परमात्मा के बनाऐं खूबसूरत जगत का विवेकपूर्ण सदुपयोग करें – गुरमुख दास चांदवानी
बून्दी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com- संत निरंकारी मंडल बूंदी द्वारा क्षमा याचना दिवस पर आयोजित सत्संग को संबोधित करते हुए संयोजक गुरमुख दास चांदवानी ने कहा कि निराकार परमात्मा ने जो यह जगत बनाया है उसकी हर चीज़ अत्यंत खूबसूरत है। मनुष्य इस रचना का अवश्य ही आनंद प्राप्त करे, पर अपनी विवेक बुद्धि को जागृत रखते हुए इसका सदुपयोग करे, दुरुपयोग न करे।
चांदवानी ने कहा कि मन को परेशान करने वाले कारण और विचार की अनदेखी करने की कला हमें आत्ममंथन से ही प्राप्त होती है। ऐसा करने से जीवन की कठिन घड़ियों को सीमित करके हम तनाव से मुक्त रह सकते हैं। मन को शांति व सुकून की अनुभूति होने से मानसिक, भावनात्मक एवं आत्मिक विकास होता चला जाता है।
इन्होंने दृष्टिकोण के प्रभाव को एक उदाहरण द्वारा समझाते हुए कहा कि एक मनुष्य किसी बगीचे में फूल को देखने के बाद भी यही कहता है कि यहां तो कितने सारे काटें हैं। वहीं पर दूसरा मनुष्य उसी बगीचे में जाकर कहता है कि अरे वाह! यहां तो इतने सुंदर फूल हैं, इतनी खुशबू, इतनी कोमलता है; कांटे भी हैं पर वे भी इन फूलों की रक्षा के लिए कितने जरूरी है। इस तरह एक ही दृश्य को देखकर कोई परेशान हो रहा है तो कोई खुश हो रहा है। यह केवल नज़रिये का परिणाम है। एक के मन में संकीर्णता है तो दूसरे के मन में विशालता है। भक्त हमेशा सकारात्मकता को अपनाते हैं और गुणों के ग्राहक बने रहते हैं जिससे उनके जीवन में आनंद बरकरार रहता है।
प्रवक्ता महेश चांदवानी ने बताया कि इस मौके पर सेवादल की भाई बहनों ने नीली खाकी वर्दी में क्षमा याचना गीत की सामूहिक प्रस्तुति दी। गीत का भाव यही था सेवा करते समय मन में अभिमान नहीं आ जाए क्योंकि अप्रत्यक्ष रूप से सभी कार्य ईश्वर ही करते हैं। समागम के दौरान सेवादल शिक्षक महेश खत्री के साथ सेवादारों ने बढ़ चढ़कर योगदान दिया था। सत्संग में बूंदी सहित रानीपुरा,अलोद, हिंडोली, कोटा, अकोदा, दोहड़ा व आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।
