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स्वर्णिम भारत के निर्माण के लिए आध्यात्मिक चेतना को जागृत करने में मीडिया की अहम भूमिका

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भोपाल.Desk/ @www.rubarunews.com-आज दुनिया में हो रही तमाम गतिविधियों से नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न हो रही है और मीडिया को इसी नकारात्मक ऊर्जा के बीच काम करना होता है जिस से बचाव के लिए मीडिया को आध्यात्मिक चेतना को जागृत करना होगा इससे जहां एक और नकारात्मक ऊर्जा प्रभावित नहीं कर पाएगी वहीं दूसरी ओर सकारात्मक ऊर्जा के जरिए हम स्वर्णिम भारत के निर्माण में योगदान कर सकेंगे
यह विचार प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय आजादी की अमृत महोत्सव के अंतर्गत आयोजित मीडिया सम्मेलन स्वर्णिम भारत के निर्माण में मीडिया का योगदान विषय पर चर्चा के दौरान प्रकट किए गए
उन्होंने कहा कि देश को स्वर्णिम भारत बनाने के लिए देवर्षि नारद की तरह मीडिया की भूमिका होगी।
भारत किसानों का देश है अन्नदाता को सशक्त बनाना होगा । रासायनिक खाद के कारण हमें जहरीला पदार्थ मिला है। वैचारिक क्रांति से किसानों को रुढीवादिता से दूर करना है ।
उन्होंने कहा कि आज युवा पीढ़ी भटक गई है । दिशाहीन युवा न गांव का रहा न शहर का ।
महिलाओं का सशक्तिकरण के लिए केंद्र सरकार के कई कार्यक्रम है उन्हें महिलाओं तक पहुंचाना है । उन्होंने कहा कि हमारे विचारों का प्रभाव पौधों पर भी पड़ता है
आज किसान बाजार पर निर्भर है खेती के लिए आवश्यक सामग्री बाजार से खरीदता है इसलिए खेती महंगी हो गई अतः किसान को गौ आधारित खेती करने के लिए प्रेरित करना चाहिए।
बी के सुमन भाई ने कहा कि पहला स्थान ईश्वर को दिया जाता है उसके बाद स्थान मिलता है मीडिया को ।व्यशन मुक्ति , आत्म जागृति की आवश्यकता है । संगठन शक्ति में मूल्यों की आवश्यकता है ।
कार्यक्रम में रेखा दीदी ने कहा कि मन का परिवर्तन आवश्यक है।
सरस्वती देवी स्वेत वस्त्र धारणी है इसीलिए ब्रम्हकुमार और ब्रह्मकुमारी स्वेत वस्त्र धारण करते हैं ।
मीडिया नंबर एक था और रहेगा।
हलधर बलराम पहले किसान थे कृष्ण गाय चराने वाले थे । उन्होंने कहा कि बड़ा छोटा बनकर कार्य करेगा तो सफलता मिलेगी ।
इसमें मीडिया सम्मेलन में बड़ी संख्या में राजधानी के पत्रकार से उपस्थित हुए कार्यक्रम के मुख्य वक्ता राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी सरला दीदी ग्राम विकास प्रभाग ब्रह्मकुमारी की राष्ट्रीय अध्यक्षा अतिथि के रुप में राजयोगी ब्रह्माकुमार सुमंत भाई ग्राम
विकास प्रभाग ब्रह्मकुमारी के मुख्यालय संयोजक थे कार्यक्रम के अवसर पर मुख अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन एवं बालिका यशसवी के नृत्य प्रदर्शन से शुरुआत हुई स्वागत उद्बोधन राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी रेखा दीदी क्षेत्र संयोजिका ग्राम विकास विभाग के द्वारा दिया गया ब्रह्मकुमारी रीना दीदी द्वारा मंच संचालन किया गया
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय एक अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त आध्यात्मिक शैक्षणिक सामाजिक एवं योग प्रशिक्षण संस्थान है विश्व के 137 देशों में इसके 5000 से भी अधिक सेवा केंद्र सेवारत इस संस्था का अंतरराष्ट्रीय मुख्यालय माउंट आबू राजस्थान में स्थित है यूनिसेफ तथा यूनाइटेड नेशंस के आर्थिक एवं सामाजिक परिषद में सलाहकार का दर्जा प्राप्त है भारत सरकार सभी राज्यों के साथ मिलकर वर्ष 2022 को आजादी का अमृत महोत्सव के रूप में मना रहे हैं इसी कड़ी में ब्रह्मकुमारी संस्था ने भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के साथ मिलकर आजादी के अमृत महोत्सव से स्वर्णिम भारत की ओर से पूरे देश भर में इसे आरंभ किया है

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