य दलदल,संकीर्ण दर्रों से होती हुई जंगली जानवरों के बीच से यह ऐतिहासिक गाथा हुई (इसी से दौड़ का नाम पड़ा) पावन खिण्ड की यह दौड़ भारतीय नायक हिन्दू योद्धा छत्रपति शिवाजी के घोड़ाखिंडी स्थान पर हुऐ युद्ध की याद में स्थापित है। भारतीय संस्कृति का विश्व पटल पर अंतरराष्ट्रीय कीर्तिमान के रूप में स्थापित हो ऐसी विशाल विहंगम दौड़ का ऐतिहासिक प्रयास क्रांतिकारियों की भूमि चम्बल अंचल के विभाण्डक ऋषि की तपोभूमि भिण्ड से यह समिति करने जा रही है।

समिति का मानना है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मैराथन दौड़ की जगह संघर्ष शौर्य की गाथा से जुड़ी 66 किलोमीटर की यह पावन खिण्ड दौड़ के नाम से जानी जाये, इसके लिये ही भिण्ड जिले की भूमि से एक एतिहासिक कार्य होने जा रहा है। आगामी 12 जनवरी को भिण्ड के निराला रंग बिहार मेला ग्राउंड से हजारों प्रतिभागी एक दौड़ देश के स्वाभिमान के लिये तीन से चार किलोमीटर दौडऩे जा रहे हैं। इस दौड़ का रुट मेला मैदान से  महावीर गंज राज टाकीज होते हुए गोलमार्केट से सदर बाजार परेड चौराहा से पुस्तक बाजार होकर बेटी बचाओ चौराहे से गुजरते हुए अटेर रोड बम्बा पुलिया से घूमते हुए बम्बा की पटरी गोविंद नगर से गुजरकर इंदिरा गांधी चौराहे से पुन: मेला मैदान निराला रंग बिहार में जाकर सम्पन्न होगी। इस आयोजन के लिए भव्य तैयारियां समिति कर रही है, जिसमें मेला मैदान को भगवा पताकाओं से सजाया जा रहा, भव्य रंगोलियों का रेखांकन, फूल मालाओं पुष्पवर्षा कर जगह जगह स्वागत करने सामाजिक संस्थाओं ने बीड़ा उठाया, सुरक्षा व चिकित्सीय सेवा हेतु एम्बुलेंस तथा जल की व्यवस्था भी रहेगी।

अभी तक आयोजक समिति ने चार हजार  से भी अधिक अधिकृत पंजीयन कर लिये हैं, यह पंजीयन कार्य निरन्तर रूप से आगे भी जारी है । इसके साथ ही छत्रपति वीर शिवाजी के लिए आमजन नागरिक भी इस अनूठी दौड़ का हिस्सा बनने के लिये अति उत्साहित है। पावनखिण्ड दौड़ आयोजन समिति के संरक्षक सुनील अग्रवाल, सहसंयोजक मनीष ओझा व राधेगोपाल यादव ने संयुक्त रूप से प्रेस वार्ता की। समिति के हवाले से बताया गया है  कि यह दौड़ निश्चित रूप से सामाजिक रूप से विश्व कीर्तिमान स्थापित करने जा रही है। उन्होंने बताया कि पंजीकृत प्रतिभागियों के अलाबा समाज के बीच में सामाजिक कार्य करने वाली संस्थाओं के अलाबा आमजन भी इस दौड़ में शामिल होने जा रहा है। प्रेसवार्ता का विषय प्रतिपादित करने उपरान्त अर्पित मुदगल ने सभी उपस्थिजनों का आभार किया।

Umesh Saxena

I am the chief editor of rubarunews.com