राजस्थान

मर्ज हो चुके विद्यालयों का सामुदायिक भवनों के रूप में हो सदुपयोग- जिला कलेक्टर Merged schools should be put to good use as community buildings – District Collector

बूंदी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com-पेयजल  आपूर्ति विद्युत, सड़क, चिकित्सा सुविधा, स्टार मार्किंग साप्ताहिक समीक्षा बैठक मंगलवार को जिला कलेक्टर डॉ. रविन्द्र गोस्वामी की अध्यक्षता में आयोजित हुई। बैठक में जिला कलेक्टर ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि जनसुनवाई में प्राप्त परिवादो का प्राथमिकता से निस्तारण करें। जिला कलक्टर ने मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि जो विद्यालयों मर्ज हो गए है, उनके खाली भवनों का उपयोग जिला परिषद के साथ समन्वय बनाकर सामुदायिक भवनों के रूप में लिया जावे। उन्होंने निर्देश दिए कि गांवो में सड़कों पर पानी का जमाव नहीं हो, इसके लिए नालियां व सोख्ता गढ्ढे बनवाए जावे। वंचित स्कूलों में शौचालय निर्माण का रोड़ मैप तैयार करें। चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना राज्य सरकार की महत्वपूर्ण योजना बताते हुए कहा कि योजना से कोई भी पात्र व्यक्ति वंचित नहीं रहे, इस लिए पंजीकरण की संख्या को और अधिक बढाया जाए। जिले में छात्रावासों, सरकारी कार्यालयों के पानी की गुणवत्ता के लिए नियमित सैंपल लिए जाए।

मर्ज हो चुके विद्यालयों का सामुदायिक भवनों के रूप में हो सदुपयोग- जिला कलेक्टर Merged schools should be put to good use as community buildings – District Collector

साथ ही पोषाहार वितरण से कोई भी बच्चा वंचित नहीं रहे। उन्होंने निर्देश दिए जिन स्कूलों में स्वच्छ पानी नहीं मिल पा रहा है, वहां वैकल्पिक समाधान सुनिश्चित किया जावे। एनीमिया मुक्त बूंदी अभियान के तहत अस्पतालों की ओपीडी इलाज के लिए आने वाली प्रत्येक महिला की हिमोग्लोबिन जांच हो। कुपोषित बच्चों का सर्वे कर उन्हें चिन्हित किया जाए। साथ ही दिए जा रहे उपचार की घर जाकर मॉनिटरिंग भी हो। इसके अलावा कैंप में नहीं आने वाले रोगियों के घर जाकर चिकित्सा सुविधा मुहैया करवाई जाए। सीएमएचओ नियमित रूप से चिकित्सा संस्थानों का निरीक्षण कर चिकित्सा सुविधाओं की जांच करें। मौसमी बीमारियों को लेकर विशेष सतर्कता बरती जाए। बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर मुकेश चौधरी, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी हरीश चन्द्र मीणा, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी तेज कंवर, महिला अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक आदित्य सिंह, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. ओपी सामर, प्रमुख चिकित्साधिकारी सहित अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।