अतिवृष्टि में मकान गिरने पर न्याय की मांग को लेकर 16 लोग आमरण अनशन पर
बूंदी.KrishnakanyRathore/ @www.rubarunews.com-बूंदी कहार मोहल्ले में 16 सितंबर को रात को अतिवृष्टि से मकान गिरने के 8 दिन बाद भी प्रशासन की ओर से पीड़ित परिवार की सुध नहीं लेने के विरोध में न्याय की मांग को लेकर बुधवार को क्षतिग्रस्त मकान के बाहर पीड़ित परिवार के सदस्यों सहित 16 लोगो ने आमरण अनशन पर प्रारंभ किया है।राजस्थान बीज निगम के पूर्व निदेशक चर्मेश शर्मा भी पीड़ित परिवार के सदस्यों सहित आमरण अनशन पर बैठे है।
*ये बैठे है आमरण अनशन पर*
पीड़ित परिवार के सदस्य रमेश कहार, दुर्गाशंकर कहार,सूरजमल कहार,रूपशंकर कहार, रामशोभा कहार, जानकी कहार, कमला कहार, मंजू कहार, मोहिनी कहार,रुक्मिणी कहार, पिंकी कुमारी, कोमल कुमारी,प्रमिला कहार,डोली कहार,राजस्थान बीज निगम के पूर्व निदेशक चर्मेश शर्मा व एनएसयूआई शहर अध्यक्ष अमन राठौर सहित कुल 16 लोग आमरण अनशन पर है ।बुधवार प्रातः 11 बजे त्रिलोक सुरलाय समाजोत्थान समिति के संरक्षक वरिष्ठ अधिवक्ता कपूरचंद सेठिया,समाजसेवी फणीभूषण सुरलाया,बृजमोहन यादव,पूर्व पार्षद भैरूलाल महावर ने माल्यार्पण कर सभी को अनशन पर बैठाया।
*कोई अधिकारी पूछने तक नहीं आया*
पीड़ित परिवार के सदस्य रमेश कहार ने कहा कि घटना को 8 दिन से अधिक हो चुके हैं लेकिन अभी तक कोई भी अधिकारी उनके परिवार का हाल-चाल पूछने तक नहीं आया है। मकान गिरने के बाद मोहल्ले वालों से मदद लेकर पेट भर रहे हैं और रहने का भी कोई ठिकाना नहीं है। परिवार के सदस्य दुर्गाशंकर कहार ने कहा कि अतिवृष्टि से मकान क्षतिग्रस्त हुआ है और मकान गिरने से और दीवारें भी क्षतिग्रस्त हो गयी है। प्रशासन पीड़ितों की मदद करने के बजाय हम पर ही दबाव बना रहा है।
*पीड़ित परिवार को न्याय मिले -शर्मा*
पीड़ित परिवार के साथ आमरण अनशन पर बैठे राजस्थान बीज निगम के पूर्व निदेशक चर्मेश शर्मा ने कहा कि अतिवृष्टि में मकान गिरने से पीड़ित परिवार को न्याय देना राज्य सरकार व जिला प्रशासन की जिम्मेदारी है लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि दुर्घटना को 8 दिन होने के बावजूद अभी तक कोई भी प्रशासन का अधिकारी मौके पर पीड़ित परिवार के आंसू पोछने तक नहीं पहुंचा है। शर्मा ने कहा कि अतिवृष्टि से मकान गिरने के साथ सार्वजनिक गली की ओर दीवार भी क्षतिग्रस्त हो गयी है। जिस पर भी प्रशासन का कोई ध्यान नहीं गया है।