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अखाड़े और व्यायामशालाएं हमारी गौरवशाली परंपरा का हिस्सा – बिरला

कोटा.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com- लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि कोटा के अखाड़े और व्यायामशालाएं हमारी गौरवशाली परंपरा का अभिन्न हिस्सा हैं। ये केवल खेल के मैदान नहीं, बल्कि संस्कृति, संस्कार और समाज को जोड़ने वाले केंद्र हैं। कोटा की धरती ने सदियों से ऐसे पहलवान और खिलाड़ी दिए हैं, जिन्होंने अपने परिश्रम और समर्पण से देश का नाम रोशन किया है।

बिरला गुरुवार को दशहरा मैदान स्थित श्रीराम रंगमंच पर अनंत चतुर्दशी आयोजन समिति द्वारा आयोजित अखाड़ों और व्यायामशालाओं के सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर 72 व्यायामशालाओं का सम्मान किया गया। बिरला ने कहा कि इस परंपरा को और सशक्त बनाने के लिए निरंतर सहयोग दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि कोटा में जल्द ही कुश्ती अकादमी की स्थापना होगी, जहां खिलाड़ियों को आधुनिक प्रशिक्षण की सुविधा मिलेगी। उन्होंने विश्वास जताया कि आने वाले वर्षों में कोटा से खिलाड़ी ओलंपिक में देश का प्रतिनिधित्व करेंगे और बेटियां भी रेसलिंग में तिरंगा लहराएंगी।
बिरला ने कहा कि अखाड़े केवल शारीरिक व्यायाम का माध्यम नहीं हैं, बल्कि अनुशासन, सेवा और राष्ट्रभक्ति की भावना भी जगाते हैं। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे व्यायाम और पहलवानी से न केवल शरीर, बल्कि मन और मस्तिष्क को भी मजबूत बनाएं। उन्होंने कहा कि अखाड़ों की संस्कृति पीढ़ी दर पीढ़ी चली आ रही है, जिसने कई बाधाओं के बावजूद अपनी परंपरा को जीवित रखा है।
महामण्डलेश्वर हेमा सरस्वती ने अखाड़ों के सम्मान के लिए सभी जनप्रतिनिधियों का आभार जताते हुए कहा कि सनातन संस्कृति सबसे महान संस्कृति है। हमें जो भी कार्य करना है, वह धर्म और राष्ट्र के हित में होना चाहिए। विधायक संदीप शर्मा ने कहा कि व्यायामशालाएँ केवल खेल से ही नहीं, बल्कि धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों से भी जुड़ी हुई हैं। यह आयोजन केवल परंपरा का सम्मान नहीं, बल्कि समाज को एकजुट करने का सशक्त माध्यम भी है।
विधायक कल्पना देवी ने कहा कि हमारी विशाल आध्यात्मिक और धार्मिक संस्कृति को सहेजना हमारा कर्तव्य है। यदि हम इसमें चूकेंगे तो यह हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए नुकसानदायक होगा। महापौर राजीव अग्रवाल ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष विवेक राजवंशी, लव शर्मा, श्री सनातन पुरी महाराज, शैलेन्द्र भार्गव,रामप्रसाद जी महाराज, पं. गोविंद शर्मा, अनन्त चतुर्दशी महोत्सव आयोजन समिति के संरक्षक जटाशंकर शर्मा, प्रभारी सुमेर सिंह, पूर्व प्रभारी दिनेश सोनी, वीएचपी के युधिष्ठिर हाड़ा, सह संयोजक भवर सिंह पंवार, राधाबल्लभ शर्मा, संदीप भाटिया, हरीश शर्मा, सियाराम नागर आदि मौजूद रहे।