Hello
Sponsored Ads

प्रदेश में सभी विभागों के सहयोग से चलाया जायेगा “जल-हठ’’ अभियान

Sponsored Ads

Sponsored Ads
Sponsored Ads
Sponsored Ads
Sponsored Ads

भोपाल.Desk/ @www.rubarunews.com>>प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश के प्रत्येक ग्राम में “हर घर जल” पहुंचाने के लिए वर्ष 2019 में जल जीवन मिशन शुरू किया गया। इस मिशन की पूर्ण सफलता के लिए प्रदेश में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के नेतृत्व में “जल-हठ” अभियान जन आंदोलन के रूप में चलाया जाएगा। इसमें सरकार और समाज की भागीदारी से हर गांव, हर नगर में पुराने तालाबों एवं अन्य जल स्रोतों का उन्नयन, विकास, सौंदरीकरण, गहरीकरण कराया जाएगा तथा जल स्रोतों के आस पास किए गए अतिक्रमण को हटाकर वृक्षारोपण किया जाएगा।

मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव से गत दिवस मंत्रालय में जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने भेंट कर उन्हें इस अभियान की अवधारणा बताई तथा कार्य-योजना प्रस्तुत की। साथ ही अनुरोध किया कि सभी विभागों के सक्रिय सहयोग से प्रदेश के प्रत्येक ग्राम में “जल-हठ” अभियान को जन आंदोलन के रूप में चलाया जाए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने आश्वस्त किया कि पूरे प्रदेश में जल स्रोतों के संरक्षण एवं जल संवर्धन को जन आंदोलन का रूप दिया जाएगा।

मंत्री श्री सिलावट ने कहा कि अभियान के अंतर्गत जल स्रोतों के अतिक्रमणों को प्राथमिकता से हटाया जाएगा। प्रदेश के तालाबों एवं अन्य जल स्रोतों में अतिक्रमण से उनका कैचमेंट एरिया समाप्त होता जा रहा है, जिससे जल स्रोतों में प्रदूषण की समस्या बढ़ रही है तथा सिंचाई एवं पीने का पानी कम हो रहा है। ग्रामीण क्षेत्र के छोटे-छोटे नदी नालों में पहले वर्ष भर जल संरक्षित रहता था, किंतु ये नदी-नाले अब समाप्तप्राय हो गए हैं। वर्षा के जल को संरक्षित करने एवं भूजल उन्नयन के लिए इन्हें पुनर्जीवित करना अत्यंत आवश्यक है।

मंत्री श्री सिलावट ने बताया कि “जल-हठ” अभियान के अंतर्गत प्रदेश के सभी जिलों में प्राकृतिक जल स्रोतों, तालाबों के पुनर्जीवन कार्य के लिए उन्हें चिन्हित कर योजना बनाई जाएगी और समाज के विभिन्न वर्गों एवं स्वेच्छिक संगठनों के सहयोग से इसे जन आंदोलन के रूप में चलाया जाएगा। अभियान में सभी जनप्रतिनिधियों, सामाजिक/सांस्कृतिक संगठनों, खेल संस्थाओं, शैक्षणिक संस्थानों, संत महंतों तथा बुद्धिजीवी वर्ग का भी पूरा सहयोग लिया जाएगा।

Related Post

मंत्री श्री सिलावट ने कहा कि मध्यप्रदेश में जल संरक्षण एवं संवर्धन की समृद्धशाली परंपरा रही है। प्रदेश की चंदेल एवं गोंडकालीन जल संरक्षण प्रणाली न केवल भारत में, बल्कि पूरे विश्व में प्रसिद्ध रही। हमने प्रदेश में सिंचाई संसाधनों की बढ़ोतरी में आशातीत सफलता पाई है। वहीं तालाबों के पुनर्जीवन और जीर्णोद्धार के लिए कई व्यापक कार्य किए गए हैं। सरकार की प्राथमिकता प्राकृतिक जल स्रोतों एवं तालाब को बचाने की है और उसके लिए हम योजनाबद्ध तरीके से काम कर रहे हैं।

 

Sponsored Ads
Share
Rubarunews Desk

Published by
Rubarunews Desk

Recent Posts

मानव अस्तित्व के लिए प्रकृति संरक्षण जरूरी है: डॉ संदीप यादव

बूंदी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com-वर्तमान परिप्रेक्ष्य में बढ़ते हुए पर्यावरण प्रदूषण एवं बिगड़ते प्रकृति संतुलन ने मानव जीवन… Read More

1 hour ago

भीषण गर्मी के मद्देनजर कलेक्टर ने आदेश जारी कर विद्यालयों का समय किया परिवर्तन

बून्दी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com-प्रदेश में मौसम विभाग द्वारा हीट वेव की चेतावनी व भीषण गर्मी के चलते… Read More

1 hour ago

महिपत सिंह की छवि को धूमिल करने के प्रयास को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा

बून्दी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com-समाजसेवी और भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष रहे महीपत सिंह हाड़ा के ऊपर पुलिस प्रशासन… Read More

1 hour ago

सह आचार्य महिमा शर्मा को रसायन शास्त्र में पीएचडी की शोध उपाधि

बूंदी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com-कोटा विश्वविद्यालय ने सह आचार्य महिमा शर्मा को शोध उपाधि प्रदान की। महिमा शर्मा… Read More

1 hour ago

पेयजल समस्या का समाधान करो, नहीं तो होगा उग्र आंदोलन

बूंदी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com-गर्मी शुरू होने के साथ ही जल स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की बदइंतजामी के चलते… Read More

1 hour ago

सात दिवसीय गाइड केप्टिन बेसिक कोर्स सम्पन्न

बून्दी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com-राजस्थान राज्य भारत स्काउट गाइड जिला मुख्यालय बून्दी के तत्वावधान में 3 से 9… Read More

1 hour ago
Sponsored Ads

This website uses cookies.