रिनोवेट हुई बावडी, पूजन कर मनाया बावडी उत्सव
श्योपुर.Desk/ @www.rubarunews.com-जल गंगा संवर्धन अभियान अंतर्गत जनभागीदारी से जल स्त्रोतों को सहेजने के प्रयासों को उत्सव का रूप देते हुए विश्व पर्यावरण दिवस व गंगा दशहरा के अवसर पर संपूर्ण प्रदेश में बावड़ी उत्सव आयोजित किये जाने के क्रम में कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट अर्पित वर्मा के मार्गदर्शन में म.प्र. जन अभियान परिषद एवं जिला प्रशासन के तत्वाधान में ग्राम रायपुरा में रिनोवेट की गई बावडी पर पूजन कर समारोहपूर्वक बावडी उत्सव का आयोजन संपन्न हुआ।
इस अवसर पर भाजपा जिला अध्यक्ष शंशाक भूषण, पूर्व भाजपा जिला अध्यक्ष सुरेन्द्र जाट, जिला पंचायत उपाध्यक्ष नीरज जाट, भाजपा जिला उपाध्यक्ष दलवीर सिंह, भाजपा के पूर्व नगर मंडल अध्यक्ष दिनेश दुबोलिया, भाजपा नगर मंडल महामंत्री कौशल शर्मा, सत्यनारायण यादव, सरपंच श्रीमती रामलेखा, सरपंच प्रतिनिधि श्री रामअवतार, ज्वालापुर सरपंच प्रतिनिधि शरीफ मोहम्मद तथा डिप्टी कलेक्टर संजय जैन, सीईओ जनपद एसएस भटनागर, जन अभियान परिषद की जिला समन्वयक श्रीमती नेहा सिंह, परियोजना अधिकारी विक्रम जाट, पंकज राजपूत, आंनद तोमर आदि उपस्थित थे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भाजपा जिला अध्यक्ष शंशाक भूषण ने कहा कि राज्य की कल्याणकारी सरकार द्वारा प्राकृतिक जल स्त्रोतो सहित प्राचीन बावडियों एवं कुओं को पुर्नजीवन प्रदान करने के लिए जीर्णोद्धार कार्य कराये जा रहे है। जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत श्योपुर जिले में विभिन्न बावडियों एवं कुओं को रिनोवेट एवं डी-वाटरिंग करने का कार्य किया गया है। उन्होने प्राचीन एवं प्राकृतिक जल स्त्रोतो को संवारने एवं सहेजने में समुदाय की सहभागिता की अपेक्षा करते हुए कहा कि जल है तो जीवन है, इसलिए हमें जल स्त्रोतों के संरक्षण के लिए सजग रहना होगा।
भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष सुरेन्द्र जाट ने कहा कि आज पर्यावरण दिवस है और हमें पर्यावरण से जुडे सभी महत्वपूर्ण संरचनाओं का संरक्षण करना होगा। प्रकृति की रक्षा के लिए पेड लगाये, पानी बचाए पर जोर देते हुए कहा कि वर्षा जल को सहेजने में सभी अपनी भूमिका निभायें।
जिला पंचायत उपाध्यक्ष नीरज जाट ने कहा कि सरकार द्वारा पूरे प्रदेश में बावडी उत्सव का आयोजन किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य समुदाय को प्राकृतिक जल स्त्रोतो के संरक्षण से जोडना है। उन्होने कहा कि जल स्त्रोतों के पूजन की हमारी पुरातन परम्परा है। उन्होने सभी से जल का अपव्यय रोकने की अपील करते हुए कहा कि पर्यावरण की सुरक्षा के लिए एक पेड मॉ के नाम अभियान के तहत अपने-अपने घरों के आसपास पेड अवश्य लगाये।
कार्यक्रम का संचालन सीईओ एसएस भटनागर तथा आभार प्रदर्शन सरपंच प्रतिनिधि श्री रामअवतार द्वारा किया गया। इसके पूर्व कार्यक्रम की शुरूआत कन्यापूजन के साथ हुई तथा उपस्थित अतिथियों द्वारा बावडी के गर्भगृह स्थित कुएं का विधिवत पूजन किया गया। कार्यक्रम के दौरान पंचायत की ओर से सभी अतिथियों का साफा पहनाकर एवं माल्यार्पण कर स्वागत किया गया। इस दौरान जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत जीर्णोद्धार की गई प्राचीन एवं एतिहासिक बावडी में दीप लगाकर रोशनी की गई।
अभियान के तहत निखरा रायपुरा की बावडी का स्वरूप
कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट अर्पित वर्मा की अनुठी पहल से प्राचीन बावडियों को सहेजने एवं संवारने का कार्य किया जा रहा है। झाडो और मिट्टी से ढंकी बावडियों की साफ-सफाई कर उन्हें आकर्षक और उपयोगी बनाने का कार्य जल गंगा संवर्धन अभियान अंतर्गत किया जा रहा है।
इसी क्रम में रायपुरा की बावडी को भी रिनोवेट कर उपयोगी एवं आकर्षक बनाया गया है। उल्लेखनीय है कि श्योपुर जिले में बावडी निर्माण जल स्त्रोत के रूप में प्राचीन काल से ही होता रहा है, वर्तमान में जो बावडियां जिले में विद्यमान है, वे छटवी-सातवी सदी से लेकर 18वी सदी के मध्य निर्मित हुई है, इनमें से अधिकांश बावडियां 16वी-17वी सदी की है। वास्तु प्रकार के आधार पर देखे तो श्योपुर की अधिकांश बावडियां नंदा बावडियों की श्रेणी में आती है, इनमें आवागमन एक ही रास्ते से होता है।
श्योपुर पाली रोड पर ग्राम रायपुरा में गोड राजा इंदर सिंह के दीवान श्री शिवनाथ जी कायस्थ गोड ने सन् 1734 में एक बावडी का निर्माण करवाया था, शिलालेख के अनुसार उन्होने अपने नाम पर गांव शिवनाथपुर बसाया, जो अब रायपुरा कहलाता है। वर्तमान में बावडी की साफ-सफाई एवं जीर्णोद्धार कर बावडी का नवीनीकरण किया गया है।