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गोपालको ने अन्याय के खिलाफ किया धरना

बून्दी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com- डाबी थाना क्षेत्र के गोपालपुरा बरड़ के वन भूमि के धोरेला क्लोजर पर दबंगो द्वारा पंचायत के अन्य चार गांवों के ग्रामीणों व पशुपालकों को उनके पशुओं को चराने से रोका जा रहा है। इसको लेकर सोमवार को ग्रामीणों ने देवलाल चांदना पूर्व सरपंच के नेतृत्व में बूंदी विधायक हरिमोहन शर्मा के साथ जिला कलेक्टर से मुलाकात इसको लेकर कड़ी नाराजगी प्रकट की।
विधायक हरिमोहन शर्मा की अगुवाई मे कलेक्टर से मिले पीड़ित ग्रामीणों के प्रतिनिधिमंडल ने जिला कलक्टर को बताया कि धोरेला व फतेहपुर के बीच बने वन क्लोजर पर ग्रामीण व पशुपालक पिछले 40 वर्षो से चराई करते चले आ रहे है। वन क्लोजर में बनी हुई वन समिति द्वारा गोपालपुरा, फतेहपुर, श्रीनगर व देवगढ़ के लोगो को अपने पशुओं की चराई करने से अवैध रूप से रोका जा रहा है। जिससे आपसी संघर्ष की स्थिति उत्पन्न हो रही है। इस प्रकार ग्रामीणों व पशुपालकों को वन भूमि के क्लोजर मे चराई कराने से नहीं रोका जा सकता है। प्रतिनिधिमंडल ने जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी सौपा।
इस दौरान महावीर मीणा राजीव गांधी पंचायती राज संगठन जिला अध्यक्ष, संजय शर्मा संगठन महासचिव कांग्रेस, राजीव लोचन गौतम, बृजमोहन यादव देवलाल चांदना पूर्व सरपंच कंवरपुरा सहित समस्त गोपालपुरा पंचायत के ग्रामवासी उपस्थित रहे।
राजनीतिक दबाव में पुलिस कर रही अत्याचार – हरिमोहन
पिछले एक माह से धोरेला गांव के कुछ लोगों द्वारा गोपालपुरा बरड़ के अन्य गांवों के ग्रामीणों को क्लोजर में अपने मवेशी चराने नहीं दिये जा रहे है जो कि उचित नहीं है। जिला कलेक्टर व वन अधिकारी भी यह मानते है कि सभी को क्लोजर में अपने पशु चराने का अधिकार है। पुलिस के कुछ अधिकारी धोरेलो मे दबंगई एक रहे एक पक्ष से मिले हुए है और राजनीतिक दबाव के कारण अन्य गांवों के लोगों को क्लोजर में अपने मवेशी चराने से रोक रहे है। कलेक्टर साहब से चर्चा हुई है डीएफओ परसों विवादित स्थल पर जाएंगे और यह व्यवस्था कराने की पूर्व की भांति सभी गांवों के मवेशी उस क्लोजर मे चरे। काफी समय से पुलिस राजनीतिक दबाव मे ग्रामीणों के साथ अत्याचार कर रही है।