कामरेड शाकिर अली खान जी की स्मृति में व्याख्यान
भोपाल.Desk/ @www.rubarunews.com- भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के दिग्गज नेता शेरे भोपाल कामरेड शाकिर अली खान की 43 वीं बरसी पर उनकी स्मृति में शाकिर साहब का समय और हम विषयक व्याख्यान वरिष्ठ साहित्यकार जनाब इकबाल मसूद ने दिया ।भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉक्टर डी डी शर्मा ने की ।
इकबाल मसूद जी ने अपने सारगर्भित वक्तव्य में शाकिर साहब के अवदान और संघर्ष का उल्लेख करते हुए तत्कालीन परिदृश्य में शाकिर साहब के महत्व को प्रतिपादित किया । इकबाल मसूद जी ने कहा कि शाकिर साहब मानवता के पुजारी थे ।जनता की लूट के खिलाफ शाकिर साहब हमेशा खड़े होकर मोर्चा संभालते थे ।शाकिर साहब ने जनता पर हुए प्रत्येक अत्याचार और अन्याय का कड़ा प्रतिरोध किया ।वे मेहनतकश जनता के हक की लड़ाई में खुलकर जोरदार आवाज उठाते थे ।जन विरोधी और सांप्रदायिक ताकतों को शाकिर साहब से डर लगता था ।शाकिर साहब आज होते तो यह फासीवादी सरकार उन्हें भी फर्जी मुकदमा दायर कर देशद्रोही साबित करती ।इतना ही नहीं यह फासीवादी सरकार शाकिर साहब को फांसी देने की भी साजिश करती ।इकबाल मसूद जी ने शाकिर साहब के सोवियत क्रांति से प्रभावित होकर कम्युनिस्ट होने की प्रक्रिया का विस्तार से उल्लेख किया ।इकबाल मसूद जी ने कहा कि शाकिर साहब ने मेहनतकश जनता की लड़ाई की गरिमा और महत्व को स्थापित किया ।शाकिर साहब को सच्ची श्रद्धांजलि यह ही होगी कि शाकिर साहब की तरह ही हम सब अन्याय ,अत्याचार और फासीवादी ,अमानवीय प्रवृत्तियों का कड़ा प्रतिरोध करें ।हम सब शाकिर साहब की ही तरह एक आदर्श कम्युनिस्ट बनने की कोशिश करें ।
कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉक्टर डी डी शर्मा ने विभिन्न संस्मरणों के माध्यम से शाकिर साहब के महत्व और प्रभाव का उल्लेख किया ।
कार्यक्रम के अंत में शाकिर साहब को लाल सलाम की जोरदार नारेबाजी के साथ श्रद्धांजलि अर्पित की गई ।
कार्यक्रम में भाकपा नेता नवाबुद्दीन ,रूप सिंह चौहान ,मुन्ने खान ,सईद खान ,शिव शंकर मौर्य ,सचिन श्रीवास्तव ,जफर मेंहदी ,टीकाराम यादव ,शाहनवाज खान , ए एच सिद्दीकी ,ब्रजेश द्विवेदी ,शंकर राव ,शिव रतन अग्रवाल , एम एल सातपुते , आर एन प्रसाद , डी आर बंछोर ,हबीब कुरेशी ,जब्बार खान सहित गणमान्य नागरिक बड़ी संख्या में सम्मिलित हुए ।