80 लाख की नकबजनी चोरी की वारदात का पुलिस ने किया पर्दाफाश
बूंदी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com-कोटा रेंज आईजी रवि दत्त गौड़ की मॉनिटरिंग और बूंदी एसपी राजेंद्र कुमार मीणा की निगरानी में बूंदी पुलिस ने 7 दिन में 80 लाख की बड़ी चोरी की वारदात का पर्दाफाश कर दिया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमा शर्मा, उपाधीक्षक नैनवा राजू लाल मीणा, सीआई कमलेश शर्मा, रमेश आर्य, रामेश्वर जाट, सहदेव मीणा सहित 30 पुलिसकर्मियों की अलग- अलग टीमों के द्वारा रात दिन किए गए सामूहिक प्रयासों ने बूंदी पुलिस को यह बड़ी सफलता दिलाई। पुलिस ने इस मामले में 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर वारदात में प्रयुक्त 3 वाहनों को जब्त किया है। अब पुलिस का अगला मिशन चोरी किए गए माल की जल्द से जल्द बरामदगी करना है। एसपी ऑफिस डीसीआबी टीम के प्रभारी हेड कांस्टेबल टीकमचंद की वारदात खोलने में विशेष भूमिका रही।
नए वर्ष में बून्दी पुलिस का दूसरा बड़ा खुलासा
बून्दी पुलिस का नए वर्ष में यह दूसरा बड़ा खुलासा है। इससे पहले पुलिस साइबर ठगी के बड़े मामले का खुलासा कर चुकी है जिसमें आरोपियों को गिरफ्तारी के साथ 64 लाख रुपये की बरामदगी की गई और करीब सवा करोड़ रुपयों के ठगों के बैंक खाते फ्रीज करवाए गए।जिला पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र कुमार मीणा ने गुरुवार को कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में मामले का खुलासा करते हुए यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 2 जनवरी को दुगारी निवासी ओमप्रकाश जैन ने रिपोर्ट दी थी कि वह नव वर्ष पर परिवार के साथ मंदिर दर्शन करने गया था पीछे से अज्ञात चोरों ने घर में चोरी की वारदात को अंजाम देते हुए, लाखों रुपए के जेवर और नगदी पर अपना हाथ साफ कर लिया।
परिवादी की दुकान के सामान को लेकर आरोपी से हुई थी कहासुनी
कोटा रेंज महानिरीक्षक पुलिस रवि दत्त गौड़ ने मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश दिये। पुलिस अधीक्षक ने स्वयं भी घटनास्थल का निरीक्षण किया। जांच में जुटी एमओबी टीम, एफएसएल टीम, डॉग स्क्वायड, साइबर टीम के सहयोग से सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो उनसे चोरी में प्रयुक्त हुए वाहन के बारे में जानकारी मिली। वहीं परिवादी ओमप्रकाश ने भी बताया था कि मेरी कुछ समय पूर्व मेरे गाँव के निवासी सुरेश बैरवा से दुकान के सामान को लेकर कहासुनी हो गयी थी उसने मुझे देख लेने की धमकी दी थी
इस जानकारी से पुलिस की प्रथम दृष्या सुरेश पर संदेह हुआ। सुरेश मेघवाल जानता था कि प्रतिवर्ष ओमप्रकाश जैन नए वर्ष में जैन मंदिरों में दर्शन करने जाता है और रात को वापस दुगारी घर पर नहीं आता। सुरेश ने अपने भतीजे दुगारी निवासी राजेश उर्फ राजू वर्मा पुत्र हीरालाल मेघवाल से उसके मित्रों को खुद की मोटरसाइकिल की दुकान पर बुलाया, दुकान से अपनी मोटरसाइकिल पर एक बदमाश और दूसरी पर दो बदमाशों को ले जाकर दिन में परिवादी के मकान की रेकी करवाई, इसके बाद रात को सभी लोग दो गाडी बोलेरो, इको लेकर आए और उन्होंने घर में घुसकर वारदात को अंजाम दिया और फरार हो गए।
सीसीटीवी फुटेज में आई कार से मिला सुराग
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज में आई कार को डिटेन किया तो उसकी लोकेशन सदर थाना क्षेत्र के हाईवे पर मिली। इसके बाद जिला स्तर पर कई टीमों का गठन किया गया। गठित टीम द्वारा घटना स्थल से जुड़ी सभी दिशाओं में बाहर निकलने वाले रास्तों पर लगे सीसीटीवी फुटेज चेक किये जिस पर पुलिस को वारदात में प्रयुक्त संदिग्ध कार की जानकारी मिली। इस पर पुलिस ने आरोपियों को डिटेन कर पूछताछ की, उसमें वारदात का खुलासा हुआ। पुलिस ने इस मामले में 3 वाहनों को जब्त कर 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपियों में दुगारी गांव निवासी सुरेश कुमार वर्मा पुत्र स्व. बुद्धाराम, हनुमान जी का झोपड़ा निवासी राकेश तर्फ गुड्डू चहार पुत्र रामदेव, अकतासा गांव निवासी दीपक पुत्र चैन सिंह, सुखपुरा गांव निवासी खुशराम पुत्र रामलाल गुर्जर, खेडला गांव निवासी अजय पुत्र हनुमान सिंह, दुगारी गांव निवासी राजेश उर्फ राजू वर्मा पुत्र हीरालाल शामिल है।
घटना में प्रयुक्त किये गये वाहन बोलेरो गाड़ी सफेद , ईको गाड़ी स्लेटी व सीडी डीलक्स मोटरसाइकिल को भी जप्त कर लिया।हालांकि अब भी मामले में चोरी की गई नगदी और आभूषण बरामद करने के प्रयास पुलिस कर रही है। फिलहाल मुख्य आरोपी सहित तीन आरोपी फरार है। जिनको पकड़ने के लिए टीम तलाशी में जुटी है।