खरीफ फसलो की तैयार की दिशा में आवश्यक कदम उठावें-कलेक्टर
श्योपुर.Desk/ @www.rubarunews.com>> कलेक्टर राकेश कुमार श्रीवास्तव ने कहा है कि राज्य सरकार द्वारा किसानो की खेती को फायदे का धंधा बनाने की दिशा में निरतरं कदम उठाये जावे। जिसके अंतर्गत एपीसी की बैठक का आयोजन 15 मई 2020 को होने जा रहा है। इसलिए विभागीय अधिकारी अपने-अपने विभाग के प्राप्त होने वाले लक्ष्यो की पूर्ति सुनिश्चित करेगे। साथ ही खरीफ फसलो की तैयारी दिशा में आवश्यक कदम उठावे जावें। वे आज कलेक्टर कार्यालय श्योपुर के सभागार में कृषि, सहकारिता, पशु पालन, डेयरी, मछली पालन, उद्यान, एमपी एग्रो आदि विभागो के द्वारा किये गये कार्यो की समीक्षा के दौरान उनको दिशा निर्देश दे रहे थे।
कलेक्टर राकेश कुमार श्रीवास्तव ने बैठक में कहा कि कृषि विभाग के माध्यम से 01 लाख 55 हजार 750 हैक्टयर में किसानो द्वारा रबी फसल गेहू, चना, सरसो फसल की बोनी की है। जिसमें 1 लाख 49 हजार रकबा में सिचित फसले पैदा की गई है। इसी प्रकार किसानो के लिए पर्याप्त मात्रा के खाद की उपलब्धता सुनिश्चित की गई। जिसमें 26618 मैट्रिक टन यूरिया किसानो को उपलब्ध कराया गया। साथ ही 78 मैट्रिक टन पोटाश का उपयोग कर चमक की फसल लेने में सहायक बनें। उन्होने कहा कि किसानो के लिए कृषि बीज फार्म बडौदा बीज उपलब्ध कराने में सहायक बना है। जिसके माध्यम से किसान उन्नत किस्म का बीज प्राप्त करने में आगे बढे है।
कलेक्टर ने कहा कि खेती को लाभकारी बनाने की दिशा मे विशेष कार्यक्रम कृषि विभाग द्वारा समय-समय पर आयोजित किये गये। साथ ही बीजोपचार की दिशा में किसान लाभान्वित किये गये। फसल प्रदर्शन में समय-समय पर कराया गया। खरीफ फसलो के अतंर्गत 149510 हैक्टयर में धान, सोयाबीन, उडद आदि की फसलें लेने की दिशा में तैयारियां विभागीय अधिकारी सुनिश्चित करे। साथ ही 14 हजार क्विटल बीज का वितरण किसानो को कराये। इसलिए किसानो के लिए खरीफ फसल धान, सोयाबीन, उडद, बाजरा, ज्वार, मक्का की बोनी के लिए उन्नत किस्म का बीज प्रदान करने की कार्यवाही सुनिश्चित की जावे। साथ ही यूरिया, डीएपी आदि किस्म के खाद किसानो की मांग के अनुरूप स्टाक में रखा जावें। उन्होने कहा कि खाद-बीज का भण्डारण सुनिश्तिच करने की दिशा मे ंआवश्यक कदम उठाये जावे। साथ ही अग्रिम भण्डारण की व्यवस्था को प्रभावी बनाया जावे। साथ ही उद्यानिकी की दिशा मे ंअमरूद की खेती को बढावा दिया जावे। इस दिशा में तीन नर्सरियों में अमरूद के पौधे तैयार कर किसानो को उपलब्ध कराये जावे।
किसानो को समितियों के माध्यम से खाद-बीज की व्यवस्था का स्टाॅक रखा जावे। साथ ही प्रायवेट स्तर से भी किसानो की खरीफ फसलो के लिए फर्टिलाईजर की व्यवस्था की जावे। उन्होने कहा कि आगामी 05 वर्ष के किसानो की आय दोगुनी करने की दिशा में रणनीति तैयार की जावे। उन्होने कहा कि पशु पालन विभाग के माध्यम से 16 गौशालाओ को गतिशील बनाने के प्रयास किये जावे। सभी गोशालाएं क्रियाशील होना चाहिए। उन्होने कहा कि डेयरी विकास की दिशा में 42 दुग्ध समितियां जिले में कार्य कर रही है। जिनको और गतिशील बनाया जावे। इसके अलावा मछली पालन की दिशा में विगत वित्तीय वर्ष में लक्ष्य की पूर्ति सुनिश्चित करने के प्रयास किये है। इस वर्ष भी लक्ष्य की पूर्ति विभागीय अधिकारी सुनिश्चित करे। साथ ही मछली का बीज चिन्हाकित तालाबो में डाला जाकर उत्पादन बढाने के प्रयास किये जावे।
सीईओ जिला ंपचायत हर्ष सिहं ने बैठक में कहा कि खेती को फायदे का धंधा बनाने की दिशा में किसानो को मनरेगा से अमरूद के पौधे उपलब्ध कराने के प्रयास विभागीय अधिकारी सुनिश्चित करे। साथ ही सब्जी क्षेत्र को भी बढाने के प्रयास उद्यानिकी विभाग के अधिकारी करें। इसी प्रकार संरक्षित खेती की दिशा में गतिविधियां आगे बढाई जावे। प्रधानमंत्री फलोद्यान के अतंर्गत 35 की लक्ष्यपूर्ति की गई है। जिसके अंतर्गत 7.11 लाख रूपये का भुगतान किया जा चुका है। जिले के तीन नर्सरियों में अमरूद के पौधे तैयार कराये जावे। साथ ही ऐसे किसान जिन्होेने उल्लेखनीय सफलता उद्यानिकी के क्षेत्र में प्राप्त की है। उनकी सफलता की कहानी पीआरओ श्योपुर के माध्यम से प्रकाशित कराई जावे। उन्होने अन्य विभागो के अंतर्गत एपीसी के बैठक की तैयारियो पर उपयोगी सुझाव दिये। इसी प्रकार विभगाीय अधिकारियों ने अपने-अपने विभाग का प्रजेटेंशन दिया।
बैठक में जिला ंपचायत के सीईओ हर्ष सिहं, सहायक कलेक्टर पवार नवजीवन विजय, उपसंचालक कृषि पी गुजरे, एलडीएम सुरेन्द्र पाठक, उपसंचालक पशु चिकित्सा डाॅ वीएम शर्मा, सहायक संचालक उद्यानिकी पंकज शर्मा, सहायक संचालक मत्स्य पालन बीपी झसिया, नोडल आफीसर सीसीबी मातादीन डण्डोतिया एंव अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।