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बूंदी को सतत विकास लक्ष्यों में अग्रणी बनाने का संकल्प  

बून्दी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com-जिले को सतत विकास के 17 लक्ष्यों (SDGs) में अग्रणी बनाने और जन्म, मृत्यु एवं विवाह का शत-प्रतिशत पंजीयन सुनिश्चित करने के उद्देश्य से मंगलवार को एक दिवसीय कार्यशाला और जिला स्तरीय समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। अतिरिक्त जिला कलक्टर (एडीएम) सुदर्शन सिंह तोमर की अध्यक्षता में हुई इस कार्यशाला में संबंधित विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया और लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए एक ठोस रणनीति पर मंथन किया।
कार्यशाला में अतिरिक्‍त जिला कलक्‍टर ने कहा कि सतत विकास लक्ष्य केवल सरकारी आंकड़े नहीं, बल्कि आमजन के जीवन स्तर को सुधारने का एक महत्वपूर्ण माध्यम हैं। उन्होंने सभी विभागों को आपसी समन्वय से काम करने और निर्धारित लक्ष्यों को समय पर प्राप्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने सिविल रजिस्ट्रेशन प्रणाली (CRS) के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि जन्म, मृत्यु और विवाह का शत-प्रतिशत पंजीकरण सुनिश्चित करना जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता हैं।
सदस्य सचिव एवं आर्थिक व सांख्यिकी विभाग की उप निदेशक पूनम ढाका ने 17 संवहनीय विकास लक्ष्यों का परिचय देते हुए जिले में उनके क्रियान्वयन की स्थिति पर प्रकाश डाला। उन्होंने जीवनांक से संबंधित सिविल रजिस्ट्रेशन प्रणाली की आवश्यकता और महत्व को भी रेखांकित किया।
जिला सांख्यिकी कार्यालय के निरीक्षक विकास सिंह हाड़ा ने सतत विकास लक्ष्यों की प्रभावी क्रियान्वयन और समीक्षा के लिए बनाए गए ‘जिला संकेतक फ्रेमवर्क’ पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी। उन्होंने सिविल रजिस्ट्रेशन प्रणाली की तकनीकी जानकारी भी साझा की। बैठक में संगणक अनिल प्रताप सिंह हाड़ा ने जीवनांक पंजीकरण से जुड़े नवाचारों और हाल ही में हुए संशोधनों के बारे में अवगत कराया ताकि पंजीकरण प्रक्रिया को और अधिक सरल एवं प्रभावी बनाया जा सकें।
कार्यशाला में जिला स्तरीय एसडीजी कमेटी के सदस्यों के साथ-साथ मुख्‍य चिकित्‍सा एवं स्‍वास्‍थ्‍य अधिकारी कार्यालय के सांख्यिकी अधिकारी सत्‍यवान शर्मा, सांख्यिकी विभाग के महेश वर्मा, दिनेश कुमार जैन (ई-ग्राम प्रभारी), अनुज मीणा एवं सुश्री नेहा मालवीय भी उपस्थित रहें।