ग्रामीण क्षेत्रो में जल स्त्रोतो की रक्षा एवं सरंक्षण को महत्व दें-कलेक्टर
श्योपुर.Desk/ @www.rubarunews.com>>कलेक्टर राकेश कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में जल जीवन मिशन कि क्रियान्वयन हेतु जारी दिशा निर्देशों कें अंतर्गत जिला जल एवं स्वच्छता मिशन का पुनर्गठन किया गया है। जिसकी जिला स्तरीय समिति की एक बैठक कलेक्टर चंेबर में आज आयोजित की गई।
जिला जल एवं स्वच्छता मिशन की बैठक में सीईओ जिला पंचायत श्री हर्ष सिंह, अपर कलेक्टर श्री एसआर नायर, कार्यपालन यंत्री पीएचई संतोष श्रीवास्तव, जल संसाधन सुभाष गुप्ता, सीएमएचओ डाॅ एआर करोरिया, उपसंचालक कृषि पी गुजरे, तहसीलदार विजयपुर अशोक गोवाडिया, एसडीओ पीएचई श्योपुर ओपी नागर, विजयपुर मुन्नालाल शर्मा, जिला सलाहकार पीएचई श्रीमती आराधना पाराशर उपस्थित थी।
कलेक्टर राकेश कुमार श्रीवास्तव ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि ग्रामीण स्तर पर गठित की गई समितियो के माध्यम से गांव में जल स्त्रोतो की रक्षा और संरक्षण की योजना बनाने, गे्र-वाटर प्रबंधन को महत्व दिया जावे। साथ ही जल स्त्रोतो को प्रदूषित होने से बचाने आदि की दिशा में प्रतिवर्ष तैयार की गई, कार्य योजना के अनुसार कार्यवाही सुनिश्चित की जावे। इसी प्रकार क्रियाशील घरेलू नल कनेक्शन के लिए प्रत्येक गावं की तैयार की गई, ग्राम कार्य योजना वर्ष 2024 तक बनाई गई है। इस कार्य योजना कें अंतर्गत प्रतिवर्ष मिशन के माध्यम से कार्यो केा अंतिम रूप दिया जावे।
जिला जल एवं स्वच्छता मिशन के अंतर्गत प्रत्येक ग्रामीण परिवार को क्रियाशील घरेलू नल कनेक्शन प्रदान करने की कार्यवाही सुनिश्चित की जानी है। जिसमें विशेषकर आदिवासी विकासखण्ड कराहल के क्षेत्र में सभी गतिविधियो को 31 दिसंबर तक अंतिम रूप देने की पहल की जावे। जिसमें ग्राम प्लान के अनुसार सभी प्रकार की कार्यवाही पूर्ण की जावे। इस दिशा में आगामी बैठक 30 जून 2020 को आयोजित की जाकर, विभिन्न प्रकार की कार्यवाहियंो को अंतिम रूप दिया जावे।
जिला पंचायत के सीईओ हर्ष सिंह ने बैठक में कहा कि जिला जल एवं स्वच्छता मिशन के अंतर्गत एसडब्ल्यूएसएम द्वारा प्रदत्त शक्तियो के अनुसार जिला स्तर अंतः ग्राम जल आपूर्ति स्कीमों परियोजनाओं को प्रशासनिक स्वीकृति की कार्यवाही समय सीमा में की जावे। गांवो के भीतर मौजूद स्त्रोतो के स्वामित्व से जुडे कार्यो और ग्रे-वाटर प्रबंधन के लिए निधियो की उपलब्धता सुनिश्चित की जावे। उन्होने कहा कि ग्राम ंपचायतो का अमला पीएचई का सहयोग करेगा। साथ ही विलेज लेबल की समिति ग्राम स्तर के कार्यो को अंतिम रूप देने में सहायक बनेगी।
कार्यपालन यंत्री पीएचई संतोष श्रीवास्तव ने बैठक में जिला जल एवं स्वच्छता मिशन की बैठक में अवगत कराया कि तैयार की जाने वाली कार्य योजना को 31 दिसंबर 2024 तक अंतिम रूप देने की पहल की जावेगी। उन्होने कहा कि जिले में जल जीवन मिशन के अंतर्गत क्रियाशील घरेलू नल कनेक्शन के लिए हर गांव में कार्य योजना बनाई गई है। ग्राम प्लान के अनुसार कार्य योजना को अंतिम रूप दिया जावेगा। उन्होने कहा कि सिंचाई, कृषि, पशुपालन विभाग के अंतर्गत पेयजल स्त्रोतो की आवश्यकता को भी इस कार्य योजना में शामिल किया गया है।