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अब सपनों को मिलेगी नई उडान

.     बून्दी.KrishnakantRathore/ @www.rubarunews.com-  बसंती मीणा अब स्नातक द्वितीय वर्ष की छात्रा है। स्कूल की पढ़ाई तो अपने गांव झरबालापुरा में कर ली, अब कॉलेज की पढ़ाई के लिए हर रोज करीब 13 किलोमीटर दूर बस से बूंदी आना जाना पड़ता है। इसमें समय भी व्यर्थ होता है और हर रोज किराया भी देना पड़ता है। किसान की ये बेटी बीए के बाद कम्पटीशन परीक्षा देकर सरकारी नौकरी पाने की ख्वाहिश रखती है। इसी तरह प्रियंका का गांव भी शहर से लगभग 14 कि.मी. दूरी पर है। यह समस्या उन जैसी सैकड़ों छात्राओं के साथ है। उन्हें सहूलियत देने के लिए इस वर्ष ऐसी 157 छात्राओं को स्कूटी वितरण के लिए चयन किया है। छात्राओं को शुक्रवार को युवा एवं खेल राज्यमंत्री अशोक चांदना एवं अन्य जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में स्कूटी प्रदान की गई। स्कूटी पाकर ये छात्राएं फूली नहीं समाई। उनका कहना था कि अब उन्हें हर रोज पढ़ाई के लिए बस से या अन्य किसी साधन से नहीं आना पड़ेगा बल्कि स्कूटी से जाने से अधिक उत्साह और आत्मविश्वास बढ़ेगा। उन्होंने सरकार की इस योजना के लिए धन्यवाद दिया।

यह है योजना
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड,केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा आयोजित परीक्षा में जनजाति छात्राएं जिन्होंने राजस्थान राज्य से माध्यमिक शिक्षा बोर्ड एवं केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की कक्षा 10 वीं एवं 12 वीं परीक्षा में 68 प्रतिशत या इससे अधिक अंक प्राप्त किए हैं तथा जिनके माता-पिता, अभिभावक आयकरदाता नहीं हैं, राज्य की मूल निवासी हों तथा आगे सामान्य शिक्षा में नियमित अध्यनरत हो, को निशुल्क स्कूटी वितरण की जाती है। राज्य सरकार द्वारा निशुल्क पंजीयन एवं पांच वर्ष का बीमा कराए जाने का भी प्रावधान हंै।
निशुल्क हेलमेट, 5 वर्ष का बीमा एवं रजिस्ट्रेशन का व्यय राज्य सरकार की ओर से दी ही वहन किये जाने का भी प्रावधान है।