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धान किसानों और मील संचालकों को मिला दीपावली का तोहफा

बून्दी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com-जिले और हाड़ौती के चावल उद्योग और धान किसानों को दीपावली पर बड़ी राहत मिली है। लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला के निर्देश के बाद राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने पारबॉइल्ड राइस मीलों में ऑनलाइन कन्ट्रोलिंग मॉनिटरिंग सिस्टम (ओ.सी.ई.एम.एस) लगाने का आदेश निरस्त कर दिया। ज्ञात हो कि बोर्ड ने सभी यूनिट्स में 100 केएलडी से ज्यादा पानी के डिस्चार्ज पर ओ.सी.ई.एम.एस लगाने के आदेश जारी किए थे। मील संचालकों ने इस आदेश का विरोध करते हुए इसे अव्यवहारिक बताया था। चावल संघ अध्यक्ष नीरज गोयल ने बताया कि राजस्थान में 75 फीसदी धान का उत्पादन हाड़ौती संभाग में होता है, इसमें बून्दी का हिस्सा सर्वाधिक है। यहां का धान देश ही नहीं बल्कि दुनिया के कई हिस्सों में निर्यात होता है। बून्दी की अर्थव्यवस्था में चावल उद्योग का बड़ा योगदान है।प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आदेश से इस उद्योग के साथ हजारों किसानों पर भी संकट मंडरा रहा था, साथ ही विभाग द्वारा कई मीलों का संचालन बंद करवा दिया गया था।

*बिरला से लगाई थी गुहार*
आदेश को लेकर चावल मील संचालकों ने स्पीकर बिरला से भेंट कर उन्हें समस्या से अवगत करवाया था कि 100 केएलडी पर ओ.सी.ई.एम.एस सिस्टम उद्योग पर लागू नहीं होता। इस पर बिरला ने राज्य सरकार के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए थे, इसके बाद बोर्ज द्वारा आदेश को निरस्त कर दिया गया। इससे संचालकों व धान किसानों में हर्ष का माहौल है, साथ ही अगले कुछ दिनों में बंद मील्स के दोबारा शुरू होने की संभावना है।