मध्य प्रदेश

वैक्सीनेशन सेंटरों पर बरती जा रही लापरवाही-एक ही व्यक्ति को लगा दिए दो अलग-अलग डोज

     भिण्ड.ShashikantGoyal/ @www.rubarunews.com>> वैक्सीनेशन सेंटरों पर टीकाकरण के लिए बढ़ती भीड़ को देखकर स्वास्थ्य अमला लापरवाही बरतता जा रहा है। जिसका खामियाजा लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ सकता है। विगत दिनों से जिले के वैक्सीनेशन सेंटरों पर व्यवस्थाओं को लेकर शिकायतें तो आ ही रही थी लेकिन आज टीम को स्वास्थ्य अमले की लापरवाही भी कमी नजर आयी। यहां एक युवक को पहला टीका कोवैक्सिन (9 जून) का लगा। एक महीने बाद दूसरे डोज के लिए गया तो उसे कोवीशील्ड (8 जुलाई) का डोज दे दिया गया। रिकॉर्ड में इसे भी पहला डोज बता दिया। युवक को यह बात तब पता चली, जब उसके पास कोवैक्सिन (9 जून वाला) का दूसरा डोज लगवाने के लिए अलर्ट मैसेज आया। इसके बाद युवक ने सीएम हेल्पलाइन से लेकर स्वास्थ्य विभाग के अफसरों से शिकायत की है। अफसर इसमें युवक की ही गलती बता रहे हैं जबकि आधार नंबर दोनों पर एक ही दर्ज है। युवक दंग है कि क्या कम्पलीट वैक्सीनेशन के लिए के लिए तीसरा डोज भी लगेगा, यदि हां तो कौन सा लगवाऊं क्योंकि दोनों बार के प्रमाण पत्रों पर फर्स्ट डोज ही लिख रखा है।

 

यह मामला जिले के गोहद ब्लॉक के ग्राम भगवासा का है। गांव के धर्मेंद्र शर्मा ने 9 जून को कोरोना वैक्सीनेशन पर पहुंचकर वैक्सीन लगवाई। इस दौरान वैक्सीनेटर राखी वर्मा ने पहला डोज कोवैक्सिन का लगाया। पहला डोज का प्रमाण पत्र भी ऑनलाइन निकालकर दिया गया। इसे बाद दूसरा डोज 7 जुलाई से 21 जुलाई के बीच लगवाने के लिए तारीख दी गई थी। युवक ने पहला डोज गोहद के कन्या विद्यालय में स्थित वैक्सीन सेंटर पर लगवाया था। युवक दूसरा डोज लगवाने इसी सेंटर पर 8 जुलाई को पहुंचा। यहां करीब आधा घंटे कतार में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार किया। वैक्सीनेशन रूम में पहुंंचा और यहां मौजूद वैक्सीनेटर से युवक ने कहा कि पहला डोज कोवैक्सिन का लगा था। धर्मेंद्र से आधार नंबर और मोबाइल नंबर पूछा गया और रजिस्ट्रेशन की पर्ची दी गई। यहां कम्प्यूटर पर मौजूद कर्मचारी ने कहा टीका लगवा लो। धर्मेंद्र ने टीका लगवाया। इस दौरान युवक को प्रमाण पत्र नहीं दिया गया। यहां मौजूद कर्मचारी ने कहा कि एक या दो दिन में प्रमाण पत्र आ जाएगा। इसके दूसरे दिन धर्मेंद्र के पास को वैक्सीन लगवाने का मैसेज आया। तब युवक ने मैसेज पड़ा और ऑनलाइन वैक्सीन लगवाने का ऐप पर पहुंचकर चेक किया तो पाया कि दूसरा डोज कोवीशील्ड का लगा दिया गया। इसके बाद युवक ने अपनी शिकायत स्वास्थ्य विभाग के अफसरों से की है।

 

युवक ने पूछा- अब कोवैक्सिन लगवाऊं या नहीं?

युवक ने स्वास्थ्य विभाग के अफसरों से यह सवाल किया गया है कि मेरे साथ वैक्सीन लगवाने को लेकर वैक्सीनेटर सेंटर पर गलती की गई है। दोनों डोज अलग-अलग लगा दिए गए हैं। अब ऐसी हालत में मुझे क्या करना चाहिए? यह सवाल का जवाब देने से स्वास्थ्य विभाग के अफसर भी टालमटोली कर रहे हैं। उचित मार्गदर्शन के बाद ही कुछ कहने की बात बोल रहे हैं।

 

स्वास्थ्य पर कोई बुरा प्रभाव नहीं

दोनों डोज अलग-अलग लगने के मामले में रिटायर्ड सीएमएचओ डॉ. विनोद सक्सेना से बातचीत की तो उन्होंने कहा कि दोनों वैक्सीन एक जैसा काम करती हैं। थोड़ा बहुत अंतर है। अलग-अलग डोज लगने से शरीर पर कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ेगा।

अपनी गलती छिपाने के लिए युवक को ही दोषी ठहराया

सीएमएचओ डॉ. अजीत मिश्रा का कहना है कि युवक ने दोनों बार अलग-अलग आईडी प्रूफ और मोबाइल नंबर दिए। इस वजह से पहले कोवैक्सिन और दूसरी बार कोवीशील्ड वैक्सीन लगी। इसमें गलती युवक की ही है। कोवैक्सिन फिर कोवीशील्ड डोज लगने से कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ेगा।