ब्रह्माकुमारीज की दिवंगत मुख्य प्रशासक का राजयोगिनी दादी प्रकाशमणि जी की 15 वी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा आयोजित
दतिया @rubarunews.com>>>>>>>>>>>>>> प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय संस्था की कटरा बाजार स्थित शाखा द्वारा गहोई वैश्य समाज धर्मशाला में ब्रह्माकुमारीज की दिवंगत मुख्य प्रशासक का राजयोगिनी दादी प्रकाशमणि जी की 15 वी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया।
ब्रह्माकुमारीज की सम्पूर्ण भारत एवं विश्व के 140 देशों में फैली हुई लगभग 9000 शाखाओं द्वारा दादी जी के स्मृति दिवस को विश्व बंधुत्व दिवस के रूप में मनाया जाता है क्योंकि संस्था के संस्थापक दादा लेखराज जिन्हें संस्था में सभी ब्रह्मा बाबा कहते है कि सन 1969 में देह त्यागने के पश्चात दादी प्रकाशमणि जी ने मुख्य प्रशासिका के उत्तरदायित्व को संभाला और अंतिम क्षणों तक पूर्ण समर्पित भाव से निरंतर 38 वर्ष निर्विघ्न रुप से संस्था का कुशल संचालन किया और सभी को संतुष्ट रखते हुए सबकी आध्यात्मिक उन्नति के लिए एक आदर्श बनकर अपने जीवन का उदाहरण प्रस्तुत किया।
दादी जी ने सबको बहुत स्नेहपूर्वक प्यार और सहयोग से आगे बढ़ाया। संस्था द्वारा दिए जाने वाले आध्यात्मिक ज्ञान एवं राजयोग प्रशिक्षण का संदेश आपके ही नेतृत्व में भारत के कुछ गिने-चुने शहरों से बढ़कर भारत के हर राज्य,शहर एवं विश्व के 140 देशों में पहुंचा। जिसमें संस्था द्वारा भिन्न-भिन्न जाति,धर्म,रंग, रूप,भाषा आदि की सीमाओं से बाहर निकल कर समूचे विश्व को एक आध्यात्मिकता के सूत्र में पिरोने की सेवा ने विशाल रूप को धारण किया और भारत के अध्यात्म और वसुधैव कुटुंबकम का संदेश सारे विश्व में पहुंचाने की सेवा में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की।
संस्था की इन अभूतपूर्व सेवाओं के कारण सन 1987 में ब्रम्हाकुमारीज़ को संयुक्त राष्ट्र संघ की गैर सरकारी आध्यात्मिक सहयोगी संस्था की मान्यता प्राप्त हुई और संस्था को विश्व शांति दूत के पदक से सम्मानित किया गया। साथ ही संस्था को यूनिसेफ के वैश्विक आर्थिक और सामाजिक परिषद की परामर्शदाता संस्था के तौर पर भी स्थान प्राप्त हुआ।
अपने आध्यात्मिक व्यक्तित्व और सेवाओं के चलते राजस्थान की मोहनलाल सुखाड़िया यूनिवर्सिटी द्वारा दादी जी को अध्यात्म के क्षेत्र में डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित किया गया। अपने नेतृत्व में हजारों समर्पित ब्रह्माकुमारी बहनों के संगठन को एक सूत्र में पिरो कर दादी जी ने यह प्रमाणित किया की नारी शक्ति भी संगठित रूप से व्यापक जिम्मेदारियों को संभालने में सक्षम है।
महिलाओं में भी संगठन में रहने और नेतृत्व करने की पूर्ण योग्यता होती है,इस बात को नारी शक्ति के नेतृत्व में चलने वाली विश्व व्यापक संस्था को स्थापित करने की सेवा द्वारा दादी जी ने प्रमाणित कर दिखाया। इस प्रकार दादी जी ने आध्यात्मिक नैतिक सामाजिक और महिला उत्थान के क्षेत्र में जो अभूतपूर्व योगदान खुद एक आदर्श बन कर विश्व के सामने प्रस्तुत किया उसके लिए संस्था के सभी भाई बहनों ने पूर्ण श्रद्धा और दादी जी के आदर्शों को अपनाने के शुभ संकल्प द्वारा अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस सभा में भूतपूर्व प्रबंधक उधोग विभाग श्री राजकुमार बुंदेला जी, गब्बार भाई इटावा, बीके निलेश भाई बीके शरद भाई, बीके निति बहन बीके शिवानी बीके निराली बीके पूजा उपस्थित रहीं। आपने भी दादी जी को सादर श्रद्धांजलि अर्पित की और दादी जी के आदर्शो से जीवन में प्रेरणा लेने का शुभ संकल्प किया।
इसके उपरांत ब्रह्माकुमारी दीपा बहनजी ने सभी अतिथियों एवं भाई-बहनों का अभिवादन करते हुए अतिथियों को ईश्वरीय स्मृति चिन्ह भेंट किए और विद्यालय द्वारा सिखाए जाने वाले राजयोग को सीखने की शुभ प्रेरणा दी। इस अवसर पर मीडिया साथी रामजी शरण राय, नामित त्रिपाठी, प्रशांत गुप्ता, बलवीर पाँचाल, पीयूष राय, अशोक कुमार शाक्य आदि सम्मिलित रहे। उक्त जानकारी बीके शरद भाई जी ने दी।