घाटी पर जो आँख उठी तो माटी में सो जायोगे – लालजी
भाण्डेर.SurendraOjha/ @www.rubarunews.com- नगर के शाहपुर रोड स्थित रामकुटी पर कवि गोष्ठी का आयेाजन किया गया। कार्यक्रम का प्रारंभ माॅ सरस्वती के सामने दीप प्रज्वलित कर किया गया। गोष्ठी का प्रारंभ जयराम राहुल द्वारा सरस्वती वंदना से किया गया । इसके पश्चात डॉ बसन्त सोनी ने कलुआ अनपढ़ हतो राजनीति में धश गयो कहकर वर्तमान राजनीतिक बिसंगतियों को उजागर किया। वहीं कवि अमर सिंह राव दिनकर ने अपनी कविता के माध्यम से नशामुक्ति पर जोर दिया । वहीं साहित्यकार लालजी योगी ने कविता पढ़ते हुए कहा कि घाटी पर जो आंख उठी तो माटी में सो जायोगे, फिर से हरकत की तो अब चीनी चटनी हो जायोगे, वहीं कवि रामकिशोर अग्रवाल ने भी अपनी कविता के माध्यम से लोगों को तालियाँ बजाने पर मजबूर कियाब। कवि जयराम राहुल ने कोरोना जैसी महामारी से बचाव के लिए कविता के माध्यम से जाग्रत किया । वहीं डॉ. सिद्धार्थ चैधरी ने आज मेरे प्रजातंत्र को क्या हो गया कहकर प्रजतन्त्र की पोल खोली । कार्यक्रम का संचालन साहित्यकार लालजी योगी अमन ने एवं कार्यक्रम का आभार पूर्व पार्षद रामजीवन छोटे राय ने व्यक्त किया। कार्यक्रम में इंद्रजीत सिंह यादव, विनीता मिश्रा, राजेश वर्मा, नीरज छीपा, शनि नामदेव, ऋषि नामदेव सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।