Hello
Sponsored Ads

ग्राम पंचायतों में नहीं बंटा गरीबों का खाद्यान, पहले गई रोजी और अब रोटी का संकट

Sponsored Ads

Sponsored Ads
Sponsored Ads
Sponsored Ads
Sponsored Ads

गोहद.Desk/ @www.rubarunews.com>> तहसील के जनपद  पंचायत क्षेत्र की 88 ग्राम पंचायतों में गरीब, निर्धन, असहाय, मजदूर ग्रामीणों के भरण-पोषण के लिए कोरोना संक्रमण में प्रधानमंत्री द्वारा विशेष पैकेज के तहत वितरित होने वाले राशन खाद्यान्न का वितरण ग्राम पंचायत स्तर पर जिला सहकारी समिति प्रबंधक द्वारा किया जाना था मध्यप्रदेश शासन ने इस खाद्यान्न को तत्काल वितरण करने के निर्देश दिए गए थे। लेकिन आज दिनांक तक गरीबों के हक का निवाला गरीबों तक नही पहुचा। इसकी एक वजह यह भी है कि यह राशन सेल्समेन के अंगूठे से ही वितरित हो रहा है। जिसके चलते यह खाधान्न  बंदरबांट हो रहा है। शासन द्वारा दी जाने वाली योजना और खाद्यान्न का लाभ ग्रामीण जनता को प्राप्त नहीं हो रहा है दर्जनों ग्राम पंचायतों में आज दिनांक तक गरीबों को मुफ्त में दिए जाने वाले खाद्यान्न का वितरण सेवा सहकारी संस्थाओं द्वारा आज दिनांक तक नहीं किया गया है। एक ओर नागरिक कोरोना महामारी में लॉक डाउन की मार झेल रहा है ओर आम इंसान व्यापार और रोजगार से वंचित है तथा दो जून के भोजन की व्यवस्था उस गरीब ग्रामीण मजदूर की नहीं हो पा रही है उस मजदूर का पेट भरने के लिए मध्यप्रदेश शासन ने जो मध्यान्ह राशन के रूप में सेवा सहकारी संस्थाओं के माध्यम से वितरण कराने के लिए भेजा गया है उसका भी बंदरबांट निचले स्तर पर जमकर किया जा रहा है। मीडिया द्वारा इस बात की जानकारी लेने पर जनपद स्तर के अधिकारियों द्वारा एक दूसरे के पाले में गेंद डाल रहे। खाद विभाग की महिला अधिकारी किसी राजनेता के सरक्षण के वजह से क्षेत्र से लापता रहती है यहाँ तक की वह मीडिया के लोगो का फोन उठाना भी मुनासिब नही समझती। खाद विभाग के दूसरे अधिकारी जनपद सीईओ के पाले में गेंद डाल देते है। जनपद सीईओ स बात करने पर वह पँचायत सचिव के पाले में गेंद डाल देते है कहने का मतलब गोहद जनपद के अधिकारी अपनी जिम्मेदारी से बचते नजर आ रहे है। स्थानीय नागरिकों व जनप्रतिनिधियों द्वारा मोबाइल के माध्यम से विभिन्न ग्राम पंचायतों में खाद्यान्न राशन वितरण न करने की शिकायत की गई है लेकिन अभी तक अधिकारियों द्वारा राशन वितरण की कोई चिंता नही की जा रही ओर न ही राशन का वितरण अभी तक विभिन्न पंचायतों में किया गया है। शासन द्वारा विशेष पैकेज को 24 केटेगरी अनुसार बांटा गया है जिसमे बीएल कार्ड, बीएल ए ए आय, एससीएसटी वेरीफाईड, अनिसुचित जाति व जनजाति के व्यक्ति, केश शिल्पी कार्ड धारक, पंजीकृत चालक परिचालक, प्रतिरक्षा समझौता, बन्द पड़ी मिलो में पूर्व नियोजित श्रमिक, वनकर शिल्पी, बीड़ी श्रमिक, होकर फेरीवाला कार्डधारक, भूमहीन कोटवार, भवन एवं अन्य सनिर्माण कर्मकार मण्डल कार्डधारक, मछुआरे कार्डधारक, मजदूर सुरक्षा कार्डधारक, मंदबुद्धि बहुविकलांग व्यक्ति, रेलवे के पंजीकृत कली, व्रधाश्रम के निवासी, वनाधिकार प्राप्त पट्टाधारी, वसोइकल रिक्शा हाथ ठेला कार्डधारी, शहरी घरेलू महिला कार्डधारी, समाजिक सुरक्षा पेंशन के पेंशनर, हम्माल एवं तुलावटी योजना कार्डधारी, जैसी श्रेणी निर्धारित की है लेकिन गोहद जनपद द्वारा इन सभी श्रेणिया का सर्वे नही किया गया।ग्राम पंचायतों में कई मजदूर असहाय,गरीब, किसान योजन के अभाव में व सर्वे में नाम नही जोड़े जाने से बहुत ही दैनिय जीवन जीने को मजबूर हैं हजारों किसानों ने समाचार पत्र के माध्यम से यह मांग की है कि जनसेवा सहकारी संस्थाओं के माध्यम से ग्राम पंचायतों में मध्यान्ह राशन का वितरण कराया जाना था उसका जमीनी परीक्षण करा लिया जाए तो दर्जनों सेवा सहकारी संस्थाओं के सचिव और ग्राम पंचायत के जनप्रतिनिधियों की सांठगांठ उजागर होगी क्योंकि अभी तक ना तो राशन का वितरण किया गया है, नाही ग्राम पंचायत को सैनिटाइज किया गया और न ही मास्क आदि का वितरण किया गया। जनपद पंचायत क्षेत्र गोहद में आने वाली अधिकांश ग्राम पंचायतों में अभी तक ना तो मध्यप्रदेश शासन द्वारा निर्धारित मानक के अनुरूप सैनिटाइजर छिडक़ाव किया गया है नाही सभी ग्रामीणों को  मास्क का वितरण किया गया है नाही सोशल डिस्टेंस  के गोल घेरे बनाए गए हैं और ना ही खाद्यान्न राशन का वितरण किया गया है सूत्र बताते हैं कि दुकानों से नमक, गेहूं, चावल, शक्कर गायब हो चुकी है। कुछ दुकानों में केवल चावल बांटे जा रहे हैं। वही कई ग्रामो में खाद्यान आने के बावजूद भी वितरण नहीं कराया जा रहा है। मध्यप्रदेश शासन ने पूरे प्रदेश में एस्मा लागू कर दिया है जिसके बावजूद भी अधिकारी कर्मचारी अपनी मनमानी में लगे हुए हैं और प्रतिदिन बॉर्डर सील होने के बाद भी अन्य जिलों से अप डाउन करते हैं।

1- हमारी यहाँ की राशन की दुकान एक माह से नही खुली है और न ही खाद्यान बटा है।

मुकेश ग्रामवासी चितौरा

2- हमारी दुकान में बाटने के लिए अभी तक खाद्यान नही दिया गया  इसलिए अभी वितरण नहीं हुआ है ।

Related Post

धर्मेन्द्र सिंह सेल्समेन

3- सभी गांवों में राशन वितरण कराया जा रहा है जिन लोगों की लिस्ट में नाम आ गए हैं उन्हें राशन दिया जा रहा है जिनके नाम नहीं आए उनका सर्वे सचिव द्वारा कराया जाएगा जिस की डिमांड शासन को भेजी जाएगी

एस डी एम आर ए प्रजापति को

Sponsored Ads
Share
Pratyaksha Saxena

Published by
Pratyaksha Saxena

Recent Posts

मज़दूर दिवस पर जुलूस – फासीवाद का प्रतिरोध कर मज़दूर विरोधी सरकार को पराजित करने का आव्हान

भोपाल.Desk/ @www.rubarunews.com- मज़दूर दिवस के अवसर पर 1 मई 2024 को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, एटक… Read More

20 hours ago

निर्माणाधीन पुल पर डायनामाइट के धमाके से दो मजदूरों की मौत

दतिया @Rubarunews.com/ Peeyush Rai >>>>>>>>>>>>>>>> दतिया में निर्माणाधीन पुल के पास ब्लास्टिंग में दो युवकों… Read More

1 day ago

समय की जरूरत है मध्यस्थता – बंसल

  श्योपुर.Desk/ @www.rubarunews.com-प्रधान जिला न्यायाधीश अध्यक्ष एवं अपर न्यायाधीश सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्योपुर… Read More

3 days ago

मज़दूर दिवस पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी का जुलूस 1 मई को

भोपाल.Desk/ @www.rubarunews.com- मज़दूर दिवस के अवसर पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी और सम्बद्ध श्रमिक संगठनों द्वारा… Read More

3 days ago

कोविडशील्ड के दुष्प्रभावों का हुआ खुलासा, कम्पनी ने हाईकोर्ट में स्वीकार किए

कोविड की वैक्सीन के कारण होता है हार्ट अटैक, लंदन में बड़ा खुलासा दतिया @Rubarunews.com>>>>>>>>>>>>>>… Read More

3 days ago

पंछी संस्कृति के वाहक है, इन्हें बचाने और सहेजने की परंपरा को मिलकर निभाऐं

बूंदी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com- बढ़ती हुई गर्मी में मूक पक्षियों के लिए शीतल जल व्यवस्था कर उन्हे… Read More

4 days ago
Sponsored Ads

This website uses cookies.