मध्य प्रदेश राज्य कर्मचारी संघ उठाता रहेगा जनहित की आवाज- कुंजबिहारी गोस्वामी
मध्य प्रदेश राज्य कर्मचारी संघ जिला दतिया ने अभिभावकों व छात्रों के साथ हुई धोखाधड़ी की जाँच की मांग की
दतिया @rubarunews .com>>>>>>>>>>>मध्य प्रदेश राज्य कर्मचारी संघ जिला दतिया के द्वारा जिले में अंग्रेजी माध्यमिक निजी विद्यालयों में छात्रों व अभिभावकों के साथ हो रही धोखाधड़ी के मामले को लेकर कलेक्टर संजय कुमार को जाँच कराकर की गई कार्यवाही से अवगत कराने हेतु आवेदन दिया है।
मध्यप्रदेश राज्य कर्मचारी संघ से जिलाध्यक्ष कुंजबिहारी गोस्वामी ने बताया कि जिले में संचालित अशासकीय विद्यालयों में अंग्रेजी माध्यम से वर्ष भर पढ़ाई कराई जाती है व अभिभावकों गुमराह किया जाता है। जिले में संचालित विद्यालयों पर सीबीएसई के बोर्ड टंगे हुए जबकि विद्यार्थियों को मध्यप्रदेश राज्य शिक्षा केंद्र के पांचवी और आठवीं की बोर्ड की परीक्षाएं दिलवाई जा रही हैं साल भर पढ़ाई सीबीएससी पाठ्यक्रम की कराई जाती है। यह तथ्य लिटिल फ्लॉवर स्कूल में अध्ययनरत छात्रों के अभिभावकों ने संघ के संज्ञान में लाई।
जिलाध्यक्ष गोस्वामी के अनुसार अशासकीय विद्यालय द्वारा अभिभावकों को बताया गया कि लिटिल फ्लॉवर निजी विद्यालय सीबीएसई मान्यता प्राप्त है। किताबो के कमीशन व फीस भी अत्यधिक बसूली जा रही है। अभिभावकों को ठगा जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि सीबीएसई पाठ्यक्रम के नाम पर छात्रों को पुस्तकें विद्यालय से प्रदान कर अध्यापन कार्य कराया गया और उन पुस्तकों का कमीशन विद्यालय द्वारा लिया गया। संस्थाएं विगत कई वर्षों से अभिभावकों को गुमराह करती चली आ रही है। यह सच्चाई अभिभावकों द्वारा विद्यालयों के संचालकों को बताई तो उनके द्वारा बताया गया कि एमपी बोर्ड में ही शामिल रहना पड़ेगा, क्योंकि मध्यप्रदेश राज्य शिक्षा केंद्र छात्रों का पंजीयन पूर्व में कर चुका है।
मध्यप्रदेश राज्य कर्मचारी संघ ने अशासकीय विद्यालय में अभिभावकों से सीबीएसई कोर्स पढ़ाने के एवज में लगभग 20 से 25 हजार रुपये प्रति छात्र के मान से जमा कराए जाते है और उन छात्रों को राज्य शिक्षा केंद्र के बोर्ड में शामिल कराकर अभिभावकों और छात्रों के साथ धोखा एवं को गुमराह करने की बात उजागर हुई है।
संघ ने मांग की है कि यदि बच्चों को एमपी बोर्ड के पैटर्न से परीक्षा में बैठना था तो इन छात्रों को एमपी बोर्ड की पुस्तकों का ज्ञान क्यों नहीं कराया गया। जिसकी फीस मात्र 4 से 5 हजार ही होती। यह बहुत बड़ी लापरवाही और धोखाधड़ी का मामला है।
संघ ने मांग पत्र देते हुए उक्त धोखाधड़ी और लापरवाही के खिलाफ जांच कराकर राज्य कर्मचारी संघ को की गई कार्यवाही से अवगत कराने का मांग पत्र दिया गया है। उक्त जानकारी कुंज बिहारी गोस्वामी जिला अध्यक्ष मध्यप्रदेश राज्य कर्मचारी संघ द्वारा दी गई।