राजस्थान

बंधुत्व की भावना की संविधान की आत्मा है- जसवंत खत्री The spirit of fraternity is the soul of the constitution – Jaswant Khatri

बूंदी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com>> राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ बूंदी नगर की प्रबुद्ध जन गोष्ठी का आयोजन हुआ। इसमें राजस्थान क्षेत्र के क्षेत्र प्रचारक जसवंत खत्री मुख्य वक्ता रहे इनके साथ मंच पर जिला संघचालक प्रभु लाल सैनी, नगर संघचालक महेश पटवारी उपस्थित रहे। मुख्य वक्ता ने अपने उद्बोधन में कहा कि बंधुत्व ही संविधान की आत्मा है। संविधान दिवस स्मरण करते हुए कहा कि स्वाधीनता की यह प्रक्रिया दिसंबर 1943 से प्रारंभ हुई थी, जो निरन्तर जारी है। समानता समाज के आचरण में होनी चाहिए। इस अवसर पर बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के विचारों को स्पष्ट करते हुए उन्होंने कहा कि डॉ अंबेडकर ने संविधान निर्माण के द्वारा राष्ट्र निर्माण का सपना देखा था। समान नागरिक संहिता संवैधानिक नैतिकता वर्तमान समय की महती आवश्यकता है। कार्यपालिका व्यवस्थापिका तथा न्यायपालिका का लक्ष्य वंचित समाज का उत्थान ही होना चाहिए। हमें वर्तमान समय में हमारे बाहर शत्रुओं के साथ-साथ राष्ट्र को तोड़ने वाले आंतरिक शत्रुओं से भी सावधान रहना होगा।

बंधुत्व की भावना की संविधान की आत्मा है- जसवंत खत्री The spirit of fraternity is the soul of the constitution – Jaswant Khatri

उन्होंने सविधान के आर्टिकल 14 15 16 का हवाला देते हुए कहा कि आरक्षण को सामाजिक न्याय की अवधारणा माना जाना चाहिए। हमें जाति बंधनों से मुक्त होकर समरस समाज और समाज से राष्ट्र का निर्माण करना होगा। इस कार्य में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ निरंतर कार्य कर रहा है। कार्यक्रम में जिला संघचालक प्रभुलाल सैनी ने सभी का आभार व्यक्त किया। मंच परिचय एवं संचालन  जिला संपर्क प्रमुख लोकेश वशिष्ठ ने किया। इस अवसर पर विभाग प्रचारक धर्मराज सहित सैकड़ों की संख्या में बूंदी के गणमान्य नागरिक एवं मातृशक्ति उपस्थित रहे।