बाल श्रम करते 5 नाबालिग बच्चों का किया रेस्क्यू, मध्य प्रदेश के थे नाबालिग बच्चें
बूंदी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com-इंदिरा मार्केट क्षेत्र में निर्माणाधीन सड़क पर बाल श्रम कार्य में लगे 5 नाबालिग बच्चों का चाइल्ड लाइन बूंदी की टीम ने पुलिस की सहायता से रेस्क्यू किया गया। रेस्क्यू किए गए सभी बच्चों में चार नाबालिग बालिकाएं और एक नाबालिग बालक सम्मिलित था। टीम ने पाया कि बच्चों को कार्यस्थल पर सुरक्षा, भोजन, विश्राम अथवा किसी प्रकार की बाल संरक्षण व्यवस्था उपलब्ध नहीं करवाई जा रही थी।
जानकारी के अनुसार प्राप्त सूचना पर चाइल्ड लाइन टीम ने त्वरित कार्यवाही करते हुए पुलिस सहायता के साथ इंदिरा मार्केट क्षेत्र में निर्माणाधीन सड़क पर बाल श्रम में संलग्न नाबालिग बच्चों को रेस्क्यू कर बाल श्रम से मुक्त करवाया गया। मौके पर मौजूद बच्चों से निर्माणाधीन सड़क पर भारी श्रम कार्य करवाया जा रहा था। प्रारंभिक पूछताछ में सामने बाया कि यह सभी बच्चें मध्य प्रदेश निवासयरी हैं और पिछले 15 दिनों से बून्दी कार्यरत है। इन्द्रामार्केट में चल रहे सड़क निर्माण कार्य में चार दिनों से कार्य कर रहे है।
रेस्क्यू के बाद सभी बच्चों को सुरक्षित माहौल में रख कर उनकी आवश्यक चिकित्सकीय जांच, परामर्श और काउंसलिंग की प्रक्रिया सुनिश्चित की जा रही है। आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए उन्हें बाल श्रम निषेध एवं विनियमन अधिनियम और जेजे एक्ट, 2015 के प्रावधानों के तहत बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया गया है। चाइल्ड लाइन टीम में मनजीत कौर, रवि प्रजापत और अर्चना मीणा शामिल रहे।
चाइल्ड लाइन बूंदी ने आम जनता से अपील करते हुए कहा कि किसी भी स्थान पर बाल श्रम, बाल शोषण, बाल विवाह या बच्चों से संबंधित किसी भी प्रतिकूल स्थिति को देखे तो तुरंत 1098 चाइल्ड हेल्पलाइन पर सूचना दें। आपकी यह एक सूचना किसी बच्चे के जीवन को सुरक्षित बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
जानकारी के अनुसार प्राप्त सूचना पर चाइल्ड लाइन टीम ने त्वरित कार्यवाही करते हुए पुलिस सहायता के साथ इंदिरा मार्केट क्षेत्र में निर्माणाधीन सड़क पर बाल श्रम में संलग्न नाबालिग बच्चों को रेस्क्यू कर बाल श्रम से मुक्त करवाया गया। मौके पर मौजूद बच्चों से निर्माणाधीन सड़क पर भारी श्रम कार्य करवाया जा रहा था। प्रारंभिक पूछताछ में सामने बाया कि यह सभी बच्चें मध्य प्रदेश निवासयरी हैं और पिछले 15 दिनों से बून्दी कार्यरत है। इन्द्रामार्केट में चल रहे सड़क निर्माण कार्य में चार दिनों से कार्य कर रहे है।
रेस्क्यू के बाद सभी बच्चों को सुरक्षित माहौल में रख कर उनकी आवश्यक चिकित्सकीय जांच, परामर्श और काउंसलिंग की प्रक्रिया सुनिश्चित की जा रही है। आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए उन्हें बाल श्रम निषेध एवं विनियमन अधिनियम और जेजे एक्ट, 2015 के प्रावधानों के तहत बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया गया है। चाइल्ड लाइन टीम में मनजीत कौर, रवि प्रजापत और अर्चना मीणा शामिल रहे।
चाइल्ड लाइन बूंदी ने आम जनता से अपील करते हुए कहा कि किसी भी स्थान पर बाल श्रम, बाल शोषण, बाल विवाह या बच्चों से संबंधित किसी भी प्रतिकूल स्थिति को देखे तो तुरंत 1098 चाइल्ड हेल्पलाइन पर सूचना दें। आपकी यह एक सूचना किसी बच्चे के जीवन को सुरक्षित बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
