22 बार कॉल करने पर भी ग्वालियर कलेक्टर ने रिसीव नहीं किया पूर्व मंत्री का फोन
भिण्ड.ShashikantGoyal/ @www.rubarunews.com>> प्रदेश में चल रहे कोरोना संक्रमण संकट से निपटने जहां मंत्री और मुख्यमंत्री जनता को बचाने के लिए मैदान में आ चुके हैं। कई जिला अधिकारी भी अपनी-अपने स्तर पर पहल करने में जुटे हुए हैं, वहीं ग्वालियर के कलेक्टर को फोन रिसीव करने तक की फुरसत नहीं है। ग्वालियर कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह के इस व्यवहार से दुखी प्रदेश के पूर्व मंत्री एवं लहार विधायक डॉ. गोविंद सिंह ने उन्हें नशीहत भरा पत्र भेजा है।
पूर्व मंत्री डॉ. गोविन्द सिंह ने पत्र में स्पष्ट लिखा है कि यह पत्र आपको दुखी मन से कोविड-19 महामारी की वजह से लिख रहा हूं। ग्वालियर जिले के दण्डाधिकारी होने के नाते आपकी जिम्मेदारी है कि संकट के समय जनता के जीवन की रक्षा हेतु तत्काल आवश्यक मदद करें। उन्होंने लिखा है कि मैंने 23 अप्रैल को सुबह 11 बजे से रात्रि के नौ बजे तक लगभग 22 बार आपके दोनों मोबाइल नंबरों एवं कार्यालय के लैंडलाइन नंबर पर फोन किया। आपसे इस माहमारी के संकट में दो सामाजिक कार्यकर्ताओं की जीवन रक्षा हेतु मदद की आवश्यकता थी, परंतु प्रजातांत्रिक मुल्क में निर्वाचित प्रतिनिधि के साथ आपके इस व्यवहार से मुझे वेदना हुई। उन्होंने लिखा है कि मुझे आपसे फोन करने का कोई शौक नहीं था। मजबूरी में दो कार्यकर्ताओं के जीवन रक्षा हेतु मदद की आवश्यकता थी। ईश्वर की कृपा से आपको यह प्रतिष्ठा का पत्र मिला है। मेरा अनुरोध है कि इस प्रतिष्ठा का सम्मान कर जनकल्याण करें, इससे आपका सम्मान ही बढ़ेगा।
मंत्री प्रद्युम्न सिंह ने की मदद
डॉ. सिंह ने कलेक्टर को लिखे इस पत्र में उल्लेख किया है कि प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर को एक बार ही फोन किया तो उधर से तुरंत बापस आया और उन्होंने कोविड-19 से पीडि़त की मदद की।
नौकरशाहों को करें सावधान
पूर्व मंत्री ने प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से इसी पत्र में अपील की है कि प्रदेश में जिम्मेदारी के पद पर बैठे नौकरशाहों को सावधान करें कि कम से कम संकट के समय आम जनता एवं जनप्रतिनिधियों से संवाद बना लिया करें।