राजस्थान में टूरिज्म के क्षेत्र में है बड़ा स्कोप, – पीएम मोदी
बूंदी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com-राइजिंग राजस्थान’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट- 2024 का आरंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सोमवार को राजधानी जयपुर में समिट का उद्घाटन हुआ। जिला स्तरीय कार्यक्रम बाइपास रोड स्थित होटल अनंता में आयोजित किया गया। इसका राज्य स्तरीय कार्यक्रम से वर्चुअल जुड़ाव रहा।
समिट के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि राजस्थान पर्यटन का केन्द्र है। ये दुनिया के उन चुनिंदा स्थानों में से एक है, जहां लोग शादी और जीवन के अन्य पलों को यादगार बनाने के लिए आते हैं। राजस्थान सरकार पर्यटन केन्द्रों को बहुत अच्छी कनेक्टिविटी से जोड़ रही है। उन्होंने कहा कि भारत में 2014 से 2024 के बीच 7 करोड़ लोग पर्यटन के लिए आए हैं। भारत ने पर्यटकों को ई वीजा की सुविधा दी है, इससे विदेशी मेहमानों को मदद मिल रही है। समिट में मौजूद निवेशकों को इंगित करते हुए पीएम ने कहा- राजस्थान के पास सभी तरह का टूरिज्म बढ़ाने का स्कोप है। इसमें निवेश आपके बिजनेस को आगे बढ़ाएगा।
वायब्रेंट विलेज जैसे कार्यक्रमों से होगा राजस्थान को फायदा
उन्होंने कहा कि राजस्थान की विकास यात्रा में आज एक और अहम दिन है, देश और दुनिया से बडी संख्या में डेलीगेटृस यहां पधारे हैं। मैं राजस्थान की सरकार को इस शानदार आयोजन के लिए बधाई दूंगा, आज दुनिया का हर एक्सपर्ट भारत को लेकर बहुत उत्साहित है। बीते 10 सालों में भारत का एक्सपोर्ट, एडीआई भी दोगुना से ज्यादा हुआ है। डेमोग्राफी और डिजिटल पावर क्या होती है यह भारत को देखकर पता चलता है। डेमोक्रेटिक रहते हुए मानवता का कल्याण भारत का मूल चरित्र है। भारत के इन पुरातन संस्कारों को भारत की युवा शक्ति आगे बढ़ा रही है।
उन्होंने कहा कि भारत की डेटा पावर के बारे में आप सभी जानते हैं कि सभी सेक्टरों में डेटा का कितना महत्व है। यह टेक और डेटा से चलने वाली सदी है। भारत ने दुनिया को डेमोक्रेसी, डेमोग्राफी और डेटा की ताकत को दिखाया है। उन्होंने कहा कि जब राजस्थान विकास की नई उंचाई पर पहुंचेगा तो देश को भी नई उंचाई मिलेगी।
पीएम मोदी ने कहा कि रोड से लेकर रेल तक राजस्थान के पास बहुत कुछ है। राजस्थान की एक और विशेषता है, यहां सीखने का गुण है। भारत के खनिज भंडार का बहुत बड़ा हिस्सा राजस्थान में है। राजस्थान दिल्ली और मुंबई जैसी दो बड़ी अर्थव्यवस्थाओं को जोड़ता है। राजस्थान निवेश के लिए बेहतरीन सेक्टर है। हम यहां मल्टी मॉडल लाजिस्टिक पार्क का विकास कर रहे हैं। एयर कार्गाो पोर्ट विकसित कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने अनेक देशों के पर्यटकों को जो ई वीसा की सुविधा दी है, उससे यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या तेजी से बढ़ी है। भारत के वायब्रेंट विलेज जैसे कार्यक्रमों से भी राजस्थान को फायदा होगा। आज दुनिया को ऐसी अर्थव्यवस्था की जरूरत है, जो बडे़ से बडे़ संकट में भी मजबूती से चलता रहे। इसके लिए भारत में व्यापक मैन्यूफैक्चरिंग होना जरूरी है। भारत लो कॉस्ट मैन्यूफैक्चरिंग पर बल दे रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि राजस्थान में भी ऑटोमेटिव और ऑटो कंपोनेंट का अच्छा बेस तैयार हो चुका है। मैं सभी निवेशकों से आग्रह करूंगा कि राजस्थान के मैन्यूपफैक्चरिंग सेक्टर को भी एक्सप्लोर करें। यहां एमएसएमई कॉनक्लेव होने जा रहा है। मुझे खुशी है कि राजस्थान में नई सरकार कुछ ही समय में नई एमएसएमई नीतियां लेकर आई है।
उन्होंने कहा कि हम आत्मनिर्भर भारत के नए सफर पर चल चुके हैं। इसका विजन और इंपेक्ट दोनों ग्लोबल है। केंद्र ने 5 करोड़ एमएसएमई को फार्मल इकोनोमी से जोड़ा है। इस क्षेत्र में राजस्थान टॉप 5 राज्यों में एक है और इन्वेस्टमेंट ग्रोथ के लिए सेक्टर और फेक्टर को एक साथ बढ़ावा दे रहे हैं।
राज्य में 9 ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे बनेंगे
मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि राज्य में 9 ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे बनेंगे। ऊर्जा क्षेत्र की उपलब्धियों को बताते हुए उन्होंने कहा कि राज्य में निवेश का अभूतपूर्व माहौल बना है। 35 लाख करोड़ से ज्यादा के MOU किये जा चुके हैं, राज्य की नई विकास यात्रा में सभी अपना साथ दें। इसके पहले प्रधानमंत्री ने रिमोट बटन दबाकर समिट का शुभारंभ किया।
इस दौरान कार्यक्रम में जिला कलेक्टर अक्षय गोदारा, जिला प्रमुख चंद्रावती कंवर, अतिरिक्त जिला कलेक्टर सुदर्शन सिंह तोमर, मुख्य कार्यकारी अधिकारी रवि वर्मा, नगर परिषद सभापति सरोज अग्रवाल, नगर परिषद आयुक्त संतलाल मक्कड, उद्योग महाप्रबंधक संजय भारद्वाज, उद्योग संस्थानों, व्यापारी एवं एमओयू कर्ता भी मौजूद रहे।