Hello
Sponsored Ads

ऐतिहासिक शक्तिपीठ है रक्तदन्तिका माता मन्दिर

Sponsored Ads

Sponsored Ads
Sponsored Ads
Sponsored Ads
Sponsored Ads

बून्दी.KrishnaKantRathore/ @www.rubarunews.com>> आज चैत्र नवरात्र की अष्ठमी है। आज उस रियासतकालीन मंदिर के बारे में अवगत करवा रहे हैं, जिससे जुड़ी कथाओं का उल्लेख मार्कण्डेयपुराण से निर्मित दुर्गासप्तशती में वर्णित है।
बून्दी जिला मुख्यालय से 10 किमी दूर राष्ट्रीय राजमार्ग 52 पर ग्राम सथूर में चन्द्रभागा नदी के किनारे स्थित यह ऐतिहासिक रक्तदन्तिका माता मन्दिर शक्तिपीठ के नाम से जाना जाता है।
दुर्गासप्तशती के अनुसार राजा सूरथ ने यहाँ सूरथपुरी नगरी बसाई, जो कालान्तर में अपभ्रंश रुप सथूर हो गया। यह सथूर ग्राम तीन बार आबाद हुआ और उजड़ा, अंतिम गांव संवत 1241 में बसा। जिसके प्रमाण यहाँ पर खुदाई पर प्राप्त पुराने परकोटे की भरी हुई नीवँ से होते हैं, यहाँ महाभारत कालीन अनेक प्राचीन ऐतिहासिक स्मारक प्राप्त हुए हैं। अभी भी यहाँ कई पुराने मकान, हवेलियों के भग्नावशेष मौजुद हैं।
ग्राम सथूर में मजबूत परकोटे से घिरे हुए विशाल मन्दिर में रक्तदन्तिका माता की पूर्वाभिमुख बालूका प्रतिमा स्थापित है। प्रतिमा के दोनों ओर सिंहमुख के सादृश्य सिंहासन पर कमल पुष्प पर माता पद्मासन पर चतुर्भुज रुप में विराजित है। माता के शीर्ष दो हाथों में त्रिशुल और घण्टारुपी आयुध है, तो नीचे के एक हाथ में माला और दुसरा आशीर्वाद स्वरुप दर्शित है। चाँदी से निर्मित छतरी में यज्ञोपवित धारण किए हुए माता की प्रतिमा भव्य एवं अद्वितीय हैं।
हालांकि मंदिर स्थापना से सम्बन्धित कोई शिलालेख उपलब्ध नहीं है, लेकिन 446 वर्ष पूर्व इसका अस्तित्व रहा है। बून्दी नरेश राव सुर्जन के पुत्र दूदा का इसी माता मन्दिर मे पूजा अर्चना करते समय अकबर के सेनापति रणमस्त खाँ के साथ संघर्ष हुआ था। यहाँ पूर्व में बकरे की बलि दी जाती थी, जिसे महारावराजा रामसिंह के राज्यादेश से 1865 ई. में बन्द कर दिया गया। जिस चाँदी की छतरी का उल्लेख है, वह महारावराजा रामसिंह की महारानी चन्द्रभान कुँवरी द्वारा सं. 1920 में आश्विन शुक्ल अष्ठमी को भेंट किया गया। मंदिर के सटे हुए दुर्गाविलास बाग में देवी भक्त महारानी चन्द्रभान कुँवरी का स्मारक है, जिनका स्वर्गवास यहीं पर सं.1942 मे हुआ था।
दुर्गासप्तशती के अनुसार चैत्रवंश में उत्पन्न राजा सूरथ कोलाविध्वंसी क्षत्रियों से युद्घ में हारने और मंत्रीगणों के विश्वासघात से दुखी राजा सूरथ मेघामुनि के आश्रम में आए, तभी पत्नि और पुत्रों से प्रताडित समाधि नामक एक वैश्य भी आश्रम मे आया। मेघामुनि का आश्रम कालान्तर में मार्कण्डेय आश्रम कहा जाता है, जो सथूर ग्राम से 8 किमी दूर घने जंगल में चन्द्रभागा नदी के उद्गमस्थल पर स्थित हैं। यहाँ आज भी मार्कण्डेय मुनि प्रतिमा और आश्रम के अवशेष स्थित है।
मेघामुनि के पूछे जाने पर समाधि वैश्य ने राजा के राज्य नष्ट होने का कारण बताते हुए पुनः राज्य प्राप्ति का उपाय बताने का निवेदन किया। पूरी बात सुनकर मेघामुनि ने कार्यसिद्धि के लिए पूर्व दिशा की ओर जाते हुए चंद्रभागा के तट पर बाँस से घिरे क्षेत्र में जगदंबा की आराधना करने का उपाय बताया। मुनि के कथन के अनुसार राजा सूरथ और समाधि वैश्य ने चन्द्रभागा के तट पर बालुका प्रतिमा बना कर तप किया और अपने रक्त से प्रोषित बलि देते हुए संयमपूर्वक माता की आराधना करते रहे, प्रसन्न होकर माँ चण्डिका ने स्वयं प्रकट हो दर्शन देकर राजा को पुन: राज्य प्राप्ति का आशीर्वाद दिया। चन्द्रभागा के किनारे घने बाँसों से घिरे इस क्षेत्र मे राजा सूरथ द्वारा स्थापित यह बालूका प्रतिमा रक्तदन्तिका के रुप में विराजित है।
रक्तदन्तिका मन्दिर को कंजर जाति के लोग बहुत मानते हैं, यहाँ आयोजित वार्षिक मेले में कंजर जाति के लोग बहुतायत मे सम्मिलित होते हैं। यों तो वर्षपर्यन्त श्रद्धालुओं का यहाँ आना जाना लगा रहता है, लेकिन चैत्र और आश्विन नवरात्र में दर्शन का विशेष महत्व हैं। इस मन्दिर मे स्थानीय ही नहीं अपितु देश के कई भागों सहित विदेश से भी दर्शन करने के लिए श्रद्धालु आते हैं।

Related Post
Sponsored Ads
Share
Pratyaksha Saxena

Published by
Pratyaksha Saxena

Recent Posts

कॉमरेड अतुल कुमार अनजान के निधन पर गहन शोक – श्रद्धांजलि

भोपाल.Desk/ @rubarunews.com- भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय सचिव और अखिल भारतीय किसान सभा के राष्ट्रीय… Read More

1 day ago

स्वीप के तहत अपर कलेक्टर ने बैलगाड़ी पर सवार होकर मतदान का आव्हान किया

अपर कलेक्टर श्री भार्गव ने कुसौली में बैलगाड़ी पर सवार होकर ग्रामीणों से घर-घर जाकर… Read More

2 days ago

मज़दूर दिवस पर जुलूस – फासीवाद का प्रतिरोध कर मज़दूर विरोधी सरकार को पराजित करने का आव्हान

भोपाल.Desk/ @www.rubarunews.com- मज़दूर दिवस के अवसर पर 1 मई 2024 को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, एटक… Read More

3 days ago

निर्माणाधीन पुल पर डायनामाइट के धमाके से दो मजदूरों की मौत

दतिया @Rubarunews.com/ Peeyush Rai >>>>>>>>>>>>>>>> दतिया में निर्माणाधीन पुल के पास ब्लास्टिंग में दो युवकों… Read More

3 days ago

समय की जरूरत है मध्यस्थता – बंसल

  श्योपुर.Desk/ @www.rubarunews.com-प्रधान जिला न्यायाधीश अध्यक्ष एवं अपर न्यायाधीश सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्योपुर… Read More

4 days ago

मज़दूर दिवस पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी का जुलूस 1 मई को

भोपाल.Desk/ @www.rubarunews.com- मज़दूर दिवस के अवसर पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी और सम्बद्ध श्रमिक संगठनों द्वारा… Read More

5 days ago
Sponsored Ads

This website uses cookies.