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सुदृढ़ पीढ़ी का निर्माण और संस्कारों का आधार होते हैं वरिष्ठजन – राठौर

बून्दी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.comजिला विधिक सेवा प्राधिकरण एवं उमंग संस्थान के तत्वावधान में देवपुरा स्थित सेंट्रल एकेडमी प्रांगण में वरिष्ठ जन विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। सक्रिय वरिष्ठ नागरिकों के आतिथ्य में आयोजित शिविर की अध्यक्षता जिला विधिक चेतना समिति सदस्य एवं उमंग संस्थान समन्वयक कृष्णकान्त राठौर ने की। प्राधिकरण के पीएलवी डॉ सर्वेश तिवारी प्रधानाचार्य निलेश गौड और उपाचार्य सुल्ताना परवीन मुख्यवक्ता रहे। इस अवसर पर वरिष्ठजन का अभिनंदन कर उन्हें कानूनी अधिकारों की जानकारी दी गई।

जागरूकता शिविर को संबोधित करते विधिक चेतना समिति सदस्य कृष्ण कान्त राठौर ने कहा कि वरिष्ठजन समाज में वृद्धजन के रूप में अनुभव का खजाना होते हैं। ये परिवार के आधार स्तंभ और विकास की नींव होते हैं, ये न केवल सुदृढ़ पीढ़ी का आधार और संस्कारों के पोषक हैं बल्कि समय की अमूल्य पूंजी भी हैं। वरिष्ठजन के आशीर्वाद से ही कोई भी समाज सफल होता है। इनकी मेहनत, त्याग व बलिदान रूपी परवरिश के परिणाम स्वरूप हम समाज मे स्थापित है। इन्होंने अपने माता पिता और वरिष्ठजनों का सम्मान को भारतीय संस्कृति का संस्कार बताते हुए कहा कि आज जो हम देखेंगे, आगे भी हमारे नौनिहाल वही सीखेंगे और इस सीख के सकारात्मक और अच्छा परिणाम भी देखने को मिलेंगे।

कानूनी दायित्व कार्यक्रम की प्रस्तावना रखते हुए डॉ सर्वेश तिवारी ने बताया कि वृद्ध व्यक्तियों की देखरेख और सुरक्षा के उद्देश्य से माता-पिता और वरिष्ठ नागरिकों का भरण-पोषण तथा कल्याण अधिनियम 2007 बनाया गया है। कोई भी वरिष्ठ नागरिक, जिसकी आयु 60 वर्ष या उससे अधिक है, इसमें वे माता-पिता भी आते हैं, जो खुद कमाने में असमर्थ हैं, वे अपने बालिग बेटा, बेटी, पौत्र, पौत्री से भरण-पोषण खर्च पाने की पात्रता रखते हैं। इन्होंने बताया कि राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा ’वरिष्ठ नागरिकों के लिए विधिक सेवा योजना 2016 शुरू की गई है। इस योजना का उद्देश्य वरिष्ठ नागरिकों को प्रत्येक स्तर पर विधिक सहायता, सलाह, परामर्श को सुदृढ करना, उन्हें विभिन्न विधिक प्रावधानों के लाभ प्राप्त करने में सक्षम बनाना, सरकारी योजनाओं एवं कार्यक्रमों तक पहुंच सुनिश्चित करना और पुलिस, स्वास्थ्य देखभाल प्राधिकरणों एवं जिला प्रशासन आदि के साथ सहयोग कर तुरंत स्वास्थ्य सुविधाएं एवं शारीरिक एवं सामाजिक सुरक्षा उपाय करने के लिए तरीके खोजना है। कार्यक्रम में माता-पिता का भरण-पोषण एवं वरिष्ठ नागरिक अधिकार अधिनियम 2007, नालसा हेल्पलाइन नंबर 15100 के बारे में भी बताया गया। शिविर में संभागी वरिष्ठजन ने अपनी अपनी जिज्ञासाएं और विभिन्न समस्याएं साझा की।

इन बुजुर्गों का किया अभिनंदन

आयोजन में संस्था परिवार और अतिथियों द्वारा स्थानीय स्तर पर सक्रिय वरिष्ठजन ओमप्रकाश जांगिड़, नरपत सिंह, कैलाश शर्मा, प्रकाशचंद मीणा, प्रताप सिंह हाडा, शम्भू सिंह हाडा, कपूरचंद सैनी, माया कंवर, किरण सोनी, कलावती देवी, काली बाई, जानकी बाई, सरोज देवी, कलावती देवी, काली बाई, जानकी बाई, सरोज देवी का माल्यार्पण कर अभिनंदन किया गया व प्रति कृतज्ञता प्रकट की गई। शिविर में प्रधानाचार्य नितेश जांगिड़ ने शिविर में नई पीढ़ी के दायित्वों की जानकारी दी व आयोजन का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया तथा उप प्रधानाचार्य सुल्ताना परवीन ने आभार जताया। आयोजन में सामाजिक कार्यकर्ता कैलाश जांगिड़, नफीस मोहम्मद, उमंग यूथ सेल के आतिश वर्मा, अक्षिता, आशा, शालिनी, सलीका व मुस्कान का विशेष योगदान रहा। शिविर में स्कूली विद्यार्थियों, आमजन व संस्थान सदस्यों ने सहभागिता की।