कजली तीज मेले में बाल सुरक्षा को समर्पित चाइल्ड हेल्प डेस्क 1098 की स्थापना
बूंदी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com-शहर के प्रसिद्ध कजली तीज मेले में बच्चों की सुरक्षा और उनके अधिकारों के संरक्षण के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की गई हैं। बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष सीमा पोद्दार के विशेष प्रयासों और नगर परिषद आयुक्त के सहयोग से, मेला पुलिस चौकी के पास बाल अधिकारिता विभाग द्वारा चाइल्ड हेल्प डेस्क 1098 की स्थापना की गई है। डेस्क का मुख्य उद्देश्य मेले में बाल श्रम, बाल भिक्षावृत्ति, गुमशुदा बच्चों, बाल तस्करी और बाल शोषण जैसी गंभीर समस्याओं की रोकथाम करना हैं।
बाल अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक हुकुमचंद जाजौरिया ने बताया कि यह हेल्प डेस्क मेले में आने वाले लोगों और दुकानदारों के बीच जागरूकता फैलाने का कार्य करेगी। डेस्क पर मौजूद टीम लोगों को बाल विवाह, बाल श्रम और बाल यौन शोषण के खिलाफ जागरूक करेगी और उनसे इन कुरीतियों को रोकने हेतु संकल्प पत्र भी भरवाएगी।
चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 के समन्वयक रामनारायण गुर्जर एवं बाल अधिकारिता विभाग के कनिष्ठ लिपिक सरफराज आलम ने डेस्क की कार्यप्रणाली पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यह हेल्प डेस्क पूरे मेला अवधि के दौरान दोपहर 2 बजे से लेकर देर रात 10-11 बजे तक कार्यशील रहेगी।
यह होंगी हेल्प डेस्क की प्रमुख जिम्मेदारियां
मेले में खोए हुए बच्चों को तुरंत उनके परिवार से मिलाने की कार्यवाही करना। मानव तस्करी विरोधी यूनिट के साथ मिलकर दुकानदारों और नियोक्ताओं को बाल श्रम न कराने के लिए जागरूक करना। समझाइश से न मानने पर बच्चों का रेस्क्यू भी किया जाएगा। बच्चों से संबंधित किसी भी आपातकालीन स्थिति में तत्काल सुरक्षा और सहायता प्रदान करना डेस्क की प्रमुख जिम्मेदारियां होंगी।
हेल्प डेस्क पर चाइल्ड हेल्पलाइन और बाल अधिकारिता विभाग के कर्मचारी नियमित रूप से तैनात रहेंगे। मौके पर काउंसलर मंजीत कौर, सुपरवाइजर रवि कुमार, बुद्धिप्रकाश सेन, अर्चना मीणा और अनिल कुमार आमजन से संकल्प पत्र भरवा कर उन्हें जागरूक करने के कार्य में सक्रिय रूप से जुटे हुए हैं।
चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 के समन्वयक रामनारायण गुर्जर एवं बाल अधिकारिता विभाग के कनिष्ठ लिपिक सरफराज आलम ने डेस्क की कार्यप्रणाली पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यह हेल्प डेस्क पूरे मेला अवधि के दौरान दोपहर 2 बजे से लेकर देर रात 10-11 बजे तक कार्यशील रहेगी।
यह होंगी हेल्प डेस्क की प्रमुख जिम्मेदारियां
मेले में खोए हुए बच्चों को तुरंत उनके परिवार से मिलाने की कार्यवाही करना। मानव तस्करी विरोधी यूनिट के साथ मिलकर दुकानदारों और नियोक्ताओं को बाल श्रम न कराने के लिए जागरूक करना। समझाइश से न मानने पर बच्चों का रेस्क्यू भी किया जाएगा। बच्चों से संबंधित किसी भी आपातकालीन स्थिति में तत्काल सुरक्षा और सहायता प्रदान करना डेस्क की प्रमुख जिम्मेदारियां होंगी।
हेल्प डेस्क पर चाइल्ड हेल्पलाइन और बाल अधिकारिता विभाग के कर्मचारी नियमित रूप से तैनात रहेंगे। मौके पर काउंसलर मंजीत कौर, सुपरवाइजर रवि कुमार, बुद्धिप्रकाश सेन, अर्चना मीणा और अनिल कुमार आमजन से संकल्प पत्र भरवा कर उन्हें जागरूक करने के कार्य में सक्रिय रूप से जुटे हुए हैं।