तेज मूसलाधार बारिश का दौर सोमवार को भी रहा जारी, नदी नाले व बांध उफ़ान पर

स्थानीय लोग प्रशासन से तुरंत राहत कार्य शुरू करने और जल निकासी की व्यवस्था करने की मांग कर रहे हैं। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में और बारिश की चेतावनी जारी की है। जिले के डाबी, हिंडोली, लाखेरी और नैनवां में भी सुबह से ही बारिश का दौर जारी है। कभी रिमझिम तो कभी तेज बारिश हो रही है। इस बारिश से धान उत्पादक किसान खुश हैं। वर्तमान में बूंदी और आसपास के क्षेत्रों में धान की रोपाई चल रही है। किसानों को सोयाबीन और उड़द की फसलों की अच्छी पैदावार की भी उम्मीद है।
लगातार बारिश व पानी की आवक के चलते बरधा बांध का जलस्तर बढ़ने से 3।30 फ़ीट की चादर चल रही है। बरधा बांध से जुड्डी तालेड़ा नदी, घोड़ा पछाड़ नदी उफान पर है। उफान के कारण एक दर्जनों गांवों का सम्पर्क कट गया है। अंथडा गांव का बूंदी मुख्यालय से, अकतासा से तालेड़ा का सम्पर्क कटा रहा, साथ ही नमाना वाया बरूधन पुलिया बंद, बरूंधन से कछालिया पुलिया भी बंद रही है। इसी प्रकार जिले के 23 में से 8 बांधों पर चादर चल रही है जबकि तीन से चार अन्य बांधो में पानी की आवक जारी है उम्मीद है कि अगले दो-तीन दिन में अच्छी वर्षा के साथ इनमें भी चादर चलने लगेगी।गत वर्ष के मुकाबले इस बार आधे जून और जुलाई माह की शुरुआत तक ही पिछले 10 वर्षों का बारिश का रिकॉर्ड टूट चुका है।
बूंदी में मानसून की शुरुआत से ही लगातार हो रही है अच्छी वर्षा
बाढ़ नियंत्रण कक्ष के प्रभारी सत्यवान शर्मा ने बताया कि 1 जून से 14 जुलाई तक बूंदी जिले में 2726।30 मिमी (389।47 मिमी औसत) वर्षा दर्ज की गई है। जून माह के अंत और जुलाई के पहले सप्ताह में ही जिले के चार बांध बरधा, अभयपुरा, भीमलत और चांदा लबालब भर गए थे। वहीं, पिछले 24 घंटों की लगातार वर्षा के कारण बड़ा नया गांव, चाकन और मरर्डिया जैसे बांध भी छलकने लगे हैं।
इस तरह अब तक कुल 8 बांध पूरी तरह भर चुके हैं। इसके अलावा, गुढ़ा डेम, बूंदी का गोठड़ा, पाइबालापुरा, इंद्राणी, रोनिजा और नारायणपुरा बांधों में भी पानी की आवक जारी है। इनके जल्द भरने की संभावना है। वहीं, भीमलत बांध पर 1.50 फीट और अभयपुरा बांध पर 2.30 फीट की चादर के साथ दोनों बांध ओवरफ्लो हो चुके हैं। इसके कारण मेघरावत, नीम का खेड़ा, सिंता, सिंती और गरनारा जैसे गांवों में जलभराव की स्थिति बन रही है।
मिट्टी की अस्थाई पुलिया बही
बूंदी जिले में बीती रात 2 बजे से लगातार हो रही भारी बारिश ने कई नदी-नालों को उफान पर ला दिया है। डाबी में स्टेट हाईवे-115 पर निर्माणाधीन पुलिया के पास बनाई गई वैकल्पिक मिट्टी की पुलिया ऐरू नदी के तेज बहाव में बह गई। बरुधन से डाबी जाने वाला मार्ग बीती रात से ही बंद है। इसी तरह, डाबी से लांबाखोह को जोड़ने वाला मार्ग एरु नदी में उफान आने से अवरुद्ध हो गया है। यहां पुलिया पर कई फीट पानी चल रहा है। इसी प्रकार घोड़ा पछाड़ नदी में उफान आने से बूंदी से नमाना और गरडदा जाने वाला मार्ग बंद कर दिया गया है। नमाना से बरुधन, नमाना से श्यामू और गरडदा से नमाना मार्ग पर भी पानी का स्तर बढ़ने से यातायात प्रभावित है। आमली से नमाना जाने वाला मार्ग भी गणेशी के खाल में 6 फीट पानी भर जाने से बंद है।
बाढ़ नियंत्रण प्रभारी सत्यवान शर्मा ने बताया कि बीती रात से सुबह 8 बजे तक बूंदी में 38 मिमी, तालेड़ा में 21 मिमी, केशवराय पाटन में 36 मिमी, नैनवा में 23 मिमी, हिंडोली में 51 मिमी और रायथल में 9 मिमी वर्षा दर्ज की गई। पिछले 24 घंटों में सबसे अधिक 113 मिमी बारिश बूंदी में हुई है। जिले के 6 उपखंडों में कुल 414 मिमी वर्षा दर्ज की गई। जलसंसाधन विभाग के कनिष्ठ अभियंता राहुल शर्मा ने बताया कि तेज बारिश के कारण बड़ा नया गांव, चाकन और मरर्डिया बांध लबालब हो गए हैं। अब तक जिले के 8 बांध पूरी तरह भर चुके हैं, जबकि कई अन्य में पानी की आवक जारी है। गरडदा, बरधा, अभयपुरा, भीमलत और चांदा का तालाब बांध पहले ही भर चुके हैं।
मिट्टी की अस्थाई पुलिया बही
बूंदी जिले में बीती रात 2 बजे से लगातार हो रही भारी बारिश ने कई नदी-नालों को उफान पर ला दिया है। डाबी में स्टेट हाईवे-115 पर निर्माणाधीन पुलिया के पास बनाई गई वैकल्पिक मिट्टी की पुलिया ऐरू नदी के तेज बहाव में बह गई। बरुधन से डाबी जाने वाला मार्ग बीती रात से ही बंद है। इसी तरह, डाबी से लांबाखोह को जोड़ने वाला मार्ग एरु नदी में उफान आने से अवरुद्ध हो गया है। यहां पुलिया पर कई फीट पानी चल रहा है। इसी प्रकार घोड़ा पछाड़ नदी में उफान आने से बूंदी से नमाना और गरडदा जाने वाला मार्ग बंद कर दिया गया है। नमाना से बरुधन, नमाना से श्यामू और गरडदा से नमाना मार्ग पर भी पानी का स्तर बढ़ने से यातायात प्रभावित है। आमली से नमाना जाने वाला मार्ग भी गणेशी के खाल में 6 फीट पानी भर जाने से बंद है।
बाढ़ नियंत्रण प्रभारी सत्यवान शर्मा ने बताया कि बीती रात से सुबह 8 बजे तक बूंदी में 38 मिमी, तालेड़ा में 21 मिमी, केशवराय पाटन में 36 मिमी, नैनवा में 23 मिमी, हिंडोली में 51 मिमी और रायथल में 9 मिमी वर्षा दर्ज की गई। पिछले 24 घंटों में सबसे अधिक 113 मिमी बारिश बूंदी में हुई है। जिले के 6 उपखंडों में कुल 414 मिमी वर्षा दर्ज की गई। जलसंसाधन विभाग के कनिष्ठ अभियंता राहुल शर्मा ने बताया कि तेज बारिश के कारण बड़ा नया गांव, चाकन और मरर्डिया बांध लबालब हो गए हैं। अब तक जिले के 8 बांध पूरी तरह भर चुके हैं, जबकि कई अन्य में पानी की आवक जारी है। गरडदा, बरधा, अभयपुरा, भीमलत और चांदा का तालाब बांध पहले ही भर चुके हैं।
सबसे बड़ा गुढ़ा बांध भी भरने के कगार पर है, जिसमें अब तक 30 फीट पानी जमा हो चुका है। इसकी कुल भंडारण क्षमता 34 फीट है। शहर की ऐतिहासिक जैत सागर झील भी लगातार वर्षा से लबालब हो गई है। वहीं, बरधा बांध के ओवरफ्लो होने से तालेड़ा और घोड़ा पछाड़ नदी में पानी तेज बहाव शुरू हो गया है, जिससे कई पुलियो पर पानी चढ़ आया है।
तेज बारिश से गांवों में बाढ़ जैसे हालात
बूंदी के डाबी क्षेत्र के धनेश्वर सुतड़ा में रात से हो रही तेज बारिश से हालात बिगड़ गए। गांव की गलियों व घरों में 2 से 3 फीट तक पानी भर गया। धनेश्वर पंचायत भवन के अंदर तक पानी घुस गया। गांव में बाढ़ जैसे हालात बन गए।
तेज बारिश से गांवों में बाढ़ जैसे हालात
बूंदी के डाबी क्षेत्र के धनेश्वर सुतड़ा में रात से हो रही तेज बारिश से हालात बिगड़ गए। गांव की गलियों व घरों में 2 से 3 फीट तक पानी भर गया। धनेश्वर पंचायत भवन के अंदर तक पानी घुस गया। गांव में बाढ़ जैसे हालात बन गए।