देवेंद्र सिंह भाटी होंगे रामगढ़ विषधारी के नए डीएफओ, बूंदी मंडल अधिकारी के साथ दिया टाइगर रिजर्व का अतिरिक्त चार्ज
बूंदी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com-रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व (कोर) के उपवन संरक्षक की गुरुवार को सेवानिवृत्ति से खाली हुए पद पर बूंदी मंडल वन अधिकारी देवेंद्र सिंह भाटी अब रामगढ़ की भी कमान संभालेंगे। इस संबंध में राज्य के प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वनबल प्रमुख पवन कुमार उपाध्याय ने एक आदेश जारी कर भाटी को रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व का अतिरिक्त चार्ज दिया है। रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व के वर्तमान उपवन संरक्षक अरबिंद कुमार झा गुरुवार को सेवानिवृत्त हो गए है। टाइगर रिजर्व बनने के बाद यह पहला मौका है जब सम्पूर्ण 1501 वर्ग किलोमीटर के टाइगर रिजर्व का नियंत्रण एक डीएफओ के अधीन होगा।
बाघों की राह में बाधक बना दो डीएफओ के बीच बंटा टाइगर रिजर्व
राज्य में चौथे टाइगर रिजर्व के रूप में तीन साल पहले अस्तित्व में आए रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व में बाघ-बघेरों सहित अन्य वन्यजीवों की सुरक्षा टाइगर रिजर्व के दो भागों में बंटे प्रशासनिक नियंत्रण के चलते खतरे में है। 1501 वर्ग किलोमीटर में बने इस टाइगर रिजर्व का 634 वर्ग किलोमीटर का महत्वपूर्ण जंगल प्रादेशिक वन खण्ड के नियंत्रण में आता है और शेष 867 वर्ग किलोमीटर टाइगर रिजर्व के कोर उपवन संरक्षक के कार्य क्षेत्र का भाग है। दोहरे प्रशासनिक नियंत्रण के चलते टाइगर रिजर्व में आने वाले 634 वर्ग किलोमीटर के बफर जोन में बाघों व तेंदुओं के अनुकूल कॉरिडोर विकसित करने का काम गति नहीं पकड़ पाया है। बून्दी शहर से भीमलत महादेव,कलदां व बसोली क्षेत्र के जंगल का 634 वर्ग किलोमीटर का जंगल बून्दी वन मंडल उपवन संरक्षक के अधीन आते है जो टाइगर रिजर्व का महत्वपूर्ण कॉरिडोर है। अब दोनों भागों का चार्ज एक डीएफओ के अधीन आने से उम्मीद है कि कोर के साथ साथ बफर जोन को भी बाघों के अनुकूल बनाने के कामों में तेजी आएगी।