मध्य प्रदेश

अहमदाबाद में फसे हजारों लागों को समाजसेवी दोनों समय खिला रहे खाना

भिण्ड.Desk/ @www.rubarunews.com>> पूरे देश में लॉकडाउन हो जाने से रोज कमाने खाने वालों सहित तिहाड़ी मजदूर का काम धंधा पूूरी तरह से चौपट हो गया, जिसके बाद जो जहां था वहीं फसकर रह गया। इसी तरह अहमदाबाद में हजारों मजदूर जो भिण्ड जिले से अपनी जीवका चलाने काम धंधों के लिए गये हुए थे और कोरोना महामारी के चलते सभी तरह की फैक्ट्रियां बंद होनें से मजदूरगार बेरोजगार हो गये और ऐसे परिवार के आगे खाने के लिए संकट खड़ा हो गया। जिनकी मदत करने के लिए अखिल भारतीय हिन्दीभाषी उत्थान संघ के अध्यक्ष एवं व्यवसायी उदयवीरसिंह भदौरिया ने अपनी पत्नी सरोजसिंह के साथ व टीम की मदत से ऐसे हजारो लोगों के साथ आकर खड़े हो गये और कंधे से कंधा मिलाकर इस संकट की खड़ी में उनका साथ दे रहे हैं।

श्री भदौरिया अहमदाबाद में ऐसे मजदूरों को चिन्हित करते हुए उनको राहत सामग्री पहुंचाने काम किया जा रहा है जो 22 मार्च से लगे हुए हैं और गरीबों के मसीहा बनाकर उभर रहे हैं वहीं गरीबों द्वारा उन्हें दुआएं भी दी जा रही है। श्री भदौरिया ने एक राहत किट तैयार करायी, जिसमें 5 किलो चावल, 25 किलो गेहूं, 5 किलो चीनी, 5 किलो दाल, चाय का पैकिट, मसाला पैकिट, नमक की पैकिट, 5 किलो तेल सहित सब्जी के लिए नगद राशि तक मुहैया करायी जा रही है। इतना ही नहीं मैनपुरी उप्र, उदी मोड, वाह जैतपुर, फतेहाबाद, जालौन, मुरैना, भिण्ड आदि क्षेत्रों के मजदूरों व गरीब असहाय लोगों की मदत की जा रही है। अखिल भारतीय हिन्दीभाषी उत्थान संघ के भवन में एक रसोई भी शुरु की गई है जहां खाना तैयार करने के बाद फू्रड पैकिट बनाये जा रहे हैं और ऐसे लोग जिन्हें खाने की जारुरत है तो फोन द्वारा तुरंत भेजकर उपलब्ध कराने में पीछे नहीं है। कोरोना महामारी में यह संस्था बड़ी राहत के साथ उभरकर सामने आ रही है और गरीबों का पेट भरने में लगी है। राहत सामग्री वितरण करने में महेन्द्र यादव, जगदीश मोर्य, सुशील सिंह सहित अन्य पदाधिकारी भी राहत कार्य में योगदान दे रहे हैं। संघ के अध्यक्ष उदयवीर ने कहा जब तक लॉकडाउन चलेगा, फ्रूड पैकिट वितरण किये जायेंगे शुरुवात 500 पैकिट से की थी और सुबह शाम 6 हजार पैकिट वितरण कराये जा रहे हैं। लॉकडाउन शुरु होते ही कई मजदूर जिनके पास घर जाने के लिए रुपये नहीं थे किराये के लिए पैसे उपलब्ध कराकर उनके गांव भी भेजने से पीछे नहीं हटे और उनके जिले में भेजने के लिए निशुल्क बस सेवा भी उपलब्ध करायी।