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अलग ही अंदाज में मनाया जा रहा है रहा है धनतेरस का त्योहार,

*EXCLUSIVE PHOTOS: अलग ही अंदाज में मनाया जा रहा है रहा है धनतेरस का त्योहार, ईंदौर, पटना, जयपुर, चंडीगढ़ और अहमदाबाद में जानें कैसी चल रही है दिवाली के तैयारियां*
*इस बार वोकल फॉर लोकल (Vokal For Local) को मद्देनज़र रखते हुए लोग इ स्वदेशी  सामान की खरीदारी करना पसंद कर रहे है*
नईदिल्ली.Desk/ @www.rubarunews.com- भारत अनेकों त्योहारों का देश है, जहां अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग त्योहार अलग-अलग दिलचस्प तरीकों से मनाए जाते हैं। लाइट्स का त्योहार दिवाली भी इस लिस्ट में सबसे ऊपर आता है। भारत के कई हिस्सों में लोग विभिन्न प्रथाओं, अनुष्ठानों और कई चीजों के साथ भिन्न-भिन्न तरीकों से दिवाली मनाते हैं। भारत के अधिकांश हिस्सों में, दीवाली को देवी लक्ष्मी की पूजा करके, घरों को दीयों से रोशन करके, प्रियजनों को उपहार देकर और पटाखे फोड़कर मनाया जाता है। इस लेख में हमने आपको भारत के कुछ हिस्सों में कैसे अलग-अलग तरीकों से दिवाली मनाई जाती है.


सोशल मीडिया Koo पर कई लोगों अपने-अपने शहरों  के फोटो शेयर किए जिसमें सड़को पर दिवाली की तैयारियां, सजावट और खरीदारी देखने को मिल सकती हैं |
आपको बता दें कि इस बार वोकल फॉर लोकल को मद्देनज़र रखते हुए लोग अपने आसपास के इलाको से देसी समान की खरीदारी कर रहे हैं.
साथ ही इस बार सबसे ज्यादा अट्रैक्टिव दीये, कैंडल, लाइट, सजावट सामग्री लोकल ही डिमांड में हैं। ऐसे में भारतीय बहुभाषीय ऐप पर भी लोग वोकल फॉर लोकल  को इतना सपोर्ट करते हुए कई तस्वीरें साझा कर रहे हैं.


बाज़ारों में धनतेरस से पहले जमकर धनवर्षा हुई। रविवार का अवकाश होने के कारण सरकारी व प्राइवेट सेक्टर के लोगों ने जमकर खरीददारी करते दिखे | त्योहार की खरीददारी के लिए मार्केट में हुजूम उमड़ पड़ा। धनतेरस से पहले रविवार पड़ने को लेकर व्यापारियों ने भी पहले तैयारी की थी।
कपड़े से लेकर गहने तक की लोगों ने की खरीददारीमार्केट का माहौल बदला बदला सा दिखाई दिया। सुबह से ही मार्केट सजने लगा था। दुकानों के बाहर सजावटी सामनों के स्टाल लगे थे। कपड़ों के शोरूमों पर दोपहर से लोगों ने खरीददारी शुरू की और देररात तक जारी रही। इलेक्ट्रानिक मार्केट लाइटों व साजवटी सामान खरीदने के लिए भीड़ लगी रही। चौक चौराहे पर ज्वैलरी, सोने-चांदी के सिक्के खरीदने वालों का तांता देखने को  मिल रहा है |  धनतेरस से पहले बाजार में लंबे समय बाद धनवर्षा हुई।