मध्य प्रदेश

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर यूजर्स को मंदिरों के दर्शन, लाइव आरती समेत ध्यान-योग आदि की मिल रही जानकारी

इंदौर.Desk/ @www.rubarunews.com- यों तो देश के पहले बहुभाषी माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म कू ऐप पर मनोरंजन, खेल, राजनीति, कला, संस्कृति आदि विषयों पर यूजर्स और दिग्गज हस्तियां नियमित रूप से विचार-विमर्श और अभिव्यक्ति के जरिये एक-दूसरे से जुड़े रहते हैं। लेकिन इस देसी सोशल मीडिया मंच पर धर्म और अध्यात्म के फॉलोअर्स की संख्या भी काफी ज्यादा है। कू ऐप पर देश के प्रमुख धर्मस्थल और आध्यात्मिक गुरुओं की मौजूदगी है, जिनमें बद्रीनाथ धाम, सोमनाथ मंदिर, माता वैष्णोंदेवी मंदिर, सिद्धांगना माता, रामचंद्रपुर मठ, इस्कॉन मंदिर समेत सद्गुरु, सतपाल जी महाराज, सद्गुरु श्री रितेश्वर जी, अवधेशानंद जी समेत कई शामिल हैं।

सोशल मीडिया मंच कू ऐप पर सद्गुरु (@sadhguruhindi) के पास धर्म-अध्यात्म श्रेणी में सर्वाधिक फॉलोअर्स हैं। फिलहाल इनकी संख्या 16 लाख से ज्यादा है। जबकि इसके बाद सद्गुरु का ही दूसरा हैंडल ( @SadhguruJV) है, जिस पर करीब ढाई लाख फॉलोअर्स मौजूद हैं। फिर स्वामी अवधेश आनंद जी (@avdheshanandg) के फॉलोअर्स की संख्या भी 2.39 लाख से ज्यादा, सद्गुरु कन्नड़ के 1.93 लाख, सद्गुरु तेलुगु के 1.92 लाख, ब्रह्माकुमारीज के 97 हजार और स्वामी रामपाल जी महाराज के 74 हजार से ज्यादा फॉलोअर्स हैं। इसके अलावा सुधांशु जी महाराज, सोमनाथ मंदिर, श्री महाकाल उज्जैन, संत इंद्रदेव जी महाराज, सद्गुरु श्री रितेश्वर जी, बद्रीनाथ धाम, नीलकांत मंदिर, वैष्णोंदेवी मंदिर के फॉलोअर्स की तादाद भी तेजी से बढ़ती जा रही है।

वहीं, महाशिवरात्रि के मौके पर सोशल मीडिया पर भक्ति भाव में डूबने वाले यूजर्स की तादाद बढ़ने की संभावना के बीच मंगलवार, 1 मार्च 2022 को महादेव के भक्तों को श्रद्धा और भक्ति का भरपूर रस देने के लिए कू ऐप पर देश के प्रमुख मंदिरों और संगठनों द्वारा लाइव प्रसारण भी किया जाएगा। Koo App पर महाशिवरात्रि के मौके पर सद्गुरु समेत बद्रीनाथ, सोमनाथ मंदिर, ब्रह्माकुमारीज आदि भी महाशिवरात्रि का आयोजन लाइव करेंगे।

इस संबंध में देश के प्रमुख आध्यात्मिक गुरु सद्गुरु ने अपने सोशल मीडिया मंच कू ऐप पर अपने आधिकारिक हैंडल @SadhguruJV के जरिये एक पोस्ट कर महाशिवरात्रि पर अपने कार्यक्रम की जानकारी दी है। सद्गुरु ने अपने कू में लिखा कि महाशिवरात्रि 2022 पर 1 मार्च को शाम छह बजे से सद्गुरु के साथ लाइव वेबस्ट्रीम देखें। कू पर आने वाला यह लाइव कार्यक्रम शाम छह बजे से लेकर सुबह छह बजे तक चलेगा।

महाशिवरात्रि पर सद्गुरु के इस कार्यक्रम का नाम द ग्रेस ऑफ योग है। यूजर्स इसे कई भाषाओं में देख सकेंगे। कू ऐप पर इसे @sadhgurukannada @sadhgurutelugu @sadhguruhindi @sadhgurutamil के अलावा उनके आधिकारिक हैंडल पर भी लाइव देखा जा सकेगा।

इसके अलावा सद्गुरु श्री रितेश्वर जी ने भी अपने आधिकारिक कू हैंडल @SadhguruShriRiteshwarJi के द्वारा सोशल मीडिया मंच Koo पर घोषणा की कि 1 मार्च को शाम पांच बजे से कू ऐप पर एक्सक्लूसिव लाइव देखा जा सकेगा। उन्होंने लिखा कि शिवरात्रि वह जो भोग की रातों को योग की रातों में बदल तेजी है।

यहां पर यह बताना जरूरी है कि अपनी भाषा में आपसी विचार-विमर्श और अभिव्यक्ति के ऑनलाइन मंच यानी कू ऐप पर आध्यात्मिकता, भक्ति और धर्म जैसे विषयों को पसंद करने वाले यूजर्स की भी भारी संख्या है। ये यूजर्स अपनी-अपनी भाषा में धर्म-अध्यात्म से जुड़ी चर्चा करने के साथ मंदिरों, आध्यात्मिक गुरुओं आदि को फॉलो कर नियमित रूप से संवाद करते हैं।

आलम यह है कि कू ऐप पर महाशिवरात्रि के मौके पर भक्तों को श्रद्धाभाव से सराबोर करने के लिए एक नहीं कई ने तैयारी की है। कू ऐप पर महाशिवरात्रि के दिन की शुरुआत सुबह छह बजे आध्यात्मिक गुरु संत रामपाल जी द्वारा की जाएगी, जो हिंदी-अंग्रेजी में भक्तों को इस दिन की महत्ता बताने के साथ ही अन्य जानकारियों से रूबरू कराएंगे। इसके अलावा @bhaktisarovar हैंडल के जरिये इस दिन भजन प्रस्तुत किए जाएंगे। फिर दोपहर 12 बजे तक संस्कार टीवी पर महाशिवरात्रि के कार्यक्रम दिखाए जाएंगे। शाम साढ़े सात बजे @SomnathTempleOfficial ऑफिशियल हैंडल के जरिये सोमनाथ मंदिर से सीधे लाइव आरती का प्रसारण कू ऐप पर किया जाएगा।

कू के बारे में

Koo App की लॉन्चिंग मार्च 2020 में भारतीय भाषाओं के एक बहुभाषी, माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म के रूप में की गई थी, ताकि भारतीयों को अपनी मातृभाषा में अभिव्यक्ति करने में सक्षम किया जा सके। भारतीय भाषाओं में अभिव्यक्ति के लिए एक अनोखे मंच के रूप में Koo App भारतीयों को हिंदी, मराठी, गुजराती, पंजाबी, कन्नड़, तमिल, तेलुगु, असमिया, बंगाली और अंग्रेजी समेत 10 भाषाओं में खुद को ऑनलाइन मुखर बनाने में सक्षम बनाता है। भारत में, जहां 10% से अधिक लोग अंग्रेजी में बातचीत नहीं करते हैं, Koo App भारतीयों को अपनी पसंद की भाषा में विचारों को साझा करने और स्वतंत्र रूप से अभिव्यक्ति के लिए सशक्त बनाकर उनकी आवाज को लोकतांत्रिक बनाता है। मंच की एक अद्भुत विशेषता अनुवाद की है जो मूल टेक्स्ट से जुड़े संदर्भ और भाव को बनाए रखते हुए यूजर्स को रीयल टाइम में कई भाषाओं में अनुवाद कर अपना संदेश भेजने में सक्षम बनाती है, जो यूजर्स की पहुंच को बढ़ाता है और प्लेटफ़ॉर्म पर सक्रियता तेज़ करता है। प्लेटफॉर्म ने हाल ही में 2 करोड़ डाउनलोड का मील का पत्थर छुआ है और इस साल 10 करोड़ डाउनलोड तक पहुंचने की ओर अग्रसर है। राजनीति, खेल, मीडिया, मनोरंजन, आध्यात्मिकता, कला और संस्कृति के मशहूर लोग द्वारा अपनी मूल भाषा में दर्शकों से जुड़ने के लिए सक्रिय रूप से मंच का लाभ उठाते हैं।