इंसान से ज्यादा बेजुबान जानवरों को महंगा पड़ा लॉक डाउन
श्योपुर. आर. के.आंकोदिया/ @www.rubarunews.com- जहां एक और विश्वभर में फैली महामारी से जूझ रहे इंसानो तो वहीं दूसरी ओर भूख से तड़पते बेजुबान जानवरों को लॉक डाउन भारी पड़ा लॉक डाउन के दौरान इंसान तो इंसान परन्तु जानवरों के लिए काल बनकर आया इस महामारी में जानवरों के लिए नहीं तो शासन ने कुछ किया नहीं इंसानो ने जबकी आए दिन गो भक्त एवं गोसेवको के द्वारा भी इन बेजुबानो को कोई व्यवस्था नहीं कि गई इंसान इतना स्वार्थी हो गया कि इन बेजुबान जानवरों के नाम पर शासन से मिलने वाली सहयोग को लेकर गो सेवकों के द्वारा आये दिन समाचार पत्रों में काफी गोमाता के नाम पर खूब लूटखसोट की गई उनके नाम से आने वाले सरकारी फंड का फायदा उठाकर अपनी रोजीरोटी खूब सेकी लेकिन लॉक डाउन में यह बेजुबान जानवर गोमाता तक को लोग भूल गए ।
60 दिन के लोग टाउन में आज तक गौ माता एवं बेजुबान जानवर अभी भी भूख प्यास से तड़पते सड़कों पर नजर आ ही जाएंगे जिससे इन बेजुबान ओं को कोई राष्ट्रभक्त सहारा देने नहीं आए जब लोग रावण नहीं था फब गौ माता के नाम पर गौ सेवकों एवं गौशाला मालिकों के द्वारा काफी शासन से लाभ प्राप्त किया गया लेकिन जैसे ही लोक डाउन लगा तब से इन बेजुबानों को बेसहारा छोड़ दिया गया कई भूख प्यास से मारे गए कई जानवर तड़पते सड़कों पर नजर आए ।ऐसे स्वार्थी गो भक्तों ने मलाई चाटकर इन्हें सड़को पर छोड़ दिया गया।