राजस्थान

मूर्ति को खंडित कर चोरी की घटना का खुलासा,घटना का षडयंत्रकर्ता आरोपी गिरफ्तार

बून्दी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com सूरज छतरी की मूर्ति को खंडित कर चोरी की घटना का खुलासा करते हुए घटना का षडयंत्रकर्ता आरोपी नन्दकिशोर वैष्णव को गिरफ्तार कर आरोपी से छत्र एवं दो कंकूरे बरामद किये।

पुलिस अधीक्षक बून्दी जय यादव ने बताया की थाना कोतवाली बून्दी क्षेत्र में 23 मई को सूरज छतरी पर मूर्ति को खंडित कर चोरी करने की घटना में डोबरा महादेव में हुई पूजारी की हत्या के आरोपी लोकेश श्रृंगी बादल मेघवाल से पूछताछ में घटना करना स्वीकार किया।

इस पर प्रोडक्शन वारन्ट पर गिरफ्तार कर अनुसंधान में चोरी कर ले गये छत्र ककुरे अजमेर से बरामद कर घटना के षडयंत्र करने के आरोपी नन्दकिशोर वैष्णव को थाना कोतवाली की टीम ने गिरफ्तार करने में सफलता अर्जित की है।

23 मई को परिवादी सेव ऑवर हेरिटेज फाउन्डेशन के अरिहन्त सिंह शेखावत ने रिपोर्ट पेश की कि सूरज छतरी का निर्माण 1673 ईस्वी में तत्कालीन बून्दी नरेश भाव सिंह जी की माता ने अपने पति महाराव छत्रसाल सिंह जी की स्मृति में बनवायी थी इस छतरी पर स्थापित सूर्य
नारायण कि विशाल मूर्ति स्थापत्य कला कि दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है। ऐसी प्रतिमा पूरे भारतवर्ष मे कही ओर देखने को नहीं मिलती है। ऐतिहासिक महत्व, स्थापत्य कला के अलावा यह मूर्ति बून्दी कि जनता के बीच एक धार्मिक आस्था के केन्द्र है। हर महिने यहा सूर्य नारायण भगवान कि विशेष पूजा अर्चना की जाती है एवं मकर संक्रान्ति के अवसर पर यहा पर भव्य आयोजन किया जाता है। गत 2-3 दिन के दोरान किसी अज्ञात मुल्जिमान ने जानबुझकर उक्त प्रतिमा को जगह जगह से खंडित कर दिया है प्रतिमा बने हुए छत्र एवं दो कंकूरे को तोडकर ले गये जिससे लोगो कि धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है। इत्यादि पर मु.नं.174/2022 धारा 295 IPC में दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया गया।

पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही डोबरा महादेव मंदिर पूजारी की हत्या के आरोपियों से गहनता से पूछताछ में
आरोपी लोकेश श्रृंगी उर्फ बिट्टु व बादल मेघवाल ने सूरज छतरी का टुकडा, छत्र एवं दो कंकूरे को तोडकर चुराकर ले जाना स्वीकार करना बताया उक्त दोनो मुलजिमानों के खिलाफ प्रोडक्शन वारन्ट प्राप्त कर गिरफ्तार किया गया।

आरोपी लोकेश श्रृंगी की सूचना पर पुष्कर रोड अजमेर से प्रकरण में चोरी किये गये सुरज जी की मूर्ति का छत्र ककुरे बरामद किये गये पुछताछ में मुल लोकेश के अनुसार लोकेश व नन्दकिशोर दवारा अजमेर से नन्दकिशोर कि मोटरसाईकल से आकर सुरज जी कि छतरी को देखकर वापस अजमेर जाना, उसके बाद मुल
लोकेश दवारा नन्दकिशोर से उसकी मोटरसाईकल लेकर सुरज जी कि छतरी के बारे में नन्दकिशोर को बताकर
बून्दी आकर मुल बादल को साथ लेकर सुरज जी कि छतरी पर जाकर मूर्ति का छत्र, ककुरे तोड़कर आरोपी बादल को बून्दी में ही छोड़कर मोटरसाईकल से अजमेर जाकर नन्दकिशोर से मिलना व नन्दकिशोर दवारा मुर्ति के छत्र, ककुरे का सेम्पल जांच के लिये लेना, मुल. लोकेश को स्वयं के खर्चे पर किराये से फ्लेट में रुकवाना पाया गया है। इस पर घटना के षडयंत्र में शामिल होने पर आरोपी नन्द किशोर को गिरफ्तार कर पूछताछ जारी है।