जिम्मेदार मर्दानिगी पर रक्षा समिति सदस्यों का उन्मुखीकरण सम्पन्न
अपराध नियंत्रण व सटीक जानकारी उपलब्ध कराने में रक्षा समितियों की अहम भूमिका- वीरेन्द्र मिश्रा, पुलिस अधीक्षक
रक्षा समितियों का योगदान सराहनीय- सुनील शिवहरे, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक
बालिकाओं व महिला को सुरक्षित वातावरण निर्मित करना हम सबकी जिम्मेदारी- रामजीशरण राय, मुख्य प्रशिक्षक
दतिया @Rubarunews.com/ Prashanat Gupta >>>>>>>>>>>>>>> मध्यप्रदेश पुलिस सामुदायिक सुरक्षा योजना के तहत पुलिस मुख्यालय मध्यप्रदेश भोपाल के निर्देशन में “जिम्मेदार मर्दानगी” सामुदायिक सुरक्षा और जेंडर आधारित हिंसा से बचाव में ग्राम व नगर रक्षा समिति सदस्यों की भूमिका पर क्षमतावर्धन हेतु जिम्मेदार मर्दानगी कार्यशाला (एक दिवसीय) का आयोजन सभागार सामुदायिक भवन, पुलिस लाइन दतिया में आयोजित किया गया।
आयोजित कार्यशाला में मुख्य अतिथि वीरेन्द्र मिश्रा पुलिस अधीक्षक दतिया रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुनील शिवहरे नोडल अधिकारी जिम्मेदार मर्दानगी कार्यक्रम रहे। कार्यक्रम में पुलिस मुख्यालय मध्यप्रदेश, भोपाल से प्रशिक्षित जिम्मेदार मर्दानगी के मुख्य प्रशिक्षक के रूप में डॉ. रामजीशरण राय कार्यकारी निदेशक, स्वदेश संस्था व अशोककुमार शाक्य धरती संस्था सम्मिलित रहे।
आयोजित कार्यशाला के उद्घाटन सत्र में अतिथियों व मुख्य प्रशिक्षकों का स्वागत नगर निरीक्षक कोतवाली सुधीर मिश्रा, थानाप्रभारी सिविल लाइन, निरीक्षक भाण्डेर विनीत तिवारी, आदि ने पुष्पगुच्छ भेंट कर विधिवत शुभारंभ किया। स्वागत भाषण नगर निरीक्षक श्री सुधीर मिश्रा ने प्रस्तुत किया।
अतिथि उद्बोधन : पुलिस अधीक्षक श्री मिश्रा
आयोजित सामुदायिक सुरक्षा और जेंडर आधारित हिंसा से बचाव हेतु ग्राम/ रक्षा समिति सदस्यों की भूमिका विषय भूमिका पर जिम्मेदार मर्दानगी प्रशिक्षण में मुख्य अतिथि पुलिस अधीक्षक श्री वीरेन्द्र मिश्रा ने रक्षा समितियों की अपराध नियंत्रण व सटीक जानकारी उपलब्ध कराने में अहम भूमिका बताते हुए जेंडर भेद व जेंडर आधारित हिंसा को रोकने के महत्वपूर्ण टिप्स दिए। श्री मिश्रा ने महिला मुद्दों पर संवेदनशीलता के साथ कार्य करने का आव्हान किया। पुलिस अधीक्षक श्री मिश्रा ने कहा कि रक्षा समिति सदस्य पुलिस की आँख, कान व नाक हैं, आप सभी पुलिस को सटीक जानकारी उपलब्ध कराकर अपराधों और घटनाओं को रोकने में भूमिका निर्वहन करें।
विशिष्ट अतिथि उद्बोधन : अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री शिवहरे
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दतिया श्री सुनील शिवहरे ने सामुदायिक पुलिस प्रशिक्षण की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए रक्षा समितियों के योगदान की सराहना की। अनुभागीय अधिकारी पुलिस श्री विनाश्री शिवहरे ने पुलिस मुख्यालय की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि हमारे रक्षा समिति के साथी सामाजिक मुद्दों के जानकार बन समुदाय को जागरूक करने में सक्षम होंगे। एसडीओपी श्री विनायक शुक्ला ने विभागीय कार्यक्रमों व योजनाओं जानकारी दी।
प्रशिक्षण सत्र : मुख्य प्रशिक्षक डॉ. रामजीशरण राय
पुलिस मुख्यालय से प्रशिक्षित जिम्मेदार मर्दानगी के मुख्य प्रशिक्षक डॉ. रामजीशरण राय कार्यकारी निदेशक स्वदेश दतिया ने पीपीटी के माध्यम से ग्राम एवं नगर रक्षा समिति अधिनियम-1999, नियम-2003 की व्यापक जानकारी देते हुए रक्षा समिति सदस्यों के कर्तव्य, विशेष पुलिस अधिकारी की शक्तियां, अनुग्रह राशि के प्रावधानों को बताया। साथ ही जेंडर और लिंग के अंतर व नकारात्मक पुरुषत्व, लिंग आधारित हिंसा व उसमें पुरुषों की भूमिका, लिंग चयन आधारित भेदभाव, पितृसत्तात्मक सोच, पुत्र की प्रबल चाह आदि विषयों पर सहभागी पद्धति से प्रभावी प्रशिक्षण दिया। प्रतिभागियों से बालिका व महिला हिंसा के क्षेत्रीय अनुभव जानकर हिंसा के प्रतिरूपों और उपलब्ध हिंसा के जिला, राज्य व राष्ट्रीय आंकड़ों को प्रस्तुत करते हुए विश्लेषित किया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रभारी उप निरीक्षक सुश्री ऋचा दंडोतिया ने सफल व प्रभावी संचालन करते हुए विभागीय योजनाओं की जानकारी दी।
प्रशिक्षण सत्र: मुख्य प्रशिक्षक श्री शाक्य
कार्यशाला के अगके सत्र में जेंडर असमानता क्या है, व पुरुष का लालन- पालन, सामाजीकरण, हिंसा की मानसिकता के साथ ही जेंडर आधारित हिंसा के आंकड़े, महिला हिंसा का स्वरूप धरती संस्था के अशोककुमार शाक्य व एस.आर. चतुर्वेदी द्वारा खुलासत्र, फिल्म प्रदर्शन एवं समूह चर्चा के माध्यम से किया गया।
जिम्मेदार मर्दानगी के प्रशिक्षण के अगले सत्र में पुरुष की भूमिका, जिम्मेदार मर्दानगी हेतु क्या कर सकते हैं? स्वयं में क्या बदलाव करेंगे? समाज/ समुदाय में बदलाव हेतु क्या प्रयास करेंगे?इसकी आगामी कार्य योजना के साथ ही नगर रक्षा समिति सदस्य अपने कार्य क्षेत्र में क्या करें और क्या न करें ? पर व्यापक प्रस्तुतीकरण स्वदेश ग्रामोत्थान समिति दतिया के कार्यकारी निदेशक डॉ. रामजीशरण राय द्वारा संवाद एवं प्रस्तुतिकरण कर किया गया। महिला हिंसा के विभिन्न प्रतिरूपों पर प्रश्नोत्तरी सत्र रखा गया।
बालिकाओं व महिलाओं को हिंसामुक्त वातावरण निर्मित करने हेतु दिलाया संकल्प
कार्यक्रम के समापन सत्र में डीएसपी श्री विनायक शुक्ला ने उपस्थित सभी ग्राम/ रक्षा समिति सदस्यों व उपस्थित विभिन्न थानों के पुलिस अधिकारियों को बालिकाओं/ महिलाओं की सुरक्षा, हिंसामुक्त वातावरण निर्मित करने हेतु आवश्यक प्रयास करने का संकल्प दिलाया।
मुख्य प्रशिक्षक डॉ. राय व श्री शाक्य को प्रदन किए स्मृति चिन्ह
अनुविभागीय अधिकारी पुलिस श्री विनायक शुक्ला व महिला प्रकोष्ठ से उप निरीक्षक सुश्री ऋचा दंडोतिया ने मुख्य प्रशिक्षक डॉ. राय व श्री शाक्य को स्मृति चिन्ह प्रदान किया। तदोपरांत आगामी कार्ययोजना का निर्माण कराया। जिसमें थाना स्तर पर प्रचार-प्रसार एवं मोहल्ला, पंचायत स्तर पर जिम्मेदार मर्दानिगी विषय पर जनसंवाद आयोजित करने के विंदुओं को समाहित किया गया।
इनकी रही मुख्य रूप से उपस्थिति
कार्यक्रम के दौरान एसडीओपी भांडेर कर्णिक श्रीवास्तव, एसडीओपी बड़ौनी विनायक शुक्ला, थाना प्रभारी कोतवाली नगर निरीक्षक धीरेद्र मिश्रा, थाना प्रभारी सिविल लाइन निरीक्षक सुनील बनेरिया, निरीक्षक विनीत तिवारी, उप निरीक्षक रिपुदमन सिंह राजावत, उप निरीक्षक नीरज कुमार, उप निरीक्षक, अरविंद सिंह भदौरिया, सूबेदार अजय वर्मा, सूबेदार नीलिमा गुर्जर प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
प्रशिक्षण में जिला संयोजक ग्राम व नगर रक्षा समिति चेतन सुखानी, सुरेश श्रीवास्तव, श्रीमती गायत्री कुशवाहा व महिला प्रकोष्ठ के दीपक शुक्ला, रविप्रताप सिंह भदौरिया, सामाजिक कार्यकर्ता बलवीर पाँचाल, सुबोध शर्मा, पीयूष राय, अभय दाँगी, प्रीति शिवहरे, शिवा राय सहित पुलिस अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।इस अवसर पर जिसमें नगर रक्षा समिति / ग्राम रक्षा समिति के कुल 220 सदस्य प्रशिक्षण में शामिल हुए। उक्त जानकारी प्रशिक्षण प्रभारी सुश्री ऋचा दंडोतिया उप निरीक्षक ने दी।