मध्य प्रदेशश्योपुर

कृषि उत्पादन में कम लागत तकनीक को बढावा दें-कलेक्टर Promote low cost techniques in agricultural production – collector

श्योपुर.Desk/ @www.rubarunews.com>>कलेक्टर शिवम वर्मा ने जिला कृषि विकास प्लान को लेकर आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए निर्देश दिये कि आगामी तीन वर्षो के लिए तैयार की जा रही कृषि कार्य योजना की समीक्षा करते हुए निर्देश दिये कि कृषि उत्पादन में कम लागत तकनीक को बढावा दिया जायें, इसके लिए फसल प्रदर्शन क्षेत्र लगाये जाये तथा किसानों को प्रशिक्षण प्रदान करें। उन्होंने कहा कि कम पानी की फसलों को बढावा देने तथा सिंचाई प्रबंधन के उपयुक्त बनाने की दिशा में कार्य किया जायें।
कलेक्टर शिवम वर्मा ने निर्देश दिये कि मिट्टी परीक्षण के आधार पर एनपीके उपयोग में पोटाश की मात्रा मानक अनुपात में बढाये जाने के लिए किसानों को सलाह दी जायें। उन्होंने मत्स्य पालन विभाग की समीक्षा के दौरान मनरेगा एवं अमृत सरोवर अतंर्गत निर्मित 55 नवीन तालाबों को भी मत्स्यपालन हेतु जोडने के निर्देश दिये गयें। इसके साथ ही मत्स्यपालन से जुडे स्वसहायता समूहों की 975 महिलाओं के किसान क्रेडिट कार्ड बनाये जाने के निर्देश दिये।
इस अवसर पर उप संचालक कृषि पी गुजरे ने बताया कि कृषि विकास प्लान में मिलेट्स फसल अंतर्गत सावा की खेती के लिए 10 हेक्टयर प्रदर्शन क्षेत्र लिया जा रहा है। अर्तवर्ती फसलों के लिए खरीफ सीजन में 1450 हेक्टयर का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने बताया कि प्राकृतिक खेती को बढावा देने के लिए आगामी वर्ष 2023-24 में 100 ग्राम चयनित किये गये है, जिनमें 5-5 गौपालक किसानों को चयनित किया जायेगा, जिन्हें सरकार की योजनानुसार गौपालन के लिए 900 रूपये प्रतिमाह राशि भी दी जायेगी।

कृषि उत्पादन में कम लागत तकनीक को बढावा दें-कलेक्टर Promote low cost techniques in agricultural production – collector

कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित बैठक में सीईओ जिला पंचायत  अतेन्द्र सिंह गुर्जर, उप संचालक कृषि  पी गुजरे, सहायक संचालक उद्यानिकी  एमएस तोमर, उप संचालक पशु चिकित्सा डॉ सुभाष बाबू दौहरे, सहायक संचालक मत्स्यपालन बीपी झसिया, डीएमओ मार्कफेड  अभिषेक जैन, प्रभारी डीपीएम एनआरएलएम  गिर्राज मीणा सहित मत्स्य पालन, कॉपरेटिव आदि विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

सहायक संचालक उद्यानिकी एमएस तोमर ने बताया कि उद्यानिकी फसलों के लिए 2842 हेक्टयर क्षेत्र, सब्जी विस्तार के लिए 8720 हेक्टयर क्षेत्र, मसाला फसलों के लिए 9400 हेक्टयर क्षेत्र तथा पुष्प क्षेत्र विस्तार के लिए 86 हेक्टयर क्षेत्र का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस वर्ष फूड प्रोसेसिंग की 6 यूनिट भी लगाई गई है।
उप संचालक पशुपालन डॉ सुभाष बाबू दौहरे ने बताया कि मुख्यमंत्री दुधारू पशु प्रदाय योजना में इस वर्ष 65 हितग्राहियों को लाभान्वित किया गया है। इस वर्ष 100 हितग्राहियों का लक्ष्य लिया गया है। इसी प्रकार पशुधन बीमा योजना में 2100 का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, इस वर्ष 1822 पशुपालक पशुधन बीमा योजना में शामिल है। इस साल केसीसी के तहत 1200 के लक्ष्य के विरूद्ध 1412 पशुपालक किसानों के केसीसी बनाये गये। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री दुधारू पशु प्रदाय योजना, पशुपालक पशुधन बीमा योजना तथा पशुपालक किसान क्रेडिट कार्ड बनाने में श्योपुर जिला प्रदेश में दूसरे स्थान पर है।