Hello
Sponsored Ads

दृष्टिबाधित कार्मिक संघ ने मनाया लुई ब्रेल जयंती समारोह

Sponsored Ads

Sponsored Ads
Sponsored Ads
Sponsored Ads
Sponsored Ads

बूंदी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com-दृष्टिबाधित कार्मिक संघ बूंदी के तत्वावधान में गुरुवार को लाखेरी में विश्व लुई ब्रेल जयंती समारोह पूर्वक मनाई गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डूंगरपुर के जिला परिषद के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी भुवनेश्वर सिंह चौहान ने दृष्टि बाधित कार्मिक के लिए सरकार की तरफ से ब्रेल किताबे, डिवाइस उपलब्ध करवाए। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि दृष्टि बाधित कार्मिक को आधारभूत सुविधा मिले तथा उनके स्थानांतरण पर ध्यान दिए जाने की महत्ती आवश्यकता है।
समारोह की अध्यक्षता कर रहे दृष्टि बाधित कार्मिक संघ उपाध्यक्ष चेतन शर्मा ने कहा कि सामान्य बच्चे या तो रोमन लिपि में पढ़ते हैं या देवनागरी लिपि में, लेकिन दृष्टिहीन बच्चों के पढ़ने के लिए लुई ब्रेल ने एक अलग लिपि विकसित की और उसे ब्रेल लिपि नाम मिला। विशिष्ट अतिथि महेन्द्र शर्मा ने कहा सरकार की ओर से दृष्टिबाधित कार्मिकों को सुविधाओं के लिए सरकार स्तर पर हर संभव प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि दृष्टिबाधितों के इतिहास में सूरदास है। भगवान कृष्ण को भक्त आज सूरदास की दृष्टि से दुनिया में लोग को याद करते हैं। इसी तरह रामानंदाचार्य परंपरा के गुरु जगतगुरु दृष्टि बाधित है। दिखाई देता है वो माया है मगर मानव की अन्दर दृष्टि होती है। उन्होंने कहा कि दृष्टिबाधित का कार्य करने जैसा पुण्य सभी को करना चाहिए।
विशिष्ठ अतिथि लाखेरी बैंक ऑफ़ बड़ौदा के मुख्य प्रबंधक सत्यनारायण कुमार प्रजापत ने कहा कि दृष्टिहीनों को पढ़ने-लिखने के योग्य उपकरण आदि के लिए रोज़गार के लिए बैंक से जो भी मदद हो की जाएगी। बैंक में खाता खुलवाने जैसी सुविधा के साथ कोई भी काम हो सहयोग किया जाएगा। रामायण में जो संगीत दिया वो आज भी देश में गाथा की मिसाल है। विशिष्ठ अतिथि राजकीय महाविद्यालय के संस्कृत व्याख्याता कौशल किशोर गोठवाल ने बताया कि ब्रेल लिपि की 10 पुस्तके भेंट की गई है। लुईस ब्रेल ने दृष्टिबाधितों के पढ़ने और लिखने के लिए इस लिपि का आविष्कार किया था। वो जन्म से ही दृष्टिहीन थे। उनसे प्रेरणा लेकर तथा मौजूदा कूटलिपि में संशोधन कर लुईस ने इस लिपि का आविष्कार किया था। के लुई ब्रेल ने स्वयं एक दृष्टिहीन होने के बावजूद दृष्टिहीनों को पढ़ने-लिखने के योग्य बनाया। लकड़ी के कष्ट ट्रेलर ने अपना परिचय दिया और गीत सुनाया जोश पढ़ने के लिए पांचवी कक्षा में पढ़ने वाले नन्हे बालक ने जोश भर दिया।
मशहूर संगीतकार जगदीश भारती ने संगीत से सभी का मनमोह लिया। दृष्टि बाधित कार्मिक संघ बूंदी के विक्रम राठौर ने कहा कि सामान्य बच्चे या तो रोमन लिपि में पढ़ते हैं या देवनागरी लिपि में, लेकिन दृष्टिहीन बच्चों के पढ़ने के लिए लुई ब्रेल ने एक अलग लिपि विकसित की और उसे ब्रेल लिपि नाम मिला। संचालन करते हुए दृष्टि बाधित कार्मिक संघ बूंदी के टीकमचंद जैन ने
किया। समारोह में अंचल राठौर, महावीर राठौर, लोकेश मीणा आदि मौजूद थे।

Related Post
Sponsored Ads
Share
Rubarunews Desk

Published by
Rubarunews Desk

Recent Posts

मानव अस्तित्व के लिए प्रकृति संरक्षण जरूरी है: डॉ संदीप यादव

बूंदी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com-वर्तमान परिप्रेक्ष्य में बढ़ते हुए पर्यावरण प्रदूषण एवं बिगड़ते प्रकृति संतुलन ने मानव जीवन… Read More

14 mins ago

भीषण गर्मी के मद्देनजर कलेक्टर ने आदेश जारी कर विद्यालयों का समय किया परिवर्तन

बून्दी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com-प्रदेश में मौसम विभाग द्वारा हीट वेव की चेतावनी व भीषण गर्मी के चलते… Read More

18 mins ago

महिपत सिंह की छवि को धूमिल करने के प्रयास को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा

बून्दी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com-समाजसेवी और भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष रहे महीपत सिंह हाड़ा के ऊपर पुलिस प्रशासन… Read More

22 mins ago

सह आचार्य महिमा शर्मा को रसायन शास्त्र में पीएचडी की शोध उपाधि

बूंदी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com-कोटा विश्वविद्यालय ने सह आचार्य महिमा शर्मा को शोध उपाधि प्रदान की। महिमा शर्मा… Read More

28 mins ago

पेयजल समस्या का समाधान करो, नहीं तो होगा उग्र आंदोलन

बूंदी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com-गर्मी शुरू होने के साथ ही जल स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की बदइंतजामी के चलते… Read More

31 mins ago

सात दिवसीय गाइड केप्टिन बेसिक कोर्स सम्पन्न

बून्दी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com-राजस्थान राज्य भारत स्काउट गाइड जिला मुख्यालय बून्दी के तत्वावधान में 3 से 9… Read More

34 mins ago
Sponsored Ads

This website uses cookies.