राजस्थान

जीवन का आधार है नदियाँ इनको बचाना हमारा साझा दायित्व है

बून्दी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com-विश्व जल दिवस के अवसर पर उमंग संस्थान व चंबल संसद के तत्वावधान में शहर के बालचंद पाड़ा स्थित गज लक्ष्मी मंदिर पर एक जन संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी में पर्यावरण प्रेमी विट्ठल सनाढ्य मुख्य वक्ता रहे अध्यक्षता प्रधानाचार्य सामाजिक कार्यकर्ता बुद्धि प्रकाश पुंडीर ने की। संगोष्ठी में विभिन्न प्रबुद्ध जन ने भाग लिया उन्होंने कहा कि जीवन के प्रारंभ से नदियां जीवन का आधार है वर्तमान समय में इनको बचाना बेहद आवश्यक हो गया है जो कि हम सबका साझा दायित्व है।

जीवन का आधार है नदियाँ इनको बचाना हमारा साझा दायित्व है

बढ़ते हुए भौतिकता के प्रभाव में प्रदूषित होती नदियों, जल संरक्षण व नदी जल संवर्धन के प्रति आमजन को जागरूक करने के उद्देश्य से विश्व स्तर पर मनाए जाने वाले विश्व नदी दिवस के अवसर पर आमजन के बीच आयोजित संगोष्ठी में वक्ताओं ने संस्कृति की वाहक प्राणदायिनी नदियों के संरक्षण की महत्ता को प्रतिपादित किया। मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए सनाढ्य ने प्रकृति में नदियों के महत्व आवश्यकता व उपादेयता पर प्रकाश डाला उन्होंने कहा कि सदियों से नदियां मानवता को गति देती रही हैं आज आवश्यकता इस बात की है कि आमजन नदियों के संरक्षण के प्रति गंभीर हो। संगोष्ठी में अध्यक्षीय रूप में सम्बोन्धित करते हुए सामाजिक कार्यों व शिक्षा विभाग से जुड़े वरिष्ठ नागरिक बुद्धि प्रकाश पुंडीर ने कहा कि जन्म, विवाह व मरण जीवन के प्रत्येक संस्कार में नदियों का अत्यंत महत्व बताया गया है, नदियों के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती ऐसे में हमें स्वयं जागरूक होकर सभी को नदियों के संरक्षण के प्रति जागरूक करने की आवश्यकता है। इस अवसर पर विशिष्ट वक्ता पर्यावरण संरक्षण कार्यो से जुड़े असिस्टेंट प्रोफेसर सर्वेश तिवारी ने नदियों के वैज्ञानिक महत्व पर प्रकाश डाला, शिक्षक संघ राष्ट्रीय के कार्यसमिति सदस्य महावीर सोनी ने नदियों पर बढ़ते प्रदूषण व अतिक्रमण पर चिंता प्रकट की, श्री महावीर विद्यालय शिक्षा समिति के निदेशक कुश जिंदल ने कहा कि नदियों व जल श्रोतों के बचाव के प्रति नई पीढ़ी को जागृत किया जाना चाहिए। शिक्षा प्राध्यापक जितेंद्र कुमार वर्मा ने संगोष्ठी में बोलते हुए कहा कि जल स्रोतों के प्रति नैतिक नियमों को आत्मसात करना बेहद आवश्यक है। इससे पूर्व संस्थान के सचिव कृष्ण कांत राठौर ने आयोजन की जानकारी देते हुए अतिथियों का स्वागत अभिनंदन किया।

संगोष्ठी का संचालन समन्वयक सर्वेश तिवारी ने किया। युवा शाखा प्रभारी आतिश वर्मा ने आभार प्रकट किया। इस अवसर पर नदी जल संरक्षण व संवर्धन के प्रति जागरूकता पैदा करने हेतु चंबल संसद की बूंदी टीम का गठन किया गया। आयोजन में स्थानीय निवासियों सहित उमंग संस्थान व चंबल संसद के सदस्यों ने भाग लिया।