युद्ध स्तर पर चल रही चंबल कमाण्ड क्षेत्र में अवरुद्ध ड्रेनों की सफाई
कोटा.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com- मानसून से पहले संभावित जलभराव और बाढ़ की आशंका को देखते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के निर्देश पर चंबल कमाण्ड क्षेत्र में अवरुद्ध ड्रेनों की सफाई का कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। कमाण्ड क्षेत्र विकास (सीएडी) विभाग की निगरानी में 20 दिनों तक चलने वाले इस अभियान में जेसीबी मशीनों से मिट्टी हटाने, पटरों की मरम्मत और जल निकासी मार्गों को दुरुस्त करने का कार्य किया जा रहा है।
चंबल कमाण्ड क्षेत्र में वर्षा जल की निकासी के लिए करीब 40-50 वर्ष पहले ड्रेनेज प्रणाली बनाई गई थी, जो अब कई स्थानों पर गाद भराव, टूट-फूट और अतिक्रमण के कारण अवरुद्ध हो चुकी है। इससे हर वर्ष बारिश में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो जाती है। हाल ही में आयोजित ईआरसीपी समीक्षा बैठक में बिरला ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए थे कि वर्षा से पहले सभी अवरोध हटाकर जल निकासी की व्यवस्था दुरुस्त की जाए।
सीएडी विभाग के अनुसार, चिन्हित संकटग्रस्त स्थलों की सफाई के लिए कुल 8 जेसीबी मशीनें लगाई गई हैं और 22 मई से यह कार्य प्रारंभ हो चुका है। यह अभियान दांई मुख्य नहर खण्ड प्रथम (सीएडी कोटा), द्वितीय (अन्ता), तृतीय (ईटावा), और बांई मुख्य नहर खण्ड (बूंदी व केशवरायपाटन) में संचालित किया जा रहा है। प्रस्तावों के अनुसार, 90 कार्यों पर कुल 1611 घंटे मशीनों से कार्य होगा, जिसमें ड्रेनों की सफाई, मिट्टी हटाना और निकासी मार्ग खोलने जैसे कार्य शामिल हैं।
यह अभियान न केवल ग्रामीण क्षेत्रों में जलभराव की समस्या से राहत देगा, बल्कि शहरी इलाकों और किसानों के खेतों तक पहुंच को भी सुगम बनाएगा। अधिशाषी अभियंताओं को निर्देश दिए गए हैं कि कार्य समयबद्ध और प्रभावी ढंग से हो तथा इसकी निगरानी अधीक्षण अभियंता स्तर से की जाए। बिरला ने स्पष्ट किया है कि यह पूर्व तैयारी आवश्यक है ताकि मानसून के दौरान जनजीवन बाधित न हो और बाढ़ जैसी स्थितियों से प्रभावी रूप से निपटा जा सके।