श्रद्धा के आगे सर्दी रही बौनी, अलसुबह से चौथमाता के दर्शनों को रही श्रद्धालुओं की भीड़
बूंदी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com-श्रद्धा के आगे सुबह की गलन भरी सर्दी बौनी नजर आई। बाणगंगा में पहाड़ी पर स्थित चौथ माता मंदिर में संकट चतुर्थी के अवसर पर माता के दर्शन और अपनी मनोकामना के लिए बून्दी सहित आसपास के सभी क्षेत्रों से श्रद्धालु माता के दरबार में मत्था टेकने पहुंचे। अलसुबह से ही चौथ माता मंदिर के रास्ते में श्रद्धालुओं का रेला लगा रहा। शहर के हर मार्ग पर पैदल जाने वाले श्रद्धालु माता के जयकारे लगाते हुए नजर आए। इस दौरान कई श्रद्धालु नंगे पैर भी दिखाई दिए।
2 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने किये दर्शन, जगह जगह लगे सामूहिक भंडारे
बाणगंगा में स्थित चौथ माता मंदिर में श्रद्धालुओं का आना बीती रात से ही शुरू हो गया। अलसुबह से ही शहर से बाणगंगा जाने वाले सभी रास्तों में श्रद्धालुओं के समूह नजर आने लगे थे। दर्शन को आने वाले सभी श्रद्धालु माता के जयकारे लगाकर नाचते गाते हुए मंदिर प्रांगण में पहुँचे। जहाँ आंकड़े के अनुसार 2 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने माता के दर्शन कर परिवार और विश्व की सुख समृद्धि की कामना की ढ़ोक लगाई। इस अवसर पर श्रद्धालुओं ने पत्थरों से कच्चे मकान बनाकर मनौती मांगी। कई श्रद्धालु सर्दी के बावजूद नंगे पैर से अपनी आस्था को लेकर माता के दरबार में पहुंचे। दर्शनों के लिए देर सवेरे से ही श्रद्धालुओं का समूह के रूप में जाना शुरू हो गया था। इस अवसर पर देर रात तक श्रद्धालुओं की भीड़ मंदिर की ओर जाती नजर आई। इस अवसर पर चौथ माता मंदिर परिसर में लगे मेले में ग्रामीणों ने जमकर खरीददारी की। वहीं बड़ी मात्रा में प्रसाद व फूलमालाओं की बिक्री हुई। नैंनवां रोड़, माटूंदा रोड़ चौराहा, मीरागेट, रामद्वारा, लंकागेट, खोजागेट, चितौड़ रोड़, सिलोर रोड़ सभी जगह श्रद्धालुओं के लिए भंडारें आयोजित किए गए। जैतसागर रोड़ पर विभिन्न समाजिक संस्थाओं की ओर से माता के भक्तों के लिए खाने पीने की स्टालें लगाई गई थी। जिसमें संस्थाओं से जुड़े लोग श्रद्धालुओं को रोक रोक कर गाजर का हलवा, रेवडी, तिल के लड्डू सहगारी नमकीन, खिचडी, चाय व केसर का दूध वितरित कर रहे थे। सर्वाधिक भीड़ केसर के दूध की स्टाल पर देखी गई जहां लोगों को दूध के लिए मशक्कत करनी पड़ी।
पुलिस प्रशासन रहा सतर्क चौबन्द रही व्यवस्थाएं
मेले के सफल आयोजन के लिए पुलिस प्रशासन ने चाक चौबंद व्यवस्था करते हुए शांति व्यवस्था के लिए अति.पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में डिप्टी, एसएचओ, पुलिसकर्मियों सहित आरएसी के जवानों का अमला तैनात कर रखा था। जो अलसुबह 3 बजे से ही व्यवस्थाओं में लगे हुए थें।
2 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने किये दर्शन, जगह जगह लगे सामूहिक भंडारे
बाणगंगा में स्थित चौथ माता मंदिर में श्रद्धालुओं का आना बीती रात से ही शुरू हो गया। अलसुबह से ही शहर से बाणगंगा जाने वाले सभी रास्तों में श्रद्धालुओं के समूह नजर आने लगे थे। दर्शन को आने वाले सभी श्रद्धालु माता के जयकारे लगाकर नाचते गाते हुए मंदिर प्रांगण में पहुँचे। जहाँ आंकड़े के अनुसार 2 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने माता के दर्शन कर परिवार और विश्व की सुख समृद्धि की कामना की ढ़ोक लगाई। इस अवसर पर श्रद्धालुओं ने पत्थरों से कच्चे मकान बनाकर मनौती मांगी। कई श्रद्धालु सर्दी के बावजूद नंगे पैर से अपनी आस्था को लेकर माता के दरबार में पहुंचे। दर्शनों के लिए देर सवेरे से ही श्रद्धालुओं का समूह के रूप में जाना शुरू हो गया था। इस अवसर पर देर रात तक श्रद्धालुओं की भीड़ मंदिर की ओर जाती नजर आई। इस अवसर पर चौथ माता मंदिर परिसर में लगे मेले में ग्रामीणों ने जमकर खरीददारी की। वहीं बड़ी मात्रा में प्रसाद व फूलमालाओं की बिक्री हुई। नैंनवां रोड़, माटूंदा रोड़ चौराहा, मीरागेट, रामद्वारा, लंकागेट, खोजागेट, चितौड़ रोड़, सिलोर रोड़ सभी जगह श्रद्धालुओं के लिए भंडारें आयोजित किए गए। जैतसागर रोड़ पर विभिन्न समाजिक संस्थाओं की ओर से माता के भक्तों के लिए खाने पीने की स्टालें लगाई गई थी। जिसमें संस्थाओं से जुड़े लोग श्रद्धालुओं को रोक रोक कर गाजर का हलवा, रेवडी, तिल के लड्डू सहगारी नमकीन, खिचडी, चाय व केसर का दूध वितरित कर रहे थे। सर्वाधिक भीड़ केसर के दूध की स्टाल पर देखी गई जहां लोगों को दूध के लिए मशक्कत करनी पड़ी।
पुलिस प्रशासन रहा सतर्क चौबन्द रही व्यवस्थाएं
मेले के सफल आयोजन के लिए पुलिस प्रशासन ने चाक चौबंद व्यवस्था करते हुए शांति व्यवस्था के लिए अति.पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में डिप्टी, एसएचओ, पुलिसकर्मियों सहित आरएसी के जवानों का अमला तैनात कर रखा था। जो अलसुबह 3 बजे से ही व्यवस्थाओं में लगे हुए थें।