राजस्थान

शिक्षक तय करता है समाज का स्वरूप -श्री चांदना

बूंदी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com- युवा मामले एवं खेल तथा सूचना एंव जनसंपर्क राज्यमंत्री श्री अशोक चांदना ने कहा है कि शिक्षक समाज के निर्माता होते हैं। भविष्य में हमारा समाज, देश और आने वाली पीढ़ी किस दिशा में जाएंगी, यह कार्य शिक्षक ही तय करते हैं। शिक्षक समाज का स्वरूप तय करता है तथा वह राष्ट्र निर्माण की धुरी भी है। शिक्षक का किरदार बच्चों के जीवन में उसके बडे़ बुजुर्गों और माता पिता के समक्ष होता है। श्री चांदना रविवार को बूंदी में राजस्थान शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) की ओर से आयोजित प्रदेश महासमिति अधिवेशन में प्रदेश के सभी जिलों से आए प्रदेश महासमिति के शिक्षकों को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि बच्चों के भविष्य का निर्माण करने का कार्य करने वाले शिक्षकों के भविष्य की चिंता भी सरकार का दायित्व है। राज्य के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने इस दायित्व को समझा और राज्य कर्मचारियांे के सुरक्षित भविष्य के लिए ओल्ड पेंशन स्कीम को लागू कर इस वर्ग का भविष्य सुरक्षित कर दिया।
श्री चांदना ने कहा कि विचारों के आदान प्रदान से काफी सारी समस्याओं का समाधान हो जाता है। भारत में सनातन संस्कृति है और यह सबसे पुरानी संस्कृति है। यही वह संस्कृति है जो सबको बराबर बनाती है। उन्होंने कहा कि सभी मिलकर उनको दिए गए दायित्वों को निभाकर अपना योगदान दें, ताकि एक श्रेष्ट समाज का निर्माण हो सके।
उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था बनी रहे यह हम सबकी जिम्मेदारी है। उन्होंने शिक्षकों से आह्वान किया कि वे बालकों में अच्छे संस्कार दे ताकि देश की भावी पीढी सुसभ्य नागरिक बन सके। राजस्थान शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) की विभिन्न मांगों पर विचार विमर्श कर उचित मंच तक पहुंचाया जाएगा।
सभी लें व्यायाम की बूस्टर डोज
खेल राज्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमणकाल हब सबके लिए सबसे कठिन दौर रहा है। हम सबको चाहिए कि प्रतिदिन आधा घंटे व्यायाम की बूस्टर डोज लें, तो बीमारियां हमसे दूर रहेगी। उन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ी अनफिट नहीं रहे। इसके लिए कार्य करना होगा।
75 साल बाद मिलने लगे हैं मेडल
खेल राज्यमंत्री ने कहा कि खेलों को प्रोत्साहन के लिए राज्य सरकार ने ऐतिहासिक फैसले लेकर उनको लागू किया हैं। इनके परिणाम नजर भी आने लगे हैं। उन्होंने कहा कि हिट राजस्थान फिट राजस्थान के निर्माण के लिए खेतों को नौकरी से जोड़ा गया। वर्तमान में राजस्थान के 600 से अधिक खिलाड़ी विभिन्न पदों पर राजकीय सेवा दे रहे हैं।
उन्हांेने कहा कि पहली बार राजस्थान में गर्ल्स कब्बड्डी टीम और वालीबॉल में राजस्थान नेशनल मेडल मिला है, वहीं 34 साल बाद राजस्थान की साईकिल टीम इंडिया नंबर वन आई है। आने वाले समय में राजस्थान में अन्य राज्यों के मुकाबले बेहतरीन खिलाड़ी होंगे।
उन्होंने कहा कि गांव गांव में खेलों का वातावरण निर्माण करने के लिए आगामी 29 अगस्त से ग्रामीण ओलंपिक का आयोजन किया जा रहा है। इसके लिए 27 लाख का पंजीयन हुआ है। इनमें एक लाख पंजीयन 50 वर्ष से अधिक आयु के लोगों ने करवाया है।
समारोह में अधिवेशन संयोजक योगेश शर्मा ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया, महामंत्री अरविंद व्यास ने संगठनात्मक वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया तथा संगठन के द्वारा विगत वर्षों में किए गए कार्यों व सामाजिक सरोकारों का लेखा जोखा प्रस्तुत किया।
इस दौरान निवर्तमान प्रदेशाध्यक्ष संपत सिंह ने कहा कि जिस समय शिक्षा समाज नियोजित होती थी वही सच्ची शिक्षा थी लेकिन वर्तमान शिक्षा प्रणाली सरकार नियोजित होने की वजह से जो शिक्षा मानवीय गुणों का विकास कर सकती थी उसमें हम पिछड़ गए हैं।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि बूंदी विधायक अशोक डोगरा ने गैर शैक्षणिक कार्यों से शिक्षकों को मुक्त कर गुणात्मक शिक्षा की ओर लगने का आह्वान किया। इस अवसर पर संगठन के संरक्षक चौथमल सनाढ्य के द्वारा लिखित पुस्तक का विमोचन भी किया गया। अधिवेशन में संरक्षक रामअवतार शर्मा ,राजनारायण शर्मा, चौथमल सनाढ्य, संगठन मंत्री प्रहलाद शर्मा, महिला प्रदेश मंत्री अरुणा शर्मा, सभाध्यक्ष जगदीश चौधरी, प्रदेश उपाध्यक्ष एवं जिला संयोजक योगेश शर्मा ,जिलाध्यक्ष अनिल सामरिया, जिला मंत्री मुकेश शर्मा ने भी विचार व्यक्त किए। अतिथियों को हाडी रानी का स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन मुरली मनोहर माथुर व अशोक उपाध्याय ने किया।